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लोग पूछते हैं कि राजस्थान में रविन्द्र भाटी को बीजेपी वाले टिकट क्यों नहीं देते.... इतना बढ़िया नेता है.. उसे क्यों support नहीं करते.

इसका कारण आज समझ आ गया है.

अब इसे नासमझी कहें, या अपरिपक्वता या जल्दबाजी पर रविन्द्र भाटी जिसके साथ बैठ कर देश के विकास की चर्चा करके आए हैं ये खुद तो भारत के सामरिक हितों के खिलाफ रहता ही है... यह है प्रोफेसर Dibyesh Anand.... जो *** Right activist है और कट्टर भारत विरोधी है.

Nitasha Kaul भी इसी की पत्नी है, वही Nitasha Kaul जो कश्मीर पर ISI लाइन पर काम करती है और जिसको भारत में घुसने से अभी हाल ही में प्रतिबंधित किया गया है।

इन दोनों मियां बीवी का भारत के हर बॉर्डर एरिया में इंटरेस्ट रहता है फिर चाहे कश्मीर हो या भूटान।

इत्तेफाक से बाड़मेर भी बॉर्डर एरिया ही है......ऐसे में रविन्द्र भाटी का सीधे इस इकोसिस्टम में जाकर लैंड करना अपने आप में बहुत गंभीर घटना है... और यह एक कारण हो सकता है कि बीजेपी इससे दूरी बना कर रख रही है.
लोग पूछते हैं कि राजस्थान में रविन्द्र भाटी को बीजेपी वाले टिकट क्यों नहीं देते.... इतना बढ़िया नेता है.. उसे क्यों support नहीं करते. इसका कारण आज समझ आ गया है. अब इसे नासमझी कहें, या अपरिपक्वता या जल्दबाजी पर रविन्द्र भाटी जिसके साथ बैठ कर देश के विकास की चर्चा करके आए हैं ये खुद तो भारत के सामरिक हितों के खिलाफ रहता ही है... यह है प्रोफेसर Dibyesh Anand.... जो Gay Right activist है और कट्टर भारत विरोधी है. Nitasha Kaul भी इसी की पत्नी है, वही Nitasha Kaul जो कश्मीर पर ISI लाइन पर काम करती है और जिसको भारत में घुसने से अभी हाल ही में प्रतिबंधित किया गया है। इन दोनों मियां बीवी का भारत के हर बॉर्डर एरिया में इंटरेस्ट रहता है फिर चाहे कश्मीर हो या भूटान। इत्तेफाक से बाड़मेर भी बॉर्डर एरिया ही है......ऐसे में रविन्द्र भाटी का सीधे इस इकोसिस्टम में जाकर लैंड करना अपने आप में बहुत गंभीर घटना है... और यह एक कारण हो सकता है कि बीजेपी इससे दूरी बना कर रख रही है.
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