"सीरीज ऑफ इवेंट: जहांगीरपुरी हिंसा पर रायता विंग के विद्वान लेखक का आचरण"
16 अप्रैल को जहांगीरपुरी में मजहबी जिहादियों द्वारा हनुमान जयंती की शोभायात्रा पर पत्थरबाजी की गई।
पत्थरबाजी की खबर आते ही विद्वान लेखक के साथ उनके लिजलिजे फॉलोअर्स ने गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के खिलाफ अनर्गल प्रलाप करना शुरू कर दिया।
पहले कहा की दिल्ली हिंसा पर कुछ नहीं किया, किसान आंदोलन पर कुछ नहीं किया, लाल किले वाली हिंसा पर कुछ नहीं किया, शाहिनबाग पर कुछ नहीं किया तो अब इसपर भी कुछ नहीं किया जाएगा।
17 अप्रैल को 14 मजहबी उन्मादियों को पुलिस ने पकड़ा जिसमे इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड आप नेता अंसार भी शामिल था।
18 अप्रैल को विद्वान लेखक बिना यह बताते हुए की 14 मजहबी गिरफ्तार किए गए हैं लिखते है की भाजपा की "सबका विश्वास जीतो" योजना के तहत पुलिस ने बजरंगदल और विश्व हिंदू परिषद के आयोजकों पर भी केस दर्ज किया है।
19 अप्रैल को दिल्ली पुलिस द्वारा गृहमंत्री के निर्देश पर 5 मजहबी दंगाइयों पर NSA लगा दिया जाता है।
19 तारीख को रायता विंग के किसी अति विद्वान लेखक ने लिखा की MCD भाजपा की है, जहांगीरपुरी में चारो तरफ मजहबीयों ने अतिक्रमण कर रखा है। MCD ने आज तक कोई कार्यवाही क्यों नहीं की ? बुल्डोजर क्यों नहीं चलाया ?
ऐसी एक पोस्ट में विद्वान लेखक अपने भाजपा समर्थक फॉलोअर्स को भाजपा के खिलाफ, गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ भड़का रहे थे।
उनके फॉलोअर्स उस पोस्ट को जगह जगह कॉपी पेस्ट करके रायता फैला रहे थे।
फिर 19 की रात को MCD के अतिक्रमण हटाओ अभियान का पत्र सोशल मीडिया पर आ जाता है जिसमे लिखा था की 20-21 अप्रैल को जहांगीरपुरी इलाके में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जायेगा। यानी बुल्डोजर चलेगा।
अब जितने समर्थक नाराज थे वो सब बड़े प्रसन्न हो गए, फेसबुक पर नाच रहे थे। विद्वान लेखक और उनके फॉलोअर्स ने कहना शुरू कर दिया की देखो हमारे दबाव के कारण आखिर कमजोर, नाकारा गृहमंत्री को कार्यवाही करनी पड़ रही है।
20 अप्रैल को जहांगीरपुरी में सुबह 9 बजे से बुल्डोजर गरजने लगा और अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त करना शुरू कर दिया।
20 अप्रैल को ही सुबह 9-10 बजे जहांगीरपुरी में अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही रुकवाने के लिए कॉमरेड विपक्ष के सुप्रीम कोर्ट जाने की खबर आई।
11 बजे तक सुप्रीम कोर्ट का कार्यवाही पर रोक लगाने का आदेश भी जारी हो गया।
जैसे ही ये खबर आई तुरंत विद्वान लेखक ने एक पोस्ट और लिखी और कहने लगे, भाजपा वालों ने खेल कर दिया। शोर मचा के बुल्डोजर चलवा रहे थे। दूसरी तरफ "सबका विश्वास" योजना के तहत सुप्रीम कोर्ट से रोक लगवा दिया।
ये पूरा सीरीज ऑफ इवेंट पढ़ने के बाद आपको क्या लगता है की विद्वान लेखक किसकी साइड से बैटिंग कर रहे है ? और किसे क्लीन बोल्ड करना चाह रहे हैं ? खुद तय कीजिए। और एकमात्र राष्ट्रवादी हिंदूवादी पार्टी भाजपा के खिलाफ उसके समर्थको को भड़काने वालों से दूर रहिए।
16 अप्रैल को जहांगीरपुरी में मजहबी जिहादियों द्वारा हनुमान जयंती की शोभायात्रा पर पत्थरबाजी की गई।
पत्थरबाजी की खबर आते ही विद्वान लेखक के साथ उनके लिजलिजे फॉलोअर्स ने गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के खिलाफ अनर्गल प्रलाप करना शुरू कर दिया।
पहले कहा की दिल्ली हिंसा पर कुछ नहीं किया, किसान आंदोलन पर कुछ नहीं किया, लाल किले वाली हिंसा पर कुछ नहीं किया, शाहिनबाग पर कुछ नहीं किया तो अब इसपर भी कुछ नहीं किया जाएगा।
17 अप्रैल को 14 मजहबी उन्मादियों को पुलिस ने पकड़ा जिसमे इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड आप नेता अंसार भी शामिल था।
18 अप्रैल को विद्वान लेखक बिना यह बताते हुए की 14 मजहबी गिरफ्तार किए गए हैं लिखते है की भाजपा की "सबका विश्वास जीतो" योजना के तहत पुलिस ने बजरंगदल और विश्व हिंदू परिषद के आयोजकों पर भी केस दर्ज किया है।
19 अप्रैल को दिल्ली पुलिस द्वारा गृहमंत्री के निर्देश पर 5 मजहबी दंगाइयों पर NSA लगा दिया जाता है।
19 तारीख को रायता विंग के किसी अति विद्वान लेखक ने लिखा की MCD भाजपा की है, जहांगीरपुरी में चारो तरफ मजहबीयों ने अतिक्रमण कर रखा है। MCD ने आज तक कोई कार्यवाही क्यों नहीं की ? बुल्डोजर क्यों नहीं चलाया ?
ऐसी एक पोस्ट में विद्वान लेखक अपने भाजपा समर्थक फॉलोअर्स को भाजपा के खिलाफ, गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ भड़का रहे थे।
उनके फॉलोअर्स उस पोस्ट को जगह जगह कॉपी पेस्ट करके रायता फैला रहे थे।
फिर 19 की रात को MCD के अतिक्रमण हटाओ अभियान का पत्र सोशल मीडिया पर आ जाता है जिसमे लिखा था की 20-21 अप्रैल को जहांगीरपुरी इलाके में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जायेगा। यानी बुल्डोजर चलेगा।
अब जितने समर्थक नाराज थे वो सब बड़े प्रसन्न हो गए, फेसबुक पर नाच रहे थे। विद्वान लेखक और उनके फॉलोअर्स ने कहना शुरू कर दिया की देखो हमारे दबाव के कारण आखिर कमजोर, नाकारा गृहमंत्री को कार्यवाही करनी पड़ रही है।
20 अप्रैल को जहांगीरपुरी में सुबह 9 बजे से बुल्डोजर गरजने लगा और अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त करना शुरू कर दिया।
20 अप्रैल को ही सुबह 9-10 बजे जहांगीरपुरी में अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही रुकवाने के लिए कॉमरेड विपक्ष के सुप्रीम कोर्ट जाने की खबर आई।
11 बजे तक सुप्रीम कोर्ट का कार्यवाही पर रोक लगाने का आदेश भी जारी हो गया।
जैसे ही ये खबर आई तुरंत विद्वान लेखक ने एक पोस्ट और लिखी और कहने लगे, भाजपा वालों ने खेल कर दिया। शोर मचा के बुल्डोजर चलवा रहे थे। दूसरी तरफ "सबका विश्वास" योजना के तहत सुप्रीम कोर्ट से रोक लगवा दिया।
ये पूरा सीरीज ऑफ इवेंट पढ़ने के बाद आपको क्या लगता है की विद्वान लेखक किसकी साइड से बैटिंग कर रहे है ? और किसे क्लीन बोल्ड करना चाह रहे हैं ? खुद तय कीजिए। और एकमात्र राष्ट्रवादी हिंदूवादी पार्टी भाजपा के खिलाफ उसके समर्थको को भड़काने वालों से दूर रहिए।
"सीरीज ऑफ इवेंट: जहांगीरपुरी हिंसा पर रायता विंग के विद्वान लेखक का आचरण"
16 अप्रैल को जहांगीरपुरी में मजहबी जिहादियों द्वारा हनुमान जयंती की शोभायात्रा पर पत्थरबाजी की गई।
पत्थरबाजी की खबर आते ही विद्वान लेखक के साथ उनके लिजलिजे फॉलोअर्स ने गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के खिलाफ अनर्गल प्रलाप करना शुरू कर दिया।
पहले कहा की दिल्ली हिंसा पर कुछ नहीं किया, किसान आंदोलन पर कुछ नहीं किया, लाल किले वाली हिंसा पर कुछ नहीं किया, शाहिनबाग पर कुछ नहीं किया तो अब इसपर भी कुछ नहीं किया जाएगा।
17 अप्रैल को 14 मजहबी उन्मादियों को पुलिस ने पकड़ा जिसमे इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड आप नेता अंसार भी शामिल था।
18 अप्रैल को विद्वान लेखक बिना यह बताते हुए की 14 मजहबी गिरफ्तार किए गए हैं लिखते है की भाजपा की "सबका विश्वास जीतो" योजना के तहत पुलिस ने बजरंगदल और विश्व हिंदू परिषद के आयोजकों पर भी केस दर्ज किया है।
19 अप्रैल को दिल्ली पुलिस द्वारा गृहमंत्री के निर्देश पर 5 मजहबी दंगाइयों पर NSA लगा दिया जाता है।
19 तारीख को रायता विंग के किसी अति विद्वान लेखक ने लिखा की MCD भाजपा की है, जहांगीरपुरी में चारो तरफ मजहबीयों ने अतिक्रमण कर रखा है। MCD ने आज तक कोई कार्यवाही क्यों नहीं की ? बुल्डोजर क्यों नहीं चलाया ?
ऐसी एक पोस्ट में विद्वान लेखक अपने भाजपा समर्थक फॉलोअर्स को भाजपा के खिलाफ, गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ भड़का रहे थे।
उनके फॉलोअर्स उस पोस्ट को जगह जगह कॉपी पेस्ट करके रायता फैला रहे थे।
फिर 19 की रात को MCD के अतिक्रमण हटाओ अभियान का पत्र सोशल मीडिया पर आ जाता है जिसमे लिखा था की 20-21 अप्रैल को जहांगीरपुरी इलाके में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जायेगा। यानी बुल्डोजर चलेगा।
अब जितने समर्थक नाराज थे वो सब बड़े प्रसन्न हो गए, फेसबुक पर नाच रहे थे। विद्वान लेखक और उनके फॉलोअर्स ने कहना शुरू कर दिया की देखो हमारे दबाव के कारण आखिर कमजोर, नाकारा गृहमंत्री को कार्यवाही करनी पड़ रही है।
20 अप्रैल को जहांगीरपुरी में सुबह 9 बजे से बुल्डोजर गरजने लगा और अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त करना शुरू कर दिया।
20 अप्रैल को ही सुबह 9-10 बजे जहांगीरपुरी में अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही रुकवाने के लिए कॉमरेड विपक्ष के सुप्रीम कोर्ट जाने की खबर आई।
11 बजे तक सुप्रीम कोर्ट का कार्यवाही पर रोक लगाने का आदेश भी जारी हो गया।
जैसे ही ये खबर आई तुरंत विद्वान लेखक ने एक पोस्ट और लिखी और कहने लगे, भाजपा वालों ने खेल कर दिया। शोर मचा के बुल्डोजर चलवा रहे थे। दूसरी तरफ "सबका विश्वास" योजना के तहत सुप्रीम कोर्ट से रोक लगवा दिया।
ये पूरा सीरीज ऑफ इवेंट पढ़ने के बाद आपको क्या लगता है की विद्वान लेखक किसकी साइड से बैटिंग कर रहे है ? और किसे क्लीन बोल्ड करना चाह रहे हैं ? खुद तय कीजिए। और एकमात्र राष्ट्रवादी हिंदूवादी पार्टी भाजपा के खिलाफ उसके समर्थको को भड़काने वालों से दूर रहिए।
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