Спонсоры
https://t.me/DGPIndia/46262
https://t.me/DGPIndia/46262
T.ME
Gaurav Pradhan Gurukul 🇮🇳
कांग्रेस से तीतर हुए शरद पवार, ममता बनर्जी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और चंद्रबाबू नायडू राजनीति मे सफल रहे लेकिन बीजेपी से अलग होकर किसी ने राजनीति चमकाई हो ऐसा उदाहरण किसी को याद है? गुजरात मे केशुभाई पटेल, मध्यप्रदेश मे उमा भारती, उत्तरप्रदेश मे कल्याण सिंह और कर्नाटक मे येदियुरप्पा इन चारो ने बगावत करके अलग पार्टी बनाई थी। चारो का ये मानना था कि उनके राज्य मे उन्होंने ही बीजेपी को चमकाया है। लेकिन ज़ब खुद के नाम पर चुनाव लड़े तों वर्चस्व तों दूर अस्तित्व की लड़ाई भी हार गए। अपनी अपनी पार्टियां बीजेपी मे मिला लीं और राजनीति के गलियारों मे कही खो गए। इसका कारण ये था कि बीजेपी का सबसे बड़ा वोट बैंक उसकी विचारधारा है। हर चुनाव मे नए वोटर जुड़ जाते है लेकिन बीजेपी का वोट प्रतिशत लड़खड़ाता नहीं है, बीजेपी झारखंड मे हारी मगर वोट प्रतिशत JMM से 10% ज्यादा रहा। ये वो लड़ाई है जो बीजेपी वर्तमान मे हारती है मगर भविष्य मे जीत जाती है। उत्तरप्रदेश मे 2012 तक वोट प्रतिशत 15 था और अगले ही चुनाव मे 39% पहुँच गया, आज योगीजी उत्तरप्रदेश के सबसे लम्बे टिकाऊ मुख्यमंत्री बन गए। जैसे जैसे साक्षरता दर बढ़ रही है बीजेपी का वोट बढ़ रहा है…
0 Комментарии 0 Поделились 807 Просмотры 0 предпросмотр