नमामीशमीशान निर्वाणरूपं। विभं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम।।
नमामीशमीशान निर्वाणरूपं। विभं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम।।
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