खाना', 'भोजन' और 'आहार' में अंतर
इस्लामिक शब्द 'खान' से खाना बना है।
दोहा: 'खाना' खाते खल सभी, संत करें 'आहार'! सज्जन 'भोजन' को करें, भाषा क्रिया प्रकार!
अर्थात: खाना 'दुष्ट' लोग खाते हैं, भोजन 'सज्जन' लोग करते हैं। और आहार 'संत' लोग करते हैं!
1. 'खाना' खाया जाता है, 'भोजन' किया जाता है, 'आहार' लिया जाता है!
2. 'खाना' काँटे चम्मच से खाया जाता है, 'भोजन' एक हाथ से किया जाता है, 'आहार' दोनों हाथ से लिया जाता है!
3. दूसरों का पेट काटकर अपना पेट भरने को 'खाना' कहा जाता है। जीवन जीने के लिए 'भोजन' है। तथा त्याग, तपस्या, संयम और साधना के लिए पेट भरना 'आहार' है!
तो आज से हम 'सज्जन लोग' 'भोजन' करेंगे और करवाएँगे!
जय गौमाता! जय गोपाल! जय अन्न दाता
इस्लामिक शब्द 'खान' से खाना बना है।
दोहा: 'खाना' खाते खल सभी, संत करें 'आहार'! सज्जन 'भोजन' को करें, भाषा क्रिया प्रकार!
अर्थात: खाना 'दुष्ट' लोग खाते हैं, भोजन 'सज्जन' लोग करते हैं। और आहार 'संत' लोग करते हैं!
1. 'खाना' खाया जाता है, 'भोजन' किया जाता है, 'आहार' लिया जाता है!
2. 'खाना' काँटे चम्मच से खाया जाता है, 'भोजन' एक हाथ से किया जाता है, 'आहार' दोनों हाथ से लिया जाता है!
3. दूसरों का पेट काटकर अपना पेट भरने को 'खाना' कहा जाता है। जीवन जीने के लिए 'भोजन' है। तथा त्याग, तपस्या, संयम और साधना के लिए पेट भरना 'आहार' है!
तो आज से हम 'सज्जन लोग' 'भोजन' करेंगे और करवाएँगे!
जय गौमाता! जय गोपाल! जय अन्न दाता
खाना', 'भोजन' और 'आहार' में अंतर
इस्लामिक शब्द 'खान' से खाना बना है।
दोहा: 'खाना' खाते खल सभी, संत करें 'आहार'! सज्जन 'भोजन' को करें, भाषा क्रिया प्रकार!
अर्थात: खाना 'दुष्ट' लोग खाते हैं, भोजन 'सज्जन' लोग करते हैं। और आहार 'संत' लोग करते हैं!
1. 'खाना' खाया जाता है, 'भोजन' किया जाता है, 'आहार' लिया जाता है!
2. 'खाना' काँटे चम्मच से खाया जाता है, 'भोजन' एक हाथ से किया जाता है, 'आहार' दोनों हाथ से लिया जाता है!
3. दूसरों का पेट काटकर अपना पेट भरने को 'खाना' कहा जाता है। जीवन जीने के लिए 'भोजन' है। तथा त्याग, तपस्या, संयम और साधना के लिए पेट भरना 'आहार' है!
तो आज से हम 'सज्जन लोग' 'भोजन' करेंगे और करवाएँगे!
जय गौमाता! जय गोपाल! जय अन्न दाता
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