मां जब बच्चे का पालन करती है, उसकी गंदगी साफ करती है तब वह शुद्र हो जाती है, बड़े होने पर उसकी नकारात्मक शक्तियों से बचाव करती है तब क्षत्रिय, वो जब उसे शिक्षित करती है तब ब्राम्हण और जब उसके आय व्यय में मार्गदर्शन करती है तब वैश्य 💕
ये सनातन सत्य है
इसलिए माँ को प्रथम गुरु कहा गया है
आज सनातन जाति में बटा है और सनातन विरोधी या अज्ञानी उसको रोज बाट रहे है
शुद्र, क्षत्रिय, ब्राम्हण, और वैश्य सनातन समाज के चार स्तंभ है। एक भी छोटा बड़ा हुआ तो ये समाज बिखर जायेगा
ये सनातन सत्य है
इसलिए माँ को प्रथम गुरु कहा गया है
आज सनातन जाति में बटा है और सनातन विरोधी या अज्ञानी उसको रोज बाट रहे है
शुद्र, क्षत्रिय, ब्राम्हण, और वैश्य सनातन समाज के चार स्तंभ है। एक भी छोटा बड़ा हुआ तो ये समाज बिखर जायेगा
मां जब बच्चे का पालन करती है, उसकी गंदगी साफ करती है तब वह शुद्र हो जाती है, बड़े होने पर उसकी नकारात्मक शक्तियों से बचाव करती है तब क्षत्रिय, वो जब उसे शिक्षित करती है तब ब्राम्हण और जब उसके आय व्यय में मार्गदर्शन करती है तब वैश्य 💕
ये सनातन सत्य है
इसलिए माँ को प्रथम गुरु कहा गया है
आज सनातन जाति में बटा है और सनातन विरोधी या अज्ञानी उसको रोज बाट रहे है
शुद्र, क्षत्रिय, ब्राम्हण, और वैश्य सनातन समाज के चार स्तंभ है। एक भी छोटा बड़ा हुआ तो ये समाज बिखर जायेगा
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