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PAMPHLET EXCLUSIVE

4 stages of Arvind Kejriwal and his mysterious foreign Support :

US , Germany और UN के हाल ही में केजरीवाल की शराब घोटाले में हुई गिरफ्तारी पर दिए बयान को हम सबने सुना..

लेकिन ये वीडियो उनके लिए है जो सच में जाना चाहते हैं कि विदेशी संस्थानों को इतना interest क्यों आ रहा है केजरीवाल की गिरफ्तारी पर और यह क्यों इंडिया के internal matters में interfere कर रहे है..

तो आइये समझते हैं आज तक केजरीवाल के activist से लेके politics तक और politics से लेके उनकी गिरफ़्तारी तक कैसे हर process में उन्हें foreign सपोर्ट मिला है.

केजरीवाल के जीवन को 4 phases में बांटा जा सकता है.

1.Activist Kejriwal
2.Politician Kejriwal
3. CM Kejriwal
4.Scamster Kejriwal

पहला phase है Activist Kejriwal, यानि India against corruption से पहले का युग -

एक दम शुरूआती दौर में जब केजरीवाल अपने आप को एक activist के रूप में स्थापित कर रहे थे तब उन्होंने “parivartan” नाम के एक NGO बनाया और उनके NGO में सीधा बाहरी सपोर्ट आया ford foundation से 80,000 dollars की funding से....

फिर same ford foundation से केजरीवाल और मनीष सिसोदिया द्वारा स्थापित दूसरे NGO kabir को भी लगभग 43 lakh रुपए मिले.

इसी बीच 2006 में केजरीवाल को “emerging leadership ” की category में Ramon Magsaysay Award भी मिला, जिसे साल 2000 में स्थापित किया गया था ...सेम उसी ford foundation द्वारा...

2010 के आसपास केजरीवाल की NGO से related एक और नाम आया Shrimit Lee का, एक संदिग्ध researcher जो पब्लिक डोमेन में नाम आते ही यह अचानक से India से गायब हो गयी |

दूसरा फेज है Politician Kejriwal

केजरीवाल जी ने जब पार्टी बनायी तब शुरू में ही इसमें Admiral Ramdoss Mira sanyal, Medha Patkar, Mallika sarabhai और अन्य कई लोग इनकी पार्टी के core member रहे..और इनमे अधिकांश ford foundation से ही direct तौर पर जुड़े हुए थे या फिर उनके NGO को ford foundation और उसके affiliated संस्थाओं से funding आ रही थी.

तीसरा फेज था CM Kejriwal

CM बनने के बाद शुरू होता है अगला phase जिसमें देश भर में स्थापित करने के लिए 2016 में उन पर एक movie बनती है - An insignificant man! जिसके निर्देशक थे Vinay shukla, वही vinay shukla जिन्होंने ravish kumar पर भी बाद में एक फिल्म बनायीं | इसके बारे में हमने पहले खुलासा किया था कि कैसे ये director और उनकी टीम में ford foundation से जुड़े लोगों की funding कर रही है, यानी इस stage में भी केजरीवाल को ford foundation से जुड़े लोगों की hidden सपोर्ट मिली.

और आपको अगर याद हो तो The pamphlet की team ने एक exclusive स्टोरी केजरीवाल के facebook account को लेकर की थी जिसमें ये reveal हुआ था कि उनके official अकाउंट Qatar , US और Lithuania से चलाये जा रहे थे | पर यह खबर सामने आते ही उनके अकाउंट से यह सारा data मिटा दिया गया |

कौन इनके पेज पर नज़र रख रहा था, कौन उसके analytics की जांच कर रहा था, यह एक mystery ही रह गयी |

और आखिर में आते हैं केजरीवाल के सार्वजानिक जीवन की आखिरी 4th स्टेज पर..Scamster Kejriwal

मोदी सरकार ने भ्रष्टाचारियों को साफ़ करने की जो मुहीम चलायी है जिसमें अब तक 100 से अधिक राजनेताओं पर ED छापेमारी कर चुका है और लाखों करोड़ो की वसूली भी हुई है..पर ऐसा कभी नहीं हुआ कि किसी नेता के सपोर्ट में अमेरिका/जर्मनी या UN आया हो..केजरीवाल के सपोर्ट में इन बाहरी ताकतों का आना क्या इशारा करता है..

क्या शुरू से ही बाहर बैठे इकोसिस्टम का सपोर्ट केजरीवाल को रहा है, ये अब इन्वेस्टीगेशन का विषय है...लेकिन यह भी अब साफ़ है कि उन्हें एक्टविस्ट से लेके पॉलिटिशियन के सफर में हर कदम पर विदेश से सपोर्ट मिलता रहा है..इस सपोर्ट की क्या कीमत है ये आने वाला वक़्त बताएगा...

Research: Team Pamphlet
Video by: @shreya_arora22

#Arvindkejrwal #ArvindKejriwalArrested
PAMPHLET EXCLUSIVE 4 stages of Arvind Kejriwal and his mysterious foreign Support : US , Germany और UN के हाल ही में केजरीवाल की शराब घोटाले में हुई गिरफ्तारी पर दिए बयान को हम सबने सुना.. लेकिन ये वीडियो उनके लिए है जो सच में जाना चाहते हैं कि विदेशी संस्थानों को इतना interest क्यों आ रहा है केजरीवाल की गिरफ्तारी पर और यह क्यों इंडिया के internal matters में interfere कर रहे है.. तो आइये समझते हैं आज तक केजरीवाल के activist से लेके politics तक और politics से लेके उनकी गिरफ़्तारी तक कैसे हर process में उन्हें foreign सपोर्ट मिला है. केजरीवाल के जीवन को 4 phases में बांटा जा सकता है. 1.Activist Kejriwal 2.Politician Kejriwal 3. CM Kejriwal 4.Scamster Kejriwal पहला phase है Activist Kejriwal, यानि India against corruption से पहले का युग - एक दम शुरूआती दौर में जब केजरीवाल अपने आप को एक activist के रूप में स्थापित कर रहे थे तब उन्होंने “parivartan” नाम के एक NGO बनाया और उनके NGO में सीधा बाहरी सपोर्ट आया ford foundation से 80,000 dollars की funding से.... फिर same ford foundation से केजरीवाल और मनीष सिसोदिया द्वारा स्थापित दूसरे NGO kabir को भी लगभग 43 lakh रुपए मिले. इसी बीच 2006 में केजरीवाल को “emerging leadership ” की category में Ramon Magsaysay Award भी मिला, जिसे साल 2000 में स्थापित किया गया था ...सेम उसी ford foundation द्वारा... 2010 के आसपास केजरीवाल की NGO से related एक और नाम आया Shrimit Lee का, एक संदिग्ध researcher जो पब्लिक डोमेन में नाम आते ही यह अचानक से India से गायब हो गयी | दूसरा फेज है Politician Kejriwal केजरीवाल जी ने जब पार्टी बनायी तब शुरू में ही इसमें Admiral Ramdoss Mira sanyal, Medha Patkar, Mallika sarabhai और अन्य कई लोग इनकी पार्टी के core member रहे..और इनमे अधिकांश ford foundation से ही direct तौर पर जुड़े हुए थे या फिर उनके NGO को ford foundation और उसके affiliated संस्थाओं से funding आ रही थी. तीसरा फेज था CM Kejriwal CM बनने के बाद शुरू होता है अगला phase जिसमें देश भर में स्थापित करने के लिए 2016 में उन पर एक movie बनती है - An insignificant man! जिसके निर्देशक थे Vinay shukla, वही vinay shukla जिन्होंने ravish kumar पर भी बाद में एक फिल्म बनायीं | इसके बारे में हमने पहले खुलासा किया था कि कैसे ये director और उनकी टीम में ford foundation से जुड़े लोगों की funding कर रही है, यानी इस stage में भी केजरीवाल को ford foundation से जुड़े लोगों की hidden सपोर्ट मिली. और आपको अगर याद हो तो The pamphlet की team ने एक exclusive स्टोरी केजरीवाल के facebook account को लेकर की थी जिसमें ये reveal हुआ था कि उनके official अकाउंट Qatar , US और Lithuania से चलाये जा रहे थे | पर यह खबर सामने आते ही उनके अकाउंट से यह सारा data मिटा दिया गया | कौन इनके पेज पर नज़र रख रहा था, कौन उसके analytics की जांच कर रहा था, यह एक mystery ही रह गयी | और आखिर में आते हैं केजरीवाल के सार्वजानिक जीवन की आखिरी 4th स्टेज पर..Scamster Kejriwal मोदी सरकार ने भ्रष्टाचारियों को साफ़ करने की जो मुहीम चलायी है जिसमें अब तक 100 से अधिक राजनेताओं पर ED छापेमारी कर चुका है और लाखों करोड़ो की वसूली भी हुई है..पर ऐसा कभी नहीं हुआ कि किसी नेता के सपोर्ट में अमेरिका/जर्मनी या UN आया हो..केजरीवाल के सपोर्ट में इन बाहरी ताकतों का आना क्या इशारा करता है.. क्या शुरू से ही बाहर बैठे इकोसिस्टम का सपोर्ट केजरीवाल को रहा है, ये अब इन्वेस्टीगेशन का विषय है...लेकिन यह भी अब साफ़ है कि उन्हें एक्टविस्ट से लेके पॉलिटिशियन के सफर में हर कदम पर विदेश से सपोर्ट मिलता रहा है..इस सपोर्ट की क्या कीमत है ये आने वाला वक़्त बताएगा... Research: Team Pamphlet Video by: @shreya_arora22 #Arvindkejrwal #ArvindKejriwalArrested
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