मैं चाहता हूँ देश के हर राज्य की सरकार और मंत्री इस तरह Aggressive stance रखे.
कर्नाटक में Local लोगों के लिए Private Jobs में Reservation का कानून बनाया जा रहा था.. जिसके बाद बड़ा हल्ला मचा और NASSCOM ने भी इस पर आपत्ति जताई... और साथ ही कहा कि ऐसा होने से कंपनियों को दूसरे राज्यों में पलायन के लिए मजबूर होना पड़ सकता है.
आंध्र प्रदेश के मंत्री और CM नायडू के बेटे नरा लोकेश ने इस अवसर का लाभ उठा कर बताया कि वह क्या क्या सुविधायें देंगे, अगर कंपनिया उनके प्रदेश में आएं.
यह कोई छोटी मोटी बात नहीं है.... आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से आपके राजनीतिक अलगाव हो सकते हैं... लेकिन यह बात मानने में कोई शक नहीं कि हैदराबाद को IT hub, Manufacturing hub बनाने में उनका बहुत बड़ा हाथ रहा है.
जिस ज़माने में उत्तर भारत के मुख्यमंत्री जाति पाती के झगड़ो में और फ़टे टूटे infra से जूझ रहे थे.. उस ज़माने में नायडू अमेरिका जा कर Bill Gates और अन्य IT Leaders से मिला करते थे.... उस ज़माने में नायडू ही थे जो विदेशी दौरे पर सरकारी अफसरों के बजाये Professionals को ले कर जाते थे... और वहाँ की सरकारों और Corporates के साथ उनकी meetings हुआ करती थी.
खैर बाद में आंध्र प्रदेश का विभाजन हुआ, तेलंगाना बना और हैदराबाद वहाँ की राजधानी बन गया..... आंध्र प्रदेश अब फिर से शुरआत कर रहा है... अमरावती को बसाना है.. वहीं उनके पास विशाखापत्तनम जैसा शहर भी है.. जहाँ असीमित सम्भावनाएं हैं.
नायडू को फिर से 25-30 साल पहले जैसा काम करना पड़ेगा... और Corporates के लिए Red Carpet बिछाना पड़ेगा.... यह कदम आगे चल कर लाखों लोगों के लिये नौकरी और आजीविका का इंतजाम करेंगे.
वहीं ऐसे Agrressive Stance रखने से कोई भी राज्य Private Sector में Reservation जैसा बेवकूफाना कदम नहीं उठा पायेगा.
पिछले दिनों यही approach उत्तर प्रदेश में भी दिखी थी... जब पंजाब से आये कारोबारीयों से योगी आदित्यनाथ जी बार बार मिले.. उन्हें बेहतर सुविधाएं और Tax Benefit दिए.. जिसके बाद सैंकड़ो कम्पनिया पंजाब से उत्तरप्रदेश shift हो चुकी हैं.
उससे पहले गुजरात ऐसे ही कई project महाराष्ट्र से ले चुका है.
देश को आगे बढ़ाना है.. करोड़ों लोगों को रोजगार देना है... तो ऐसी ही Aggressive Strategy सबको अपनानी पड़ेगी.
Dr GP
    
  कर्नाटक में Local लोगों के लिए Private Jobs में Reservation का कानून बनाया जा रहा था.. जिसके बाद बड़ा हल्ला मचा और NASSCOM ने भी इस पर आपत्ति जताई... और साथ ही कहा कि ऐसा होने से कंपनियों को दूसरे राज्यों में पलायन के लिए मजबूर होना पड़ सकता है.
आंध्र प्रदेश के मंत्री और CM नायडू के बेटे नरा लोकेश ने इस अवसर का लाभ उठा कर बताया कि वह क्या क्या सुविधायें देंगे, अगर कंपनिया उनके प्रदेश में आएं.
यह कोई छोटी मोटी बात नहीं है.... आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से आपके राजनीतिक अलगाव हो सकते हैं... लेकिन यह बात मानने में कोई शक नहीं कि हैदराबाद को IT hub, Manufacturing hub बनाने में उनका बहुत बड़ा हाथ रहा है.
जिस ज़माने में उत्तर भारत के मुख्यमंत्री जाति पाती के झगड़ो में और फ़टे टूटे infra से जूझ रहे थे.. उस ज़माने में नायडू अमेरिका जा कर Bill Gates और अन्य IT Leaders से मिला करते थे.... उस ज़माने में नायडू ही थे जो विदेशी दौरे पर सरकारी अफसरों के बजाये Professionals को ले कर जाते थे... और वहाँ की सरकारों और Corporates के साथ उनकी meetings हुआ करती थी.
खैर बाद में आंध्र प्रदेश का विभाजन हुआ, तेलंगाना बना और हैदराबाद वहाँ की राजधानी बन गया..... आंध्र प्रदेश अब फिर से शुरआत कर रहा है... अमरावती को बसाना है.. वहीं उनके पास विशाखापत्तनम जैसा शहर भी है.. जहाँ असीमित सम्भावनाएं हैं.
नायडू को फिर से 25-30 साल पहले जैसा काम करना पड़ेगा... और Corporates के लिए Red Carpet बिछाना पड़ेगा.... यह कदम आगे चल कर लाखों लोगों के लिये नौकरी और आजीविका का इंतजाम करेंगे.
वहीं ऐसे Agrressive Stance रखने से कोई भी राज्य Private Sector में Reservation जैसा बेवकूफाना कदम नहीं उठा पायेगा.
पिछले दिनों यही approach उत्तर प्रदेश में भी दिखी थी... जब पंजाब से आये कारोबारीयों से योगी आदित्यनाथ जी बार बार मिले.. उन्हें बेहतर सुविधाएं और Tax Benefit दिए.. जिसके बाद सैंकड़ो कम्पनिया पंजाब से उत्तरप्रदेश shift हो चुकी हैं.
उससे पहले गुजरात ऐसे ही कई project महाराष्ट्र से ले चुका है.
देश को आगे बढ़ाना है.. करोड़ों लोगों को रोजगार देना है... तो ऐसी ही Aggressive Strategy सबको अपनानी पड़ेगी.
Dr GP
मैं चाहता हूँ देश के हर राज्य की सरकार और मंत्री इस तरह Aggressive stance रखे.
कर्नाटक में Local लोगों के लिए Private Jobs में Reservation का कानून बनाया जा रहा था.. जिसके बाद बड़ा हल्ला मचा और NASSCOM ने भी इस पर आपत्ति जताई... और साथ ही कहा कि ऐसा होने से कंपनियों को दूसरे राज्यों में पलायन के लिए मजबूर होना पड़ सकता है.
आंध्र प्रदेश के मंत्री और CM नायडू के बेटे नरा लोकेश ने इस अवसर का लाभ उठा कर बताया कि वह क्या क्या सुविधायें देंगे, अगर कंपनिया उनके प्रदेश में आएं.
यह कोई छोटी मोटी बात नहीं है.... आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से आपके राजनीतिक अलगाव हो सकते हैं... लेकिन यह बात मानने में कोई शक नहीं कि हैदराबाद को IT hub, Manufacturing hub बनाने में उनका बहुत बड़ा हाथ रहा है.
जिस ज़माने में उत्तर भारत के मुख्यमंत्री जाति पाती के झगड़ो में और फ़टे टूटे infra से जूझ रहे थे.. उस ज़माने में नायडू अमेरिका जा कर Bill Gates और अन्य IT Leaders से मिला करते थे.... उस ज़माने में नायडू ही थे जो विदेशी दौरे पर सरकारी अफसरों के बजाये Professionals को ले कर जाते थे... और वहाँ की सरकारों और Corporates के साथ उनकी meetings हुआ करती थी.
खैर बाद में आंध्र प्रदेश का विभाजन हुआ, तेलंगाना बना और हैदराबाद वहाँ की राजधानी बन गया..... आंध्र प्रदेश अब फिर से शुरआत कर रहा है... अमरावती को बसाना है.. वहीं उनके पास विशाखापत्तनम जैसा शहर भी है.. जहाँ असीमित सम्भावनाएं हैं.
नायडू को फिर से 25-30 साल पहले जैसा काम करना पड़ेगा... और Corporates के लिए Red Carpet बिछाना पड़ेगा.... यह कदम आगे चल कर लाखों लोगों के लिये नौकरी और आजीविका का इंतजाम करेंगे.
वहीं ऐसे Agrressive Stance रखने से कोई भी राज्य Private Sector में Reservation जैसा बेवकूफाना कदम नहीं उठा पायेगा.
पिछले दिनों यही approach उत्तर प्रदेश में भी दिखी थी... जब पंजाब से आये कारोबारीयों से योगी आदित्यनाथ जी बार बार मिले.. उन्हें बेहतर सुविधाएं और Tax Benefit दिए.. जिसके बाद सैंकड़ो कम्पनिया पंजाब से उत्तरप्रदेश shift हो चुकी हैं.
उससे पहले गुजरात ऐसे ही कई project महाराष्ट्र से ले चुका है.
देश को आगे बढ़ाना है.. करोड़ों लोगों को रोजगार देना है... तो ऐसी ही Aggressive Strategy सबको अपनानी पड़ेगी.
Dr GP
          
                    
          
          
            
            
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