स्त्री दंडवत प्रणाम नहीं करती
क्योंकि
शास्त्रों के अनुसार
स्त्री का गर्भ और वक्ष कभी भूमि से स्पर्श नहीं होने चाहिए
गर्भ एक जीवन को सहेजकर रखता है और वक्ष उस जीवन को जीवन देते हैं
इसलिए यह प्रणाम किए बिना भी स्त्री प्रणाम का फल पा लेती है
इतनी महत्ता???
नमन है सनातन को!!
Sanatan is real Feminism!!
क्योंकि
शास्त्रों के अनुसार
स्त्री का गर्भ और वक्ष कभी भूमि से स्पर्श नहीं होने चाहिए
गर्भ एक जीवन को सहेजकर रखता है और वक्ष उस जीवन को जीवन देते हैं
इसलिए यह प्रणाम किए बिना भी स्त्री प्रणाम का फल पा लेती है
इतनी महत्ता???
नमन है सनातन को!!
Sanatan is real Feminism!!
स्त्री दंडवत प्रणाम नहीं करती
क्योंकि
शास्त्रों के अनुसार
स्त्री का गर्भ और वक्ष कभी भूमि से स्पर्श नहीं होने चाहिए
गर्भ एक जीवन को सहेजकर रखता है और वक्ष उस जीवन को जीवन देते हैं
इसलिए यह प्रणाम किए बिना भी स्त्री प्रणाम का फल पा लेती है
इतनी महत्ता???
नमन है सनातन को!!
Sanatan is real Feminism!!
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