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  • MEA doing to US what US does to us everytime 🤣🤣

    अमेरिका में इन दिनों 21 से ज्यादा कॉलेज Universities में Pro Palestine protest चल रहे हैं.... अमेरिकी सरकार ने कल अच्छा खासा crackdown कर दिया...100 से ज्यादा Students गिरफ्तार कर लिए.

    अब आप भारतीय विदेश मंत्रालय का बयान सुनिए... और मजे लीजिये 😂😂
    MEA doing to US what US does to us everytime 🤣🤣 अमेरिका में इन दिनों 21 से ज्यादा कॉलेज Universities में Pro Palestine protest चल रहे हैं.... अमेरिकी सरकार ने कल अच्छा खासा crackdown कर दिया...100 से ज्यादा Students गिरफ्तार कर लिए. अब आप भारतीय विदेश मंत्रालय का बयान सुनिए... और मजे लीजिये 😂😂
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  • सोनिया की लाडली बेटी बहुत तेज तर्रार आवाज में बोल रही थी कि मेरी मां ने अपना मंगलसूत्र तक देश की खातिर कुर्बान कर दिया।

    इस शादी में मंगलसूत्र कहां है मुझे तो कहीं दिखाई नहीं दे रहा है क्या ये खानदानी चोर भारतीयों को बेवकूफ समझ रखा है क्या ? ऐसे भक्त भी हैं भारत में जो इतना पुराना वीडियो निकालकर दिखा दिया ?

    अरे कांग्रेसी चमचों कोई जवाब है तुम्हारे पास 😄🤣
    सोनिया की लाडली बेटी बहुत तेज तर्रार आवाज में बोल रही थी कि मेरी मां ने अपना मंगलसूत्र तक देश की खातिर कुर्बान कर दिया। इस शादी में मंगलसूत्र कहां है मुझे तो कहीं दिखाई नहीं दे रहा है क्या ये खानदानी चोर भारतीयों को बेवकूफ समझ रखा है क्या ? ऐसे भक्त भी हैं भारत में जो इतना पुराना वीडियो निकालकर दिखा दिया ? अरे कांग्रेसी चमचों कोई जवाब है तुम्हारे पास 😄🤣
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  • इस Podcast में आनंद आ जाएगा…🔥

    Welcome to the latest episode of The Raunac podcast! 🎙️ In this episode, we had the privilege of hosting Dr. Anand Rangnathan, a distinguished scientist, TV personality, author, and influential voice on social media. Join us as we delve deep into the heart of India's economy, Modi government, controversial policies like the CAA and the Farm Law Bill, and the idea of a Uniform Civil Code. also Prepare yourself for a candid exploration of history and politics as Dr. Rangnathan shares his views on Nehru, Religion, God, and their roles in society…
    इस Podcast में आनंद आ जाएगा…🔥 Welcome to the latest episode of The Raunac podcast! 🎙️ In this episode, we had the privilege of hosting Dr. Anand Rangnathan, a distinguished scientist, TV personality, author, and influential voice on social media. Join us as we delve deep into the heart of India's economy, Modi government, controversial policies like the CAA and the Farm Law Bill, and the idea of a Uniform Civil Code. also Prepare yourself for a candid exploration of history and politics as Dr. Rangnathan shares his views on Nehru, Religion, God, and their roles in society…
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  • अपने विदेशी आकाओं के साथ भारत की बर्बादी का प्लान चुनावी घोषणापत्र के तौर पर पेश किया है राहुल गांधी और कांग्रेस ने। कांग्रेस का दुर्भाग्य और देश का सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री जी ने इस मुस्लिमलीगी प्लान को देश के सामने ला दिया। उसी बिलबिलाहट में एक कदम आगे जाकर सैम पित्रोदा ने ये खतरनाक प्लान उगल भी दिया।
    अपने विदेशी आकाओं के साथ भारत की बर्बादी का प्लान चुनावी घोषणापत्र के तौर पर पेश किया है राहुल गांधी और कांग्रेस ने। कांग्रेस का दुर्भाग्य और देश का सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री जी ने इस मुस्लिमलीगी प्लान को देश के सामने ला दिया। उसी बिलबिलाहट में एक कदम आगे जाकर सैम पित्रोदा ने ये खतरनाक प्लान उगल भी दिया।
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  • ये कहती है की मेरी माँ का मंगलसूत्र देश को कुर्बान हुआ.....तो ये बताए.....

    की सोनिया गांधी ने कभी मंगलसूत्र पहना भी था....???? अगर सोनिया ने मंगलसूत्र कभी पहना हो तो वो तस्वीर देश देखना चाहता है....


    अबे मूर्ख इंदिरा गांधी ने 336 ग्राम सोने के जेवर युद्ध के समय दान दिए थे जो रिकॉर्ड पर हैं लेकिन यह कांग्रेसी नहीं बताते की टाटा फैमिली ने 20 किलो सोना बिरला फैमिली ने 15 किलो सोना, राज कपूर वैजयंती माला और मीना कुमारी ने 500 ग्राम सोने दान में दिए थे और भी कई ऐसे दानी थे जो 10 किलो से ऊपर सोना दान में दिए थे ताकि युद्ध के समय भारत हथियार खरीद सके

    भारत की तमाम गृहणीओं उद्योगपति अभिनेता जमींदारों ने 50 टन सोना से ज्यादा सोना दान दिया था लेकिन यह दोगले इंदिरा गांधी के 336 ग्राम के दान को देश पर एहसान जताते हैं

    लेकिन यह कांग्रेसी चमचे इंदिरा गांधी के 336 ग्राम के दान को बताते हैं लेकिन दूसरों ने कितना दान दिया वह नहीं बताते
    ये कहती है की मेरी माँ का मंगलसूत्र देश को कुर्बान हुआ.....तो ये बताए..... की सोनिया गांधी ने कभी मंगलसूत्र पहना भी था....???? अगर सोनिया ने मंगलसूत्र कभी पहना हो तो वो तस्वीर देश देखना चाहता है.... अबे मूर्ख इंदिरा गांधी ने 336 ग्राम सोने के जेवर युद्ध के समय दान दिए थे जो रिकॉर्ड पर हैं लेकिन यह कांग्रेसी नहीं बताते की टाटा फैमिली ने 20 किलो सोना बिरला फैमिली ने 15 किलो सोना, राज कपूर वैजयंती माला और मीना कुमारी ने 500 ग्राम सोने दान में दिए थे और भी कई ऐसे दानी थे जो 10 किलो से ऊपर सोना दान में दिए थे ताकि युद्ध के समय भारत हथियार खरीद सके भारत की तमाम गृहणीओं उद्योगपति अभिनेता जमींदारों ने 50 टन सोना से ज्यादा सोना दान दिया था लेकिन यह दोगले इंदिरा गांधी के 336 ग्राम के दान को देश पर एहसान जताते हैं लेकिन यह कांग्रेसी चमचे इंदिरा गांधी के 336 ग्राम के दान को बताते हैं लेकिन दूसरों ने कितना दान दिया वह नहीं बताते
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  • CONgress का सिर्फ एक ही कहना हैं kya?

    •या तो 55% PROPERTY दे दो

    •या फिर PROPERTY बचानी हैं तो
    धर्म परिवर्तन करके ISLAM कबूल करो
    CONgress का सिर्फ एक ही कहना हैं kya? •या तो 55% PROPERTY दे दो •या फिर PROPERTY बचानी हैं तो धर्म परिवर्तन करके ISLAM कबूल करो
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  • कांग्रेस अफवाह फैला रही है कि अगर भाजपा को 400 सीटें मिल गईं तो आरक्षण चला जाएगा। लेकिन मैं आपको स्पष्ट कर देता हूं कि भाजपा न आरक्षण को जाने देगी और न ही हटाएगी... ये मोदी की गारंटी है।

    हमने बहुमत का प्रयोग अनुच्छेद 370 हटाने के लिए किया, तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने के लिए किया और CAA लाने के लिए किया।

    - श्री @AmitShah
    https://www.youtube.com/live/xif_3qrJGR0?si=dT8JOp7aG8qbm_5g
    कांग्रेस अफवाह फैला रही है कि अगर भाजपा को 400 सीटें मिल गईं तो आरक्षण चला जाएगा। लेकिन मैं आपको स्पष्ट कर देता हूं कि भाजपा न आरक्षण को जाने देगी और न ही हटाएगी... ये मोदी की गारंटी है। हमने बहुमत का प्रयोग अनुच्छेद 370 हटाने के लिए किया, तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने के लिए किया और CAA लाने के लिए किया। - श्री @AmitShah https://www.youtube.com/live/xif_3qrJGR0?si=dT8JOp7aG8qbm_5g
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  • क्या आपको पता है कि कांग्रेस वैसे विचारों का प्रेरणा स्थल कहाँ से प्राप्त करती है जैसे मुस्लिमों के लिए आरक्षण? 👉 सचर समिति रिपोर्ट
    क्या आपको पता है कि कांग्रेस वैसे विचारों का प्रेरणा स्थल कहाँ से प्राप्त करती है जैसे मुस्लिमों के लिए आरक्षण? 👉 सचर समिति रिपोर्ट
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  • 1962 में भारत-चीन युद्ध के दौरान नेहरू सरकार ने विज्ञापन निकालकर लोगों से पैसा और महिलाओं से सोना और गहने दान में देने की अपील की।इसके लिए सरकारी केंद्र बनाये गये जहां महिलाओं ने अपने मंगल सूत्र तक दान कर दिए ताकि भारतीय सेना को चीन से लड़ने के लिए संसाधन मिल सकें।
    भारत के लोगों ने उस समय 8 करोड़ ₹ और 252 किलो ग्राम सोना सरकार के National Defence Fund में दे दिया।

    हम वो युद्ध हार गये लेकिन उस पैसे का हिसाब कभी नहीं मिला।
    1962 में भारत-चीन युद्ध के दौरान नेहरू सरकार ने विज्ञापन निकालकर लोगों से पैसा और महिलाओं से सोना और गहने दान में देने की अपील की।इसके लिए सरकारी केंद्र बनाये गये जहां महिलाओं ने अपने मंगल सूत्र तक दान कर दिए ताकि भारतीय सेना को चीन से लड़ने के लिए संसाधन मिल सकें। भारत के लोगों ने उस समय 8 करोड़ ₹ और 252 किलो ग्राम सोना सरकार के National Defence Fund में दे दिया। हम वो युद्ध हार गये लेकिन उस पैसे का हिसाब कभी नहीं मिला।
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  • एक ही निशान याद रखना हैं 🪷 BJP

    रोज होते थे देश में बम धमाके
    सीटों के नीचे देखना पड़ता था।

    डर का माहौल था मेरे देश में
    सहम सहम कर जीना पड़ता था।

    काट ले जाते थे सिर सैनिकों के,
    अपमान का घूंट पीना पड़ता था।

    दुस्साहस किया था फरवरी में उसने
    तब घर में घुसकर हमने ठोका था!

    और आज...

    In a land where bravery's a creed,
    BJP's the symbol we need.

    Blasts and fears once ruled the day,
    Beneath the seats, we'd often sway.

    A climate of fear, in my land it reigned,
    Living in tremors, we oft sustained.

    Soldiers' heads they'd often sever,
    Forced to drink the bitter cup of dishonor.

    Yet in February, courage unfurled,
    Into their homes, we dared to whirl.

    And today, a new dawn's light,
    BJP stands strong, in its might.
    एक ही निशान याद रखना हैं 🪷 BJP रोज होते थे देश में बम धमाके सीटों के नीचे देखना पड़ता था। डर का माहौल था मेरे देश में सहम सहम कर जीना पड़ता था। काट ले जाते थे सिर सैनिकों के, अपमान का घूंट पीना पड़ता था। दुस्साहस किया था फरवरी में उसने तब घर में घुसकर हमने ठोका था! और आज... In a land where bravery's a creed, BJP's the symbol we need. Blasts and fears once ruled the day, Beneath the seats, we'd often sway. A climate of fear, in my land it reigned, Living in tremors, we oft sustained. Soldiers' heads they'd often sever, Forced to drink the bitter cup of dishonor. Yet in February, courage unfurled, Into their homes, we dared to whirl. And today, a new dawn's light, BJP stands strong, in its might.
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  • एक तो मुझे ये गाँधी परिवार की क़ुरबानी वाला concept समझ नहीं आता.

    कोई भी चुनाव हो... इनके चशमो चिराग तो यही गाते हैं कि हमारी दादी ने देश के लिए क़ुरबानी दी, हमारे पापा ने देश के लिए क़ुरबानी दी.

    अरे भैया कौन सी क़ुरबानी... कौन सा बलिदान??

    पंजाब में सब सही चल रहा था.... अकाली दल को रोकने के लिए इंदिरा गाँधी एक Alternative ढूंढ रही थी... फिर उन्हें भिंडरावाले मिला... उसको दिल्ली बुला कर बकायादा संजय गाँधी ने interview ले कर अपने काम के लिए तैयार किया.

    फिर इनका प्यादा भिंडरावाले महत्वकांक्षी हो गया.. ऊपर से पाकिस्तान ने भी उसके सर पर हाथ रख दिया.... उसे ख़ालिस्तान का सपना दिखाया और फिर वह कांग्रेस के हाथों से निकल गया.

    फिर उसे मरवाने के लिए स्वर्ण मंदिर पर चढ़ाई कर दी... सैंकड़ो सिख मारे गए.... बाद में इस घटना का बदला लेने के लिए 2 सिख अंगरक्षकों ने इंदिरा गाँधी को मार दिया.

    यह कोई क़ुरबानी या बलिदान नहीं था... खुद के कुकर्मो का फल था...जिन कुकर्मो के कारण 70-80 के दशक में हजारों हिन्दू मारे गए पंजाब में.. और फिर 84 के दंगों के बाद हजारों सिख मारे गए.. पंजाब आतंकवाद की आग में 2 दशक झुलसा रहा... जिसमें हजारों लोग मारे गए.

    अपने कुकर्मो के कारण हत्या हो जाना देश के लिए क़ुरबानी नहीं होती.

    रही बात राजीव गाँधी की... तो वह अपने और अपनी माँ द्वारा किये गए Misadventure के शिकार हुए.

    वैसे तो श्रीलंका में आजादी के बाद से ही तमिल और स्थानीय आबादी सिंहली लोगों के बीच द्वन्द शुरू हो गया था...70 के दशक में यह और भी उग्र हो गया... और फिर प्रभाकरण ने LTTE बनाया.

    Cold war का जमाना था... भारत जहाँ सोवियत के खेमे में था... श्रीलंका अमेरिका के करीब था.... ऐसे में इंदिरा गाँधी को लगा कि वह तमिल और सिंहली लोगों के इस मुद्दे को सुलझा कर इस क्षेत्र में बढ़त हासिल कर सकती हैं.

    इसीलिए उन्होंने श्रीलंका सरकार और LTTE के बीच मध्यस्थता की... और भूटान की राजधानी में दोनों पक्ष के बीच बातचीत शुरू करवाई.

    अब यहाँ इंदिरा गाँधी खेल कर गई.... तमिलनाडु की कुछ पार्टियों को खुश करने और खुद की महत्वकांक्षा को पूरा करने के लिए उन्होंने LTTE के लड़ाकों को Training देना शुरू कर दिया था.

    आपको जानकार आश्चर्य हो सकता है कि तमिलनाडु में LTTE के ढेरों training camps थे...जिसमें सबसे बड़ा था कोलाथुर का camp....इसके अतिरिक्त कर्नाटक, उत्तरप्रदेश (नैनीताल... तब नैनीताल UP में ही था ) में भी training camps थे. प्रभाकरण बाकायदा RAW के अफसरों के साथ घूमता था..... मैंने कहीं पढ़ा था कि वह महू के आर्मी training center भी गया था.

    यह 80 के दशक के शुरुआत की बात है.... LTTE दिन प्रतिदिन घातक होता चला गया....क्यूंकि उन्हें आर्मी Grade training और Weapons दिए जा रहे थे.

    इंदिरा गाँधी की हत्या हुई... और उसके बाद खेल बिगड़ने लगा.... राजीव गाँधी ने श्रीलंका सरकार और LTTE के बीच बात करवाई....लेकिन बात बनी नहीं. LTTE को लगने लगा था कि राजीव गाँधी उनके साथ game कर रहे हैं.

    और जल्दी ही वह समय भी आया.. जब इंदिरा गाँधी द्वारा पोषित LTTE का प्रभाकरण उनके बेटे का सबसे बड़ा दुश्मन बन गया था.

    राजीव गाँधी ने Peace Keeping Force भेज दी... बिना किसी तैयारी के... कश्मीर के पहाड़ो पर तैनात units को रातो रात श्रीलंका के जंगलो में deploy किया गया..... हमारे 1165 सैनिक मारे गए थे इस पूरी प्रक्रिया में.

    और इसके बाद तो LTTE और भारतीय सरकार के रिश्ते बेहद ख़राब हो गए थे.... जिसका परिणीति राजीव गाँधी की हत्या में हुई.

    बताइये.. क्या यह देश के लिए क़ुरबानी थी? या अपने कुकर्मो का फल??
    Dr GP
    एक तो मुझे ये गाँधी परिवार की क़ुरबानी वाला concept समझ नहीं आता. कोई भी चुनाव हो... इनके चशमो चिराग तो यही गाते हैं कि हमारी दादी ने देश के लिए क़ुरबानी दी, हमारे पापा ने देश के लिए क़ुरबानी दी. अरे भैया कौन सी क़ुरबानी... कौन सा बलिदान?? पंजाब में सब सही चल रहा था.... अकाली दल को रोकने के लिए इंदिरा गाँधी एक Alternative ढूंढ रही थी... फिर उन्हें भिंडरावाले मिला... उसको दिल्ली बुला कर बकायादा संजय गाँधी ने interview ले कर अपने काम के लिए तैयार किया. फिर इनका प्यादा भिंडरावाले महत्वकांक्षी हो गया.. ऊपर से पाकिस्तान ने भी उसके सर पर हाथ रख दिया.... उसे ख़ालिस्तान का सपना दिखाया और फिर वह कांग्रेस के हाथों से निकल गया. फिर उसे मरवाने के लिए स्वर्ण मंदिर पर चढ़ाई कर दी... सैंकड़ो सिख मारे गए.... बाद में इस घटना का बदला लेने के लिए 2 सिख अंगरक्षकों ने इंदिरा गाँधी को मार दिया. यह कोई क़ुरबानी या बलिदान नहीं था... खुद के कुकर्मो का फल था...जिन कुकर्मो के कारण 70-80 के दशक में हजारों हिन्दू मारे गए पंजाब में.. और फिर 84 के दंगों के बाद हजारों सिख मारे गए.. पंजाब आतंकवाद की आग में 2 दशक झुलसा रहा... जिसमें हजारों लोग मारे गए. अपने कुकर्मो के कारण हत्या हो जाना देश के लिए क़ुरबानी नहीं होती. रही बात राजीव गाँधी की... तो वह अपने और अपनी माँ द्वारा किये गए Misadventure के शिकार हुए. वैसे तो श्रीलंका में आजादी के बाद से ही तमिल और स्थानीय आबादी सिंहली लोगों के बीच द्वन्द शुरू हो गया था...70 के दशक में यह और भी उग्र हो गया... और फिर प्रभाकरण ने LTTE बनाया. Cold war का जमाना था... भारत जहाँ सोवियत के खेमे में था... श्रीलंका अमेरिका के करीब था.... ऐसे में इंदिरा गाँधी को लगा कि वह तमिल और सिंहली लोगों के इस मुद्दे को सुलझा कर इस क्षेत्र में बढ़त हासिल कर सकती हैं. इसीलिए उन्होंने श्रीलंका सरकार और LTTE के बीच मध्यस्थता की... और भूटान की राजधानी में दोनों पक्ष के बीच बातचीत शुरू करवाई. अब यहाँ इंदिरा गाँधी खेल कर गई.... तमिलनाडु की कुछ पार्टियों को खुश करने और खुद की महत्वकांक्षा को पूरा करने के लिए उन्होंने LTTE के लड़ाकों को Training देना शुरू कर दिया था. आपको जानकार आश्चर्य हो सकता है कि तमिलनाडु में LTTE के ढेरों training camps थे...जिसमें सबसे बड़ा था कोलाथुर का camp....इसके अतिरिक्त कर्नाटक, उत्तरप्रदेश (नैनीताल... तब नैनीताल UP में ही था ) में भी training camps थे. प्रभाकरण बाकायदा RAW के अफसरों के साथ घूमता था..... मैंने कहीं पढ़ा था कि वह महू के आर्मी training center भी गया था. यह 80 के दशक के शुरुआत की बात है.... LTTE दिन प्रतिदिन घातक होता चला गया....क्यूंकि उन्हें आर्मी Grade training और Weapons दिए जा रहे थे. इंदिरा गाँधी की हत्या हुई... और उसके बाद खेल बिगड़ने लगा.... राजीव गाँधी ने श्रीलंका सरकार और LTTE के बीच बात करवाई....लेकिन बात बनी नहीं. LTTE को लगने लगा था कि राजीव गाँधी उनके साथ game कर रहे हैं. और जल्दी ही वह समय भी आया.. जब इंदिरा गाँधी द्वारा पोषित LTTE का प्रभाकरण उनके बेटे का सबसे बड़ा दुश्मन बन गया था. राजीव गाँधी ने Peace Keeping Force भेज दी... बिना किसी तैयारी के... कश्मीर के पहाड़ो पर तैनात units को रातो रात श्रीलंका के जंगलो में deploy किया गया..... हमारे 1165 सैनिक मारे गए थे इस पूरी प्रक्रिया में. और इसके बाद तो LTTE और भारतीय सरकार के रिश्ते बेहद ख़राब हो गए थे.... जिसका परिणीति राजीव गाँधी की हत्या में हुई. बताइये.. क्या यह देश के लिए क़ुरबानी थी? या अपने कुकर्मो का फल?? Dr GP
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  • कांग्रेस का मंत्र है - कांग्रेस की लूट, जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी....
    कांग्रेस का मंत्र है - कांग्रेस की लूट, जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी....
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  • दो तीन दिन से देश भर में debate चल रही है... कि कांग्रेस की सरकार आई तो आपका पैसा, ज़मीन, और यहाँ तक की मंगालसूत्र तक छीन लेगी और घुसपैठियों में बाँट देगी.

    क्या यह Exaggeration है? मतलब क्या यह बढ़ा चढ़ा कर बताई गयी बातें हैं, या इनमे थोड़ी भी सच्चाई है?

    अब मैं लिखूंगा तो कुछ लोगों को WhatsApp ज्ञान लग सकता है... जैसा लार्ड ध्रुव राठी बताता है 😂😂

    कुछ योजनाओं और कानूनो के नाम बता रहा हूँ.... फुर्सत में आराम से किसी भी Independent Source पर जा कर इनके बारे में पढ़ें....शायद तब समझ आ जाए आपको.

    1. Compulsory Deposit Scheme Act in 1963 & 1974 - आपका पैसा जबरदस्ती सरकार के पास जमा कराने का कानून

    2. Land Ceiling Act 1972-75 - जनता की ज़मीन छीनने का कानून

    3. Urban Land Ceiling & Regulation Act 1976- शहरी इलाकों में जनता की ज़मीन छीनने का कानून

    4. Wealth Tax Act 1957 - जनता का पैसा छीनने का कानून

    5. Removal of 'Right to Property' from the list of Fundamental Rights given by the constitution in 1978 through the 44th constitutional amendment...... जनता से Property का अधिकार छीनने का कानून

    6. Indira Gandhi Imposed 97.75% Income Tax In 1970 - कुछ लोग 20-30% tax पर हल्ला मचाते हैं.... कांग्रेस की सरकार ने 97.75% tax लगाया था... मतलब अगर आपकी सालाना आया 1 लाख रूपए है, तो आपको 97,750 रूपए tax में देने होते थे और आपको मिलता था मात्र 2,250 रूपए.

    यह कानून जनता की हलक में हाथ डाल कर पैसा और ज़मीन छीनने के लिए बनाये थे.... इनमे से Land Ceiling act और Wealth Tax तो भाजपा सरकार ने रद्द किया था.

    और अब तो Sam Pitroda साहब अमेरिका की तर्ज पर Inheretence Tax लाने की वकालत कर रहे हैं......मतलब आपके पूर्वजो द्वारा छोडी गई संपत्ति को छीनने का अधिकार.
    दो तीन दिन से देश भर में debate चल रही है... कि कांग्रेस की सरकार आई तो आपका पैसा, ज़मीन, और यहाँ तक की मंगालसूत्र तक छीन लेगी और घुसपैठियों में बाँट देगी. क्या यह Exaggeration है? मतलब क्या यह बढ़ा चढ़ा कर बताई गयी बातें हैं, या इनमे थोड़ी भी सच्चाई है? अब मैं लिखूंगा तो कुछ लोगों को WhatsApp ज्ञान लग सकता है... जैसा लार्ड ध्रुव राठी बताता है 😂😂 कुछ योजनाओं और कानूनो के नाम बता रहा हूँ.... फुर्सत में आराम से किसी भी Independent Source पर जा कर इनके बारे में पढ़ें....शायद तब समझ आ जाए आपको. 1. Compulsory Deposit Scheme Act in 1963 & 1974 - आपका पैसा जबरदस्ती सरकार के पास जमा कराने का कानून 2. Land Ceiling Act 1972-75 - जनता की ज़मीन छीनने का कानून 3. Urban Land Ceiling & Regulation Act 1976- शहरी इलाकों में जनता की ज़मीन छीनने का कानून 4. Wealth Tax Act 1957 - जनता का पैसा छीनने का कानून 5. Removal of 'Right to Property' from the list of Fundamental Rights given by the constitution in 1978 through the 44th constitutional amendment...... जनता से Property का अधिकार छीनने का कानून 6. Indira Gandhi Imposed 97.75% Income Tax In 1970 - कुछ लोग 20-30% tax पर हल्ला मचाते हैं.... कांग्रेस की सरकार ने 97.75% tax लगाया था... मतलब अगर आपकी सालाना आया 1 लाख रूपए है, तो आपको 97,750 रूपए tax में देने होते थे और आपको मिलता था मात्र 2,250 रूपए. यह कानून जनता की हलक में हाथ डाल कर पैसा और ज़मीन छीनने के लिए बनाये थे.... इनमे से Land Ceiling act और Wealth Tax तो भाजपा सरकार ने रद्द किया था. और अब तो Sam Pitroda साहब अमेरिका की तर्ज पर Inheretence Tax लाने की वकालत कर रहे हैं......मतलब आपके पूर्वजो द्वारा छोडी गई संपत्ति को छीनने का अधिकार.
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  • Iron Lady साहिबा ने ऐसे Tax Slabs बनाये थे... जिसमें 1 लाख रूपए सालाना कमाने वाले के हाथों में ज्यादा पैसा बचता था, 10 लाख कमाने वाले से 😀

    बस इन्ही नीतियों के कारण tax चोरी बढ़ी, हवाला बढ़ा, black economy की शुरुआत हुई.
    Iron Lady साहिबा ने ऐसे Tax Slabs बनाये थे... जिसमें 1 लाख रूपए सालाना कमाने वाले के हाथों में ज्यादा पैसा बचता था, 10 लाख कमाने वाले से 😀 बस इन्ही नीतियों के कारण tax चोरी बढ़ी, हवाला बढ़ा, black economy की शुरुआत हुई.
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  • Inheritance Tax पर अब जबरदस्त बवाल शुरू हो गया है... Sam Pitroda के बयान पर सरकार ने हमला करना शुरू कर दिया है.

    वहीं कांग्रेस वाले कह रहे हैं कि ऐसा कुछ नहीं होने जा रहा है, और Sam ने जो भी कहा वह उनके निजी विचार हैं.... पार्टी के नहीं.

    कांग्रेस को लगता है कि यह 1950-60 का भारत है.. जहाँ कुछ भी कह दो,जनता को कैसे भी टहला लो... उनके हिसाब से जनता अभी तक अनपढ़ है.. उन्हें कुछ नहीं पता.

    Inheritence Tax पर अगर थोड़ा सा भी research करेंगे, तो आप पाएंगे कि कांग्रेस इसे थोपने की तीन बार कोशिश कर चुकी है... 2011, 2012 और 2013 में तत्कालीन UPA सरकार में वित्त मंत्री चिदंबरम ने Inheritence Tax लाने की बात की... लेकिन तत्कालीन विपक्षी दल, जिनमे सबसे मुखर भाजपा थी.. उनके विरोध के कारण कांग्रेस के इस शैतानी विचार को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका था.

    मेहनत हम करें.. पूरी जिंदगी तिनका तिनका करके हम जोडे... और हमारे जाने के बाद हमारी property और wealth का आधा हिस्सा सरकार कब्ज़ा ले...

    ये कैसा न्याय है??

    कॉंग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी जिंदगी के बाद भी. 🧐
    Inheritance Tax पर अब जबरदस्त बवाल शुरू हो गया है... Sam Pitroda के बयान पर सरकार ने हमला करना शुरू कर दिया है. वहीं कांग्रेस वाले कह रहे हैं कि ऐसा कुछ नहीं होने जा रहा है, और Sam ने जो भी कहा वह उनके निजी विचार हैं.... पार्टी के नहीं. कांग्रेस को लगता है कि यह 1950-60 का भारत है.. जहाँ कुछ भी कह दो,जनता को कैसे भी टहला लो... उनके हिसाब से जनता अभी तक अनपढ़ है.. उन्हें कुछ नहीं पता. Inheritence Tax पर अगर थोड़ा सा भी research करेंगे, तो आप पाएंगे कि कांग्रेस इसे थोपने की तीन बार कोशिश कर चुकी है... 2011, 2012 और 2013 में तत्कालीन UPA सरकार में वित्त मंत्री चिदंबरम ने Inheritence Tax लाने की बात की... लेकिन तत्कालीन विपक्षी दल, जिनमे सबसे मुखर भाजपा थी.. उनके विरोध के कारण कांग्रेस के इस शैतानी विचार को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका था. मेहनत हम करें.. पूरी जिंदगी तिनका तिनका करके हम जोडे... और हमारे जाने के बाद हमारी property और wealth का आधा हिस्सा सरकार कब्ज़ा ले... ये कैसा न्याय है?? कॉंग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी जिंदगी के बाद भी. 🧐
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  • "Congress won't only increase taxes, snatchh your properties to give Ghuspaithiyas, but also planning to bring a law, under which when you die, half of your property will be acquired by the govt - Rahul Gandhi's advisor, Sam Pitroda"

    राहुल गांधी के सलाहकार सैम पित्रोदा के अनुसार, कांग्रेस न केवल इनकम टैक्स बढ़ाने और संपत्ति जब्त करने की योजना बना रही है, बल्कि एक ऐसा कानून भी लाने की योजना बना रही है जिसके तहत मृत्यु के बाद आपकी आधी संपत्ति सरकार द्वारा जब्त कर ली जाएगी।
    "Congress won't only increase taxes, snatchh your properties to give Ghuspaithiyas, but also planning to bring a law, under which when you die, half of your property will be acquired by the govt - Rahul Gandhi's advisor, Sam Pitroda" राहुल गांधी के सलाहकार सैम पित्रोदा के अनुसार, कांग्रेस न केवल इनकम टैक्स बढ़ाने और संपत्ति जब्त करने की योजना बना रही है, बल्कि एक ऐसा कानून भी लाने की योजना बना रही है जिसके तहत मृत्यु के बाद आपकी आधी संपत्ति सरकार द्वारा जब्त कर ली जाएगी।
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  • The artwork is created by the Krishna Consciousness Society. It reflects themes from the Ramayana and Mahabharata, two ancient Indian epics depicting the wars between Rama and Ravana, and the Kurus and Pandavas, respectively. Interestingly, these narratives portray God as the central figure. Rama and Krishna, both considered incarnations of the Divine, participate actively in these conflicts. Hanuman, in his devotion to pleasing the Lord, sets fire to Ravana's empire, while Arjuna fights for the Supreme Lord Krishna. This perspective underscores that fighting can be justified when it serves to please the divine and is sometimes necessary. Therefore, achieving complete nonviolence in the world may not be feasible. This insight is drawn from a lecture by Śrīla Prabhupāda on Bhagavad Gita 2.55-58, delivered in New York on April 15, 1966.

    कृष्णा कॉन्स्चियसनेस सोसाइटी द्वारा यह कला बनाई गई है। इसमें रामायण और महाभारत के महत्वपूर्ण विषयों का परिचय है, जिसमें राम और रावण, और कुरुओं और पांडवों के बीच की युद्धों का वर्णन है। यह दो किस्से भगवान को मुख्य चरित्र के रूप में प्रस्तुत करते हैं। राम और कृष्ण, जो दोनों ही परमात्मा के अवतार माने जाते हैं, इन युद्धों में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। हनुमान, जो भगवान को प्रसन्न करने के लिए अपनी भक्ति में लिप्त हैं, रावण के साम्राज्य को आग लगाते हैं, जबकि अर्जुन सर्वोच्च भगवान कृष्ण के लिए युद्ध करते हैं। यह दृष्टिकोण यह बताता है कि जब भगवान को खुश करने के लिए युद्ध किया जाता है, तो यह जायज हो सकता है और कभी-कभी आवश्यक भी होता है। इसलिए, दुनिया में पूरी तरह से अहिंसा को प्राप्त करना संभव नहीं हो सकता। यह अवलोकन श्रीला प्रभुपाद द्वारा भगवद गीता 2.55-58 पर एक भाषण से लिया गया है, जो 15 अप्रैल, 1966 को न्यूयॉर्क में दिया गया था।
    The artwork is created by the Krishna Consciousness Society. It reflects themes from the Ramayana and Mahabharata, two ancient Indian epics depicting the wars between Rama and Ravana, and the Kurus and Pandavas, respectively. Interestingly, these narratives portray God as the central figure. Rama and Krishna, both considered incarnations of the Divine, participate actively in these conflicts. Hanuman, in his devotion to pleasing the Lord, sets fire to Ravana's empire, while Arjuna fights for the Supreme Lord Krishna. This perspective underscores that fighting can be justified when it serves to please the divine and is sometimes necessary. Therefore, achieving complete nonviolence in the world may not be feasible. This insight is drawn from a lecture by Śrīla Prabhupāda on Bhagavad Gita 2.55-58, delivered in New York on April 15, 1966. कृष्णा कॉन्स्चियसनेस सोसाइटी द्वारा यह कला बनाई गई है। इसमें रामायण और महाभारत के महत्वपूर्ण विषयों का परिचय है, जिसमें राम और रावण, और कुरुओं और पांडवों के बीच की युद्धों का वर्णन है। यह दो किस्से भगवान को मुख्य चरित्र के रूप में प्रस्तुत करते हैं। राम और कृष्ण, जो दोनों ही परमात्मा के अवतार माने जाते हैं, इन युद्धों में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। हनुमान, जो भगवान को प्रसन्न करने के लिए अपनी भक्ति में लिप्त हैं, रावण के साम्राज्य को आग लगाते हैं, जबकि अर्जुन सर्वोच्च भगवान कृष्ण के लिए युद्ध करते हैं। यह दृष्टिकोण यह बताता है कि जब भगवान को खुश करने के लिए युद्ध किया जाता है, तो यह जायज हो सकता है और कभी-कभी आवश्यक भी होता है। इसलिए, दुनिया में पूरी तरह से अहिंसा को प्राप्त करना संभव नहीं हो सकता। यह अवलोकन श्रीला प्रभुपाद द्वारा भगवद गीता 2.55-58 पर एक भाषण से लिया गया है, जो 15 अप्रैल, 1966 को न्यूयॉर्क में दिया गया था।
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  • विश्व प्रसिद्ध श्री सिद्धिविनायक मंदिर में विराजमान विघ्न-नाशक गजानन भगवान श्री गणेश जी के अद्भुत अलौकिक दिव्य दर्शन ,प्रभु आप सभी का कल्याण करें!

    गणपति बप्पा मोरया, मंगलमूर्ती मोरया!
    विश्व प्रसिद्ध श्री सिद्धिविनायक मंदिर में विराजमान विघ्न-नाशक गजानन भगवान श्री गणेश जी के अद्भुत अलौकिक दिव्य दर्शन ,प्रभु आप सभी का कल्याण करें! गणपति बप्पा मोरया, मंगलमूर्ती मोरया!
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