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  • भारत और सनातन धर्म के लिए गर्व का पल ❤️

    रामचरितमानस बनी विश्व धरोहर।
    UNESCO ने दी मान्यता, 38 देशों ने किया समर्थन।

    राम चरित मानस के अलावा पंचतंत्र और सहृदयलोक-लोकन को 'यूनेस्को के मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड एशिया-पैसिफिक रीजनल रजिस्टर' में शामिल किया गया।

    जय श्री राम
    भारत और सनातन धर्म के लिए गर्व का पल ❤️ रामचरितमानस बनी विश्व धरोहर। UNESCO ने दी मान्यता, 38 देशों ने किया समर्थन। राम चरित मानस के अलावा पंचतंत्र और सहृदयलोक-लोकन को 'यूनेस्को के मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड एशिया-पैसिफिक रीजनल रजिस्टर' में शामिल किया गया। जय श्री राम
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  • सुप्रीमकोर्ट ने बिना मांगे अरविंद केजरीवाल को पेरोल पर चुनाव तक तिहाड़ से बाहर निकाल कर भला किया या बुरा ये केजरीवाल ही समझ रहे हैं- साथ ही पाकिस्तानी कब्जे वाला जम्मू-कश्मीर की यात्रा 1971 के ईस्ट पाकिस्तान की गति की ओर लगातार जारी है।
    सुप्रीमकोर्ट ने बिना मांगे अरविंद केजरीवाल को पेरोल पर चुनाव तक तिहाड़ से बाहर निकाल कर भला किया या बुरा ये केजरीवाल ही समझ रहे हैं- साथ ही पाकिस्तानी कब्जे वाला जम्मू-कश्मीर की यात्रा 1971 के ईस्ट पाकिस्तान की गति की ओर लगातार जारी है।
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  • आप लोगों संग एक बात साझा करना चाहती हूँ। मुझे लगता है जितना ईमानदार और दिल की गहराइयों से दिया गया ये इंटरव्यू है उतना ही dedication प्रधानमंत्री @narendramodi ने इंटरव्यू से पहले दिखाया- सिर्फ़ मैं और मेरी टीम ही नहीं इस प्रतिबद्धता की साक्षी चित्रा और उनकी टीम भी है।
    तय कार्यक्रम के मुताबिक़ प्रधानमंत्री को गंगा मैया की पूजा अर्चना कर के सीधे क्रूज़ पर आना था और बारी- बारी से दो साक्षात्कार करने थे। दोनों ही चैनलों की टीमें तैयार थी। हम सब बाहर cruise ship के deck पर पीएम का इंतज़ार कर रहे थे… कुछ वक्त खड़े रहने के बाद एहसास हुआ की गर्मी बेहद हैं और उमस हालत और ख़राब कर रही है सो हम ship के उस इलाक़े में आ गए जहां AC की व्यवस्था थी… उसी कमरे से हमने पीएम को गंगा के घाट पर आते देखा… पूजा में लगभग 15-20 मिनिट लग गए.. और इस पूरे दरमियान सूरज अपने वेग में था, पूजा के फ़ौरन बाद वो डेक की तरफ़ आए और माईक लगाते ही उनका चित्रा के साथ इंटरव्यू शुरू हो गया। इंटरव्यू लय में तय वक़्त से ज़्यादा हो चला… गर्मी और उमस भी अपनी तेज़ गति से बढ़ती चली जा रही थी.. सूरज सिर पर था और पीएम पसीने में लथपथ थे।
    पीएम की टीम से कुछ लोग हमारे पास आए और कहा कि आपका इंटरव्यू deck पर नहीं हो पाएगा आप indoor shoot की व्यवस्था कर दीजिए।
    ये सुन कर हमारे हाथ-पैर फूल गए। मेरे कैमरामैन साथियों के टेंशन सातवें आसमान पर पहुँच गई। जो लोग कैमरा चलाते हैं वो समझ जाएँगे कि ये कितनी विकट परिस्थिति होगी… कमरे के अंधेरे को हटाने के लिए Aperture खोलेंगे तो पीछे गंगा के घाट burn करने लगेंगे और इससे बुरा फ़्रेम कुछ हो ही नहीं सकता। हमारी टीम भी और पीएम की टीम भी इस दुविधा को दूर करने असमर्थ थी। हमारे पास भी कोई चारा नहीं था क्योंकि हम ख़ुद उस गर्मी को महसूस कर रहे थे और पीएम तो लगातार कड़ी धूप में थे ही…
    बहरहाल इंटरव्यू ख़त्म हुआ और राहत की साँस लेते हुए पहली टीम अंदर आ गई। पीएम पसीने में तर-ब-तर अंदर आए, एक ग्लास पानी पिया, उन्होंने Mike बदलने में 5 मिनिट का ब्रेक लिया..तब तक उनके लोगों ने उन्हें brief कर दिया कि अगला इंटरव्यू indoor होगा। जो जगह उन्हें बताई गई, वो तेज़ क़दमों से बढ़ते हुए वहाँ पहुँच गए। हम पहले से उस कोने में उदास मन से खड़े थे… उन्होंने आते ही बुलंद आवाज़ में कहा चलिए शुरू करते हैं…मैं उनकी तरफ़ बढ़ी और कहा सर यहाँ इंटरव्यू करने में दिक़्क़त है.. उन्होंने पूछा क्या दिक़्क़त है?
    मैंने कहा - न फ़्रेम अच्छा है, न कलर टोन और पीछे दिख रहे घाट सफ़ेद चादर दिख रहे हैं! वहाँ मौजूद हर शख़्स के चेहरे पर उस वक़्त शिकन थी सिवाए पीएम के। पीएम मोदी का कुर्ता अभी भी पसीने में भीगा था उन्होंने कहा आप कहाँ इंटरव्यू करना चाहती हैं? मैंने deck की तरफ़ इशारा कर के कहा बाहर! वो कुछ कहते उससे पहेले एक अफ़सर ने कहा आप ऊपर canopy लगी है वहाँ कर सकती हैं, वहाँ छाँव है तो दूसरे अफ़सर ने पीएम मोदी से कहा वहाँ जाने वाली सीढ़ियाँ सँकरी ओर एकदम सीधी है और canopy दो मंज़िल ऊपर है पीएम मुस्कुराए और बोले मुझे कोई समस्या नहीं है पर ये कैमरामैन इतना सामान लेकर ऊपर चढ़ लेंगे न। समस्या वहाँ भी धूप छाँव और कलर टोन की ही थी ये हम जानते थे। उन्होंने मुझसे पूछा आप क्या चाहती हैं। मैंने कहा मैं आपकी सेहत ठीक चाहती हूँ लेकिन इंटरव्यू बाहर डेक पर ही बढ़िया रहेगा अगर आप comfortable हैं? वो तपाक से बोले मेरे comfort की छोड़िए आप यहाँ आए हैं आपके कैमरामैन जहां comfortable होंगे हम वहीं चलेंगे और वो दोबारा कड़ी उमस वाली धूप में मेरे साथ 25 मिनिट तक बेबाक़ी से हर सवाल का जवाब देते चले गए। वो देश के पीएम हैं वो चाहते तो अपना comfort देखते क्योंकि उन्हें इसके बाद कई और कार्यक्रम करने थे लेकिन ये उनका काम के प्रति dedication ही था कि पूरी टीम एक तरफ़ थी और पीएम एक तरफ़।
    उनके रिटायरमेंट की सोचने वाले ये नहीं जानते कि उनकी ये ऊर्जा, ये प्रतिबद्धता एक दैवीय शक्ति सरीखी है और दैवीय शक्तियाँ कभी रिटायर नहीं होती हैं!!
    Rubika Liyaquat
    आप लोगों संग एक बात साझा करना चाहती हूँ। मुझे लगता है जितना ईमानदार और दिल की गहराइयों से दिया गया ये इंटरव्यू है उतना ही dedication प्रधानमंत्री @narendramodi ने इंटरव्यू से पहले दिखाया- सिर्फ़ मैं और मेरी टीम ही नहीं इस प्रतिबद्धता की साक्षी चित्रा और उनकी टीम भी है। तय कार्यक्रम के मुताबिक़ प्रधानमंत्री को गंगा मैया की पूजा अर्चना कर के सीधे क्रूज़ पर आना था और बारी- बारी से दो साक्षात्कार करने थे। दोनों ही चैनलों की टीमें तैयार थी। हम सब बाहर cruise ship के deck पर पीएम का इंतज़ार कर रहे थे… कुछ वक्त खड़े रहने के बाद एहसास हुआ की गर्मी बेहद हैं और उमस हालत और ख़राब कर रही है सो हम ship के उस इलाक़े में आ गए जहां AC की व्यवस्था थी… उसी कमरे से हमने पीएम को गंगा के घाट पर आते देखा… पूजा में लगभग 15-20 मिनिट लग गए.. और इस पूरे दरमियान सूरज अपने वेग में था, पूजा के फ़ौरन बाद वो डेक की तरफ़ आए और माईक लगाते ही उनका चित्रा के साथ इंटरव्यू शुरू हो गया। इंटरव्यू लय में तय वक़्त से ज़्यादा हो चला… गर्मी और उमस भी अपनी तेज़ गति से बढ़ती चली जा रही थी.. सूरज सिर पर था और पीएम पसीने में लथपथ थे। पीएम की टीम से कुछ लोग हमारे पास आए और कहा कि आपका इंटरव्यू deck पर नहीं हो पाएगा आप indoor shoot की व्यवस्था कर दीजिए। ये सुन कर हमारे हाथ-पैर फूल गए। मेरे कैमरामैन साथियों के टेंशन सातवें आसमान पर पहुँच गई। जो लोग कैमरा चलाते हैं वो समझ जाएँगे कि ये कितनी विकट परिस्थिति होगी… कमरे के अंधेरे को हटाने के लिए Aperture खोलेंगे तो पीछे गंगा के घाट burn करने लगेंगे और इससे बुरा फ़्रेम कुछ हो ही नहीं सकता। हमारी टीम भी और पीएम की टीम भी इस दुविधा को दूर करने असमर्थ थी। हमारे पास भी कोई चारा नहीं था क्योंकि हम ख़ुद उस गर्मी को महसूस कर रहे थे और पीएम तो लगातार कड़ी धूप में थे ही… बहरहाल इंटरव्यू ख़त्म हुआ और राहत की साँस लेते हुए पहली टीम अंदर आ गई। पीएम पसीने में तर-ब-तर अंदर आए, एक ग्लास पानी पिया, उन्होंने Mike बदलने में 5 मिनिट का ब्रेक लिया..तब तक उनके लोगों ने उन्हें brief कर दिया कि अगला इंटरव्यू indoor होगा। जो जगह उन्हें बताई गई, वो तेज़ क़दमों से बढ़ते हुए वहाँ पहुँच गए। हम पहले से उस कोने में उदास मन से खड़े थे… उन्होंने आते ही बुलंद आवाज़ में कहा चलिए शुरू करते हैं…मैं उनकी तरफ़ बढ़ी और कहा सर यहाँ इंटरव्यू करने में दिक़्क़त है.. उन्होंने पूछा क्या दिक़्क़त है? मैंने कहा - न फ़्रेम अच्छा है, न कलर टोन और पीछे दिख रहे घाट सफ़ेद चादर दिख रहे हैं! वहाँ मौजूद हर शख़्स के चेहरे पर उस वक़्त शिकन थी सिवाए पीएम के। पीएम मोदी का कुर्ता अभी भी पसीने में भीगा था उन्होंने कहा आप कहाँ इंटरव्यू करना चाहती हैं? मैंने deck की तरफ़ इशारा कर के कहा बाहर! वो कुछ कहते उससे पहेले एक अफ़सर ने कहा आप ऊपर canopy लगी है वहाँ कर सकती हैं, वहाँ छाँव है तो दूसरे अफ़सर ने पीएम मोदी से कहा वहाँ जाने वाली सीढ़ियाँ सँकरी ओर एकदम सीधी है और canopy दो मंज़िल ऊपर है पीएम मुस्कुराए और बोले मुझे कोई समस्या नहीं है पर ये कैमरामैन इतना सामान लेकर ऊपर चढ़ लेंगे न। समस्या वहाँ भी धूप छाँव और कलर टोन की ही थी ये हम जानते थे। उन्होंने मुझसे पूछा आप क्या चाहती हैं। मैंने कहा मैं आपकी सेहत ठीक चाहती हूँ लेकिन इंटरव्यू बाहर डेक पर ही बढ़िया रहेगा अगर आप comfortable हैं? वो तपाक से बोले मेरे comfort की छोड़िए आप यहाँ आए हैं आपके कैमरामैन जहां comfortable होंगे हम वहीं चलेंगे और वो दोबारा कड़ी उमस वाली धूप में मेरे साथ 25 मिनिट तक बेबाक़ी से हर सवाल का जवाब देते चले गए। वो देश के पीएम हैं वो चाहते तो अपना comfort देखते क्योंकि उन्हें इसके बाद कई और कार्यक्रम करने थे लेकिन ये उनका काम के प्रति dedication ही था कि पूरी टीम एक तरफ़ थी और पीएम एक तरफ़। उनके रिटायरमेंट की सोचने वाले ये नहीं जानते कि उनकी ये ऊर्जा, ये प्रतिबद्धता एक दैवीय शक्ति सरीखी है और दैवीय शक्तियाँ कभी रिटायर नहीं होती हैं!! Rubika Liyaquat
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  • Udti baat-
    अगर सिंघवी को राज्यसभा का सदस्य बनाना ही है तो स्वाति मालिवाल ही क्यों इस्तीफा दे? संजय सिंह और बाकी सदस्य इस्तीफा क्यों ना दें? उसके लिए स्वाति को पीटना जरूरी क्यों था?

    संजय का ड्रामा हजम नहीं हो रहा है। स्वाति के पूर्व पति नवीन जयहिंद ने सही बोला है। स्वाति को खुलकर सामने आना चाहिए।

    1. उड़ती उड़ती खबर है के स्वाति के बाद अगला नंबर टिकट ब्लैकिया का है आप पार्टी वालों ने उसको पार्टी ऑफिस में भी एंर्टी से मना कर दिया….

    आज केजरीवाल उसकी प्रेस कॉन्फ़्रेंस से नाराज़ है क्योंकि किसी भी पार्टी के लीडर को बताये बिना…संजय सिंह ने ख़ुद ही ये प्रेस कॉन्फ़्रेंस की थी ।

    2.घर का मामला पब्लिक में उछाले जाने से केजरीवाल सांड को पीटने के लिये ढूँढ रहा है सुनने में ये भी है ठगबंधन की रैली में जाना भी कैंसिल कर दिया केजरीवाल ने और संजू अब घर में छुपकर बैठा है । संजय सिंह ने कल की प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कर अपनी राज्यसभा की सीट को सुरक्षित करने के लिए की थी ।

    3.स्वाती के सीट खाली ना करने के बाद केजरीवाल संजय सिंह को बलि का बकरा बनाना चाहता था ।केजरीवाल को किसी भी प्रकार अभिषेख मनु सिंघवी को राज्यसभा पहुचना है वरना केजरीवाल को जिंदगी भर जेल की चक्की पीसनी होगी ।असली खेल शुरू हुआ है अब आप मे एक दूसरे को ढूंढा जा रहा है किस की बलि दी जाए ।

    4. सजंय सिंह ने आज अपनी जान बचा वैभव की बलि दे दी ।

    अब देखना ये है केजरीवाल किस की बलि देता है । 2 जून को केजरीवाल को वापस जेल जाना है लेकिन उस से पहले सब एक दूसरे के नारियल तोड़ चुके होंगे ।।

    पिक्चर अभी बाकी है अभी तो बहुत कुछ बाहर आना बाकी है ।
    Wait...
    Udti baat- अगर सिंघवी को राज्यसभा का सदस्य बनाना ही है तो स्वाति मालिवाल ही क्यों इस्तीफा दे? संजय सिंह और बाकी सदस्य इस्तीफा क्यों ना दें? उसके लिए स्वाति को पीटना जरूरी क्यों था? संजय का ड्रामा हजम नहीं हो रहा है। स्वाति के पूर्व पति नवीन जयहिंद ने सही बोला है। स्वाति को खुलकर सामने आना चाहिए। 1. उड़ती उड़ती खबर है के स्वाति के बाद अगला नंबर टिकट ब्लैकिया का है आप पार्टी वालों ने उसको पार्टी ऑफिस में भी एंर्टी से मना कर दिया…. आज केजरीवाल उसकी प्रेस कॉन्फ़्रेंस से नाराज़ है क्योंकि किसी भी पार्टी के लीडर को बताये बिना…संजय सिंह ने ख़ुद ही ये प्रेस कॉन्फ़्रेंस की थी । 2.घर का मामला पब्लिक में उछाले जाने से केजरीवाल सांड को पीटने के लिये ढूँढ रहा है सुनने में ये भी है ठगबंधन की रैली में जाना भी कैंसिल कर दिया केजरीवाल ने और संजू अब घर में छुपकर बैठा है । संजय सिंह ने कल की प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कर अपनी राज्यसभा की सीट को सुरक्षित करने के लिए की थी । 3.स्वाती के सीट खाली ना करने के बाद केजरीवाल संजय सिंह को बलि का बकरा बनाना चाहता था ।केजरीवाल को किसी भी प्रकार अभिषेख मनु सिंघवी को राज्यसभा पहुचना है वरना केजरीवाल को जिंदगी भर जेल की चक्की पीसनी होगी ।असली खेल शुरू हुआ है अब आप मे एक दूसरे को ढूंढा जा रहा है किस की बलि दी जाए । 4. सजंय सिंह ने आज अपनी जान बचा वैभव की बलि दे दी । अब देखना ये है केजरीवाल किस की बलि देता है । 2 जून को केजरीवाल को वापस जेल जाना है लेकिन उस से पहले सब एक दूसरे के नारियल तोड़ चुके होंगे ।। पिक्चर अभी बाकी है अभी तो बहुत कुछ बाहर आना बाकी है । Wait...
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  • Aaj Ki Baat : PM मोदी ने खुद को 'सहन'शाह क्यों कहा? PM Modi Interview | Loksabha Election 2024
    Aaj Ki Baat with Rajat Sharma | आज की बात रजत शर्मा के साथ
    आज चौथे चरण की वोटिंग हो गई....10 राज्यों की 96 सीटों पर करीब ...परशेंट पोलिंग हुई....सबसे ज्यादा वोट बंगाल में पड़ें...जबकि में वोटिंग परशेंट सबसे कम रहा....आन्ध्र प्रदेश की सभी पच्चीस सीटों पर आज एक साथ वोट पड़े...प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि इस बार दक्षिण भारत में भी बीजेपी का परचम लहराएगा...मोदी ने कहा कि वो कोई ज्यातिषी नहीं हैं...ज्योतिष शास्त्र के जानकार नहीं हैं....लेकिन देश का माहौल देखकर उन्हें पूरा यकीन है कि इस चुनाव में आन्ध्र प्रदेश.. तेलंगाना..तमिलनाडू...केरल....और कर्नाटक जैसे राज्यों में बीजेपी को जबरदस्त सफलता मिलेगी....और कांग्रेस को उतनी सीटें भी नहीं मिलेंगी....जितनी शहजादे की उम्र है....आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मेरे सहयोगी सौरव शर्मा के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बताया कि वो देश से चौर सौ से ज्यादा सीटें क्यों मांग रहे हैं.....चार सौ पार का नारा उन्होंने क्यों दिया...सौरव ने पूछा कि उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में बीजेपी पीक पर है....फिर चार सौ सीटें कहां से आएंगी....किन राज्यों में सीटें बढ़ने की उम्मीद है.... वो राहुल गांधी को शहजादा क्यों कहते हैं....और प्रियंका गांधी ने मोदी को शहंशाह कहा तो मोदी ने इसे कैसे लिया....मोदी ने इन सारे सवालों के जबाव खुलकर दिए हैं....इंटरव्यू के बाद मोदी ने खुद ट्विटर पर लिखा कि इंडिया टीवी के साथ उनका इंटरव्यू जरूर देखें....मोदी के जबाव आपको दिखाऊंगा आज की बात में....लेकिन फिलहाल मैं आपको बता दूं कि बिहार में कैंपेन करने के बाद मोदी काशी पहुंच चुके हैं.....काशी में मोदी का रोड शो हुआ....अब मोदी कल सुबह वाराणसी से तीसरी बार नॉमीनेशन फाइल करेंगे...योगी आदित्यनाथ भी इस वक्त काशी में हैं....इससे पहले योगी ने रायबरेली में रैली की.....रायबरेली में आज प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने भी कैंपेन किया...अखिलेश यादव कन्नौज में ही रहे...क्योंकि आज वहां वोटिंग हो रही थी..ययआमतौर पर चौथे फेज की वोटिंग शान्तिपूर्ण रही....सिर्फ बंगाल से छिटपुट हिंसा की खबरें आईं.....हैदराबाद में असदुद्दीन ओबैसी के खिलाफ चुनाव लड़ रही माधवी लता आज पोलिंग बूथ में पहुंची...और बुरका पहन कर आई महिलाओं और लाइन में लगे लोगों के आईकार्ड चैक करने लगी....इसको लेकर भी विवाद हुआ,...इन सबका डिटेल आपको दूंगा....लेकिन सबसे पहले आपको वाराणसी में नरेन्द्र मोदी के रोड शो की तस्वीरें दिखाता हूं....आज पूरी काशी मोदी के रंग में रंगी आई....
    #aajkibaat #pmmodiroadshow #indiatv
    Aaj Ki Baat : PM मोदी ने खुद को 'सहन'शाह क्यों कहा? PM Modi Interview | Loksabha Election 2024 Aaj Ki Baat with Rajat Sharma | आज की बात रजत शर्मा के साथ आज चौथे चरण की वोटिंग हो गई....10 राज्यों की 96 सीटों पर करीब ...परशेंट पोलिंग हुई....सबसे ज्यादा वोट बंगाल में पड़ें...जबकि में वोटिंग परशेंट सबसे कम रहा....आन्ध्र प्रदेश की सभी पच्चीस सीटों पर आज एक साथ वोट पड़े...प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि इस बार दक्षिण भारत में भी बीजेपी का परचम लहराएगा...मोदी ने कहा कि वो कोई ज्यातिषी नहीं हैं...ज्योतिष शास्त्र के जानकार नहीं हैं....लेकिन देश का माहौल देखकर उन्हें पूरा यकीन है कि इस चुनाव में आन्ध्र प्रदेश.. तेलंगाना..तमिलनाडू...केरल....और कर्नाटक जैसे राज्यों में बीजेपी को जबरदस्त सफलता मिलेगी....और कांग्रेस को उतनी सीटें भी नहीं मिलेंगी....जितनी शहजादे की उम्र है....आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मेरे सहयोगी सौरव शर्मा के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बताया कि वो देश से चौर सौ से ज्यादा सीटें क्यों मांग रहे हैं.....चार सौ पार का नारा उन्होंने क्यों दिया...सौरव ने पूछा कि उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में बीजेपी पीक पर है....फिर चार सौ सीटें कहां से आएंगी....किन राज्यों में सीटें बढ़ने की उम्मीद है.... वो राहुल गांधी को शहजादा क्यों कहते हैं....और प्रियंका गांधी ने मोदी को शहंशाह कहा तो मोदी ने इसे कैसे लिया....मोदी ने इन सारे सवालों के जबाव खुलकर दिए हैं....इंटरव्यू के बाद मोदी ने खुद ट्विटर पर लिखा कि इंडिया टीवी के साथ उनका इंटरव्यू जरूर देखें....मोदी के जबाव आपको दिखाऊंगा आज की बात में....लेकिन फिलहाल मैं आपको बता दूं कि बिहार में कैंपेन करने के बाद मोदी काशी पहुंच चुके हैं.....काशी में मोदी का रोड शो हुआ....अब मोदी कल सुबह वाराणसी से तीसरी बार नॉमीनेशन फाइल करेंगे...योगी आदित्यनाथ भी इस वक्त काशी में हैं....इससे पहले योगी ने रायबरेली में रैली की.....रायबरेली में आज प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने भी कैंपेन किया...अखिलेश यादव कन्नौज में ही रहे...क्योंकि आज वहां वोटिंग हो रही थी..ययआमतौर पर चौथे फेज की वोटिंग शान्तिपूर्ण रही....सिर्फ बंगाल से छिटपुट हिंसा की खबरें आईं.....हैदराबाद में असदुद्दीन ओबैसी के खिलाफ चुनाव लड़ रही माधवी लता आज पोलिंग बूथ में पहुंची...और बुरका पहन कर आई महिलाओं और लाइन में लगे लोगों के आईकार्ड चैक करने लगी....इसको लेकर भी विवाद हुआ,...इन सबका डिटेल आपको दूंगा....लेकिन सबसे पहले आपको वाराणसी में नरेन्द्र मोदी के रोड शो की तस्वीरें दिखाता हूं....आज पूरी काशी मोदी के रंग में रंगी आई.... #aajkibaat #pmmodiroadshow #indiatv
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  • बढ़िया मतदान और बढ़िया रोड शो के बाद मोदी जी का हाल
    #4thPhaseVoting #KashiRoadShow #400पार #AmitShah #ArvindKejriwal #NarendraModi #YogiAdityanath #2024LoksabhaElections #HarshVardhanTripathi #नरेंद्रमोदी #हर्षवर्धनत्रिपाठी
    बढ़िया मतदान और बढ़िया रोड शो के बाद मोदी जी का हाल #4thPhaseVoting #KashiRoadShow #400पार #AmitShah #ArvindKejriwal #NarendraModi #YogiAdityanath #2024LoksabhaElections #HarshVardhanTripathi #नरेंद्रमोदी #हर्षवर्धनत्रिपाठी
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  • कांग्रेस बिल्कुल लुंगी की तहरा है

    बस गांधी नाम की गांठ से बंधी हुई है

    बाक़ी आप समझदार है
    कांग्रेस बिल्कुल लुंगी की तहरा है बस गांधी नाम की गांठ से बंधी हुई है बाक़ी आप समझदार है
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  • In the realm where beasts roam,
    Lies the Lord who brings atonement home.
    Adorned by Gajendra, revered and bright,
    In the tangled locks, Ganga's light.

    One and only, the great divine,
    In memory we hold, our souls entwine.
    Girish, Ganesh, in azure hue,
    Riding the bull, form beyond view.

    Radiant with grace, in ash adorned,
    Spouse of Bhavani, with faces adorned.
    Har Har Mahadev, we chant in deep,
    Om Namah Shivaya, our hearts keep.

    पशूनां पतिं पापनाशं परेशं
    गजेन्द्रस्यकृत्तिंवसानंवरेण्यम

    जटाजूटमध्ये स्फुरद्गाङ्गवारिं
    महादेवमेकं स्मरामिस्मरारिम

    गिरीशं गणेशं गले नीलवर्णं
    गवेन्द्राधिरूढं गुणातीतरूपम्

    भवंभास्वरं भस्मना भूषिताङ्गं
    भवानीकलत्रंभजेपञ्चवक्त्रम्
    हर हर महादेव 🙏
    ॐ नमः शिवाय 🙏
    In the realm where beasts roam, Lies the Lord who brings atonement home. Adorned by Gajendra, revered and bright, In the tangled locks, Ganga's light. One and only, the great divine, In memory we hold, our souls entwine. Girish, Ganesh, in azure hue, Riding the bull, form beyond view. Radiant with grace, in ash adorned, Spouse of Bhavani, with faces adorned. Har Har Mahadev, we chant in deep, Om Namah Shivaya, our hearts keep. पशूनां पतिं पापनाशं परेशं गजेन्द्रस्यकृत्तिंवसानंवरेण्यम जटाजूटमध्ये स्फुरद्गाङ्गवारिं महादेवमेकं स्मरामिस्मरारिम गिरीशं गणेशं गले नीलवर्णं गवेन्द्राधिरूढं गुणातीतरूपम् भवंभास्वरं भस्मना भूषिताङ्गं भवानीकलत्रंभजेपञ्चवक्त्रम् हर हर महादेव 🙏 ॐ नमः शिवाय 🙏
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  • दूध को दही बनने में जितनी स्थिरता की जरूरत है, उस दही को मक्खन और घी बनने में उतनी ही हलचल एवं अग्नि-परीक्षा की जरूरत होती है।

    सनातन आदर्शों में सदैव एक हाथ में शस्त्र, दूसरे में शास्त्र होता है, कभी हमने सोचा है, ऐसा क्यों है?

    क्योंकि शस्त्र से साथ धैर्य जरूरी है और धैर्य शास्त्र से आता है। शस्त्र जरूरी नहीं कि बन्दूक ही हो, हमारी प्रोफेशनल डिग्री भी शस्त्र हो सकती है और आध्यात्मिक अभ्यास भी शास्त्र होता है। ध्यान रहे कि कोई कितना भी उतावला क्यों न हो, लेकिन बच्चा नौ महीने बाद ही जन्म लेता है अन्यथा कमजोर रह जायेगा।

    यह सच है कि बन्दूक का काम गोली चलाना होता है। यही बन्दूक एक फौजी के हाथ में भी होती है और यही आतंकवादी के हाथ में भी, अंतर तो बस धैर्य है जो उसका सही संचालन करता है। हम बन्दूक की नहीं, धैर्य की पूजा करते हैं। आतंकवादी जानता है कैसे टिग्गर दबाना है? यद्यपि एक फौजी की भी ऊँगली टिग्गर पर होती है पर वह जानता है कि कब गोली नहीं चलानी है?

    यही अंतर है सनातन के रक्षकों और अन्य में। वास्तव में राजनीति का दूसरा नाम धैर्य है। राजधर्म का दूसरा नाम धैर्य है। ठीक ऐसे ही आत्म-उद्धार एवं आत्म-साक्षात्कार के लिए एक तरफ संयम आदि के सत्य सिद्धांतों को मजबूती से पकड़ने की जरूरत है, तो दूसरी तरफ अपनी और असहायों की सुरक्षा के लिए शस्त्र की भी उतनी ही आवश्यकता होती है।

    कब धैर्य और कब कर्म की आवश्यकता है? समय की मांग और चुनाव की क्षमता ही हमारी अग्नि-परीक्षा है जिससे गुजरकर व्यक्ति कुंदन बनता है।

    “धैर्य ही है जो जीवन की किताब के हर पन्ने को बांधकर रखता है”
    दूध को दही बनने में जितनी स्थिरता की जरूरत है, उस दही को मक्खन और घी बनने में उतनी ही हलचल एवं अग्नि-परीक्षा की जरूरत होती है। सनातन आदर्शों में सदैव एक हाथ में शस्त्र, दूसरे में शास्त्र होता है, कभी हमने सोचा है, ऐसा क्यों है? क्योंकि शस्त्र से साथ धैर्य जरूरी है और धैर्य शास्त्र से आता है। शस्त्र जरूरी नहीं कि बन्दूक ही हो, हमारी प्रोफेशनल डिग्री भी शस्त्र हो सकती है और आध्यात्मिक अभ्यास भी शास्त्र होता है। ध्यान रहे कि कोई कितना भी उतावला क्यों न हो, लेकिन बच्चा नौ महीने बाद ही जन्म लेता है अन्यथा कमजोर रह जायेगा। यह सच है कि बन्दूक का काम गोली चलाना होता है। यही बन्दूक एक फौजी के हाथ में भी होती है और यही आतंकवादी के हाथ में भी, अंतर तो बस धैर्य है जो उसका सही संचालन करता है। हम बन्दूक की नहीं, धैर्य की पूजा करते हैं। आतंकवादी जानता है कैसे टिग्गर दबाना है? यद्यपि एक फौजी की भी ऊँगली टिग्गर पर होती है पर वह जानता है कि कब गोली नहीं चलानी है? यही अंतर है सनातन के रक्षकों और अन्य में। वास्तव में राजनीति का दूसरा नाम धैर्य है। राजधर्म का दूसरा नाम धैर्य है। ठीक ऐसे ही आत्म-उद्धार एवं आत्म-साक्षात्कार के लिए एक तरफ संयम आदि के सत्य सिद्धांतों को मजबूती से पकड़ने की जरूरत है, तो दूसरी तरफ अपनी और असहायों की सुरक्षा के लिए शस्त्र की भी उतनी ही आवश्यकता होती है। कब धैर्य और कब कर्म की आवश्यकता है? समय की मांग और चुनाव की क्षमता ही हमारी अग्नि-परीक्षा है जिससे गुजरकर व्यक्ति कुंदन बनता है। “धैर्य ही है जो जीवन की किताब के हर पन्ने को बांधकर रखता है”
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  • Must read for Librandu jamaat

    🔥 एक नाव बीच नदी में डूब गई, शिकायत राजा तक आई... राजा के दरबार में पेशी हुई

    राजा ने नाविक से पूछा – नाव कैसे डूबी?

    राजा : क्या नाव में छेद था?
    नाविक – नहीं महाराज, नाव बिल्कुल दुरुस्त थी!

    राजा – क्या तुमने सवारी अधिक बिठाई?
    नाविक – नहीं महाराज, सवारी नाव की क्षमतानुसार ही थे और न जाने कितनी बार मैंने उससे अधिक सवारी बिठाकर भी नाव पार लगाई है!

    राजा – आँधी, तूफान जैसी कोई प्राकृतिक आपदा भी तो नहीं थी न?
    नाविक – मौसम सुहाना तथा नदी भी बिल्कुल शान्त थी महाराज!

    राजा – कहीं मदिरा पान तो नहीं किया था तुमने?
    नाविक – नहीं महाराज, आप चाहें तो इन लोगों से पूछ कर संतुष्ट हो सकते हैं यह लोग भी मेरे साथ तैरकर जीवित लौटे हैं!

    महाराज– फिर, क्या चूक हुई? कैसे हुई इतनी बड़ी दुर्घटना?

    नाविक – महाराज, नाव हौले-हौले, बिना हिलकोरे लिये नदी में चल रही थी. तभी नाव में बैठे एक आदमी ने नाव के भीतर ही थूक दिया!

    मैंने पतवार रोक के उसका विरोध किया और पूछा कि भाई “तुमने नाव के भीतर क्यों थूका?"
    उसने उपहास में कहा – “क्या मेरे नाव में थूकने से ये नाव डूब जायेगी?"

    मैंने कहा – "नाव तो नहीं डूबेगी लेकिन तुम्हारे इस निकृष्ट कार्य से हमें घिन आ रही है, बताओ, जो नाव तुमको अपने सीने पर बिठाकर इस पार से उस पार ले जा रही है तुम उसी में क्यों थूक रहे हो??

    राजा – फिर?
    नाविक – महाराज मेरी इतनी बात पर वो तुनक गया, बोला पैसा देते हैं नदी पार करने के. कोई एहसान नहीं कर रहे तुम और तुम्हारी नाव.

    राजा (विस्मय के साथ) – पैसा देने का क्या मतलब, साला नाव में थूकेगा क्या? अच्छा, फिर क्या हुआ?
    नाविक – महाराज वो मुझसे झगड़ा करने लगा.

    राजा – नाव में बैठे और लोग क्या कर रहे थे? क्या उन लोगों ने उसका विरोध नहीं किया?
    नाविक – हाँ, नाव के बहुत से लोग मेरे साथ उसका विरोध करने लगे!

    राजा – तब तो उसका मनोबल टूटा होगा, उसको अपनी गलती का एहसास हुआ होगा?
    नाविक – ऐसा नहीं था महाराज, नाव में कुछ लोग ऐसे भी थे जो उसके साथ उसके पक्ष में खड़े हो गये ... नाव के भीतर ही दो खेमे बँट गये, बीच मझधार में ही यात्री आपस में उलझ पड़े...

    राजा – चलती नाव में ही मारपीट, तुमने उन्हें समझाया तथा रोका नहीं?...
    नाविक – रोका महाराज, हाथ जोड़कर विनती भी की, मैने कहा – नाव इस वक्त अपने नाजुक दौर में है, इस वक्त नाव में तनिक भी हलचल हम सबकी जान का खतरा बन जायेगी लेकिन वो नहीं माने, सब एक दूसरे पर टूट पड़े तथा नाव ने बीच गहरी धारा में ही संतुलन खो दिया महाराज...

    कहानी का सार

    इस नाजुक दौर में भी बहुत से लोग देश की नाव में थूक रहे हैं... अनुरोध है कि, धैर्य बनाये रखें ताकि, नाव के संतुलन खोने से बाकी लोग न मारे जाएं..

    समझदार के लिए इशारा काफी है
    Dr GP
    Must read for Librandu jamaat 🔥 एक नाव बीच नदी में डूब गई, शिकायत राजा तक आई... राजा के दरबार में पेशी हुई राजा ने नाविक से पूछा – नाव कैसे डूबी? राजा : क्या नाव में छेद था? नाविक – नहीं महाराज, नाव बिल्कुल दुरुस्त थी! राजा – क्या तुमने सवारी अधिक बिठाई? नाविक – नहीं महाराज, सवारी नाव की क्षमतानुसार ही थे और न जाने कितनी बार मैंने उससे अधिक सवारी बिठाकर भी नाव पार लगाई है! राजा – आँधी, तूफान जैसी कोई प्राकृतिक आपदा भी तो नहीं थी न? नाविक – मौसम सुहाना तथा नदी भी बिल्कुल शान्त थी महाराज! राजा – कहीं मदिरा पान तो नहीं किया था तुमने? नाविक – नहीं महाराज, आप चाहें तो इन लोगों से पूछ कर संतुष्ट हो सकते हैं यह लोग भी मेरे साथ तैरकर जीवित लौटे हैं! महाराज– फिर, क्या चूक हुई? कैसे हुई इतनी बड़ी दुर्घटना? नाविक – महाराज, नाव हौले-हौले, बिना हिलकोरे लिये नदी में चल रही थी. तभी नाव में बैठे एक आदमी ने नाव के भीतर ही थूक दिया! मैंने पतवार रोक के उसका विरोध किया और पूछा कि भाई “तुमने नाव के भीतर क्यों थूका?" उसने उपहास में कहा – “क्या मेरे नाव में थूकने से ये नाव डूब जायेगी?" मैंने कहा – "नाव तो नहीं डूबेगी लेकिन तुम्हारे इस निकृष्ट कार्य से हमें घिन आ रही है, बताओ, जो नाव तुमको अपने सीने पर बिठाकर इस पार से उस पार ले जा रही है तुम उसी में क्यों थूक रहे हो?? राजा – फिर? नाविक – महाराज मेरी इतनी बात पर वो तुनक गया, बोला पैसा देते हैं नदी पार करने के. कोई एहसान नहीं कर रहे तुम और तुम्हारी नाव. राजा (विस्मय के साथ) – पैसा देने का क्या मतलब, साला नाव में थूकेगा क्या? अच्छा, फिर क्या हुआ? नाविक – महाराज वो मुझसे झगड़ा करने लगा. राजा – नाव में बैठे और लोग क्या कर रहे थे? क्या उन लोगों ने उसका विरोध नहीं किया? नाविक – हाँ, नाव के बहुत से लोग मेरे साथ उसका विरोध करने लगे! राजा – तब तो उसका मनोबल टूटा होगा, उसको अपनी गलती का एहसास हुआ होगा? नाविक – ऐसा नहीं था महाराज, नाव में कुछ लोग ऐसे भी थे जो उसके साथ उसके पक्ष में खड़े हो गये ... नाव के भीतर ही दो खेमे बँट गये, बीच मझधार में ही यात्री आपस में उलझ पड़े... राजा – चलती नाव में ही मारपीट, तुमने उन्हें समझाया तथा रोका नहीं?... नाविक – रोका महाराज, हाथ जोड़कर विनती भी की, मैने कहा – नाव इस वक्त अपने नाजुक दौर में है, इस वक्त नाव में तनिक भी हलचल हम सबकी जान का खतरा बन जायेगी लेकिन वो नहीं माने, सब एक दूसरे पर टूट पड़े तथा नाव ने बीच गहरी धारा में ही संतुलन खो दिया महाराज... कहानी का सार इस नाजुक दौर में भी बहुत से लोग देश की नाव में थूक रहे हैं... अनुरोध है कि, धैर्य बनाये रखें ताकि, नाव के संतुलन खोने से बाकी लोग न मारे जाएं.. समझदार के लिए इशारा काफी है Dr GP
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  • यदि महाभारत को पढ़ने का समय न हो तो भी इसके नौ सार- सूत्र हमारे जीवन में उपयोगी सिद्ध हो सकते है, जरूर पढ़े...

    1.संतानों की गलत माँग और हठ पर समय रहते अंकुश नहीं लगाया गया, तो अंत में आप असहाय हो जायेंगे- कौरव

    2.आप भले ही कितने बलवान हो लेकिन अधर्म के साथ हो तो, आपकी विद्या, अस्त्र-शस्त्र शक्ति और वरदान सब निष्फल हो जायेगा - कर्ण

    3.संतानों को इतना महत्वाकांक्षी मत बना दो कि विद्या का दुरुपयोग कर स्वयंनाश कर सर्वनाश को आमंत्रित करे- अश्वत्थामा

    4.कभी किसी को ऐसा वचन मत दो कि आपको अधर्मियों के आगे समर्पण करना पड़े -भीष्म पितामह

    5.संपत्ति, शक्ति व सत्ता का दुरुपयोग और दुराचारियों का साथ अंत में स्वयंनाश का दर्शन कराता है -दुर्योधन

    6.अं ध व्यक्ति- अर्थात मुद्रा, मदिरा, अज्ञान, मोह और काम ( मृदुला) अंध व्यक्ति के हाथ में सत्ता भी विनाश की ओर ले जाती है -धृतराष्ट्र

    7. यदि व्यक्ति के पास विद्या, विवेक से बँधी हो तो विजय अवश्य मिलती है -अर्जुन

    8. हर कार्य में छल, कपट, व प्रपंच रच कर आप हमेशा सफल नहीं हो सकते - शकुनि

    9. यदि आप नीति, धर्म, व कर्म का सफलता पूर्वक पालन करेंगे, तो विश्व की कोई भी शक्ति आपको पराजित नहीं कर सकती - युधिष्ठिर

    यदि इन नौ सूत्रों से सबक लेना सम्भव नहीं होता है तो जीवन मे महाभारत संभव हो जाता है..
    जय श्रीकृष्णा, जय गोविंदा ✨🙏

    तं सूर्यं जगतां नाथं ज्ञानविज्ञानमोक्षदम्।
    महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्।।
    यदि महाभारत को पढ़ने का समय न हो तो भी इसके नौ सार- सूत्र हमारे जीवन में उपयोगी सिद्ध हो सकते है, जरूर पढ़े... 1.संतानों की गलत माँग और हठ पर समय रहते अंकुश नहीं लगाया गया, तो अंत में आप असहाय हो जायेंगे- कौरव 2.आप भले ही कितने बलवान हो लेकिन अधर्म के साथ हो तो, आपकी विद्या, अस्त्र-शस्त्र शक्ति और वरदान सब निष्फल हो जायेगा - कर्ण 3.संतानों को इतना महत्वाकांक्षी मत बना दो कि विद्या का दुरुपयोग कर स्वयंनाश कर सर्वनाश को आमंत्रित करे- अश्वत्थामा 4.कभी किसी को ऐसा वचन मत दो कि आपको अधर्मियों के आगे समर्पण करना पड़े -भीष्म पितामह 5.संपत्ति, शक्ति व सत्ता का दुरुपयोग और दुराचारियों का साथ अंत में स्वयंनाश का दर्शन कराता है -दुर्योधन 6.अं ध व्यक्ति- अर्थात मुद्रा, मदिरा, अज्ञान, मोह और काम ( मृदुला) अंध व्यक्ति के हाथ में सत्ता भी विनाश की ओर ले जाती है -धृतराष्ट्र 7. यदि व्यक्ति के पास विद्या, विवेक से बँधी हो तो विजय अवश्य मिलती है -अर्जुन 8. हर कार्य में छल, कपट, व प्रपंच रच कर आप हमेशा सफल नहीं हो सकते - शकुनि 9. यदि आप नीति, धर्म, व कर्म का सफलता पूर्वक पालन करेंगे, तो विश्व की कोई भी शक्ति आपको पराजित नहीं कर सकती - युधिष्ठिर यदि इन नौ सूत्रों से सबक लेना सम्भव नहीं होता है तो जीवन मे महाभारत संभव हो जाता है.. जय श्रीकृष्णा, जय गोविंदा ✨🙏 तं सूर्यं जगतां नाथं ज्ञानविज्ञानमोक्षदम्। महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्।।
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  • मातृतीर्थ औंशीको अवसरमा सबै आमाहरूलाई नमन !
    In the gentle glow of Mother's love,
    We find solace, like stars above.
    Her tender touch, a guiding light,
    In every moment, day or night.

    With each sunrise, her smile would bloom,
    Dispelling darkness, lifting gloom.
    Yet, silently, she'd sacrifice,
    Her needs, her dreams, without a price.

    From dawn till dusk, she'd toil away,
    Her love a beacon, come what may.
    In simple joys, her heart would sing,
    A melody of nurturing.

    Through tales of gods and legends old,
    Her lullabies, a tale retold.
    In her embrace, we'd find our peace,
    Her love, a bond that'll never cease.

    So, on this day, let's raise a cheer,
    For mothers, who hold us dear.
    In every rhyme, in every line,
    Their love, eternal, divine.

    In her wrinkled hands, a story unfolds,
    A journey of love, through time untold.
    From the crack of dawn, till the setting sun,
    Her devotion, an endless run.

    From tending fields to brewing tea,
    Every chore, a labor of love, you see.
    With each meal served, with tender care,
    Her warmth, her love, always there.

    In the quiet of night, her prayers ascend,
    For her children's happiness, she'd bend.
    Through joy and sorrow, she'd stand tall,
    Her love, a fortress, never to fall.

    So, let's honor her, this special day,
    In every word, in every way.
    For her love, her strength, her grace,
    Make her shine in every place.
    मातृतीर्थ औंशीको अवसरमा सबै आमाहरूलाई नमन ! In the gentle glow of Mother's love, We find solace, like stars above. Her tender touch, a guiding light, In every moment, day or night. With each sunrise, her smile would bloom, Dispelling darkness, lifting gloom. Yet, silently, she'd sacrifice, Her needs, her dreams, without a price. From dawn till dusk, she'd toil away, Her love a beacon, come what may. In simple joys, her heart would sing, A melody of nurturing. Through tales of gods and legends old, Her lullabies, a tale retold. In her embrace, we'd find our peace, Her love, a bond that'll never cease. So, on this day, let's raise a cheer, For mothers, who hold us dear. In every rhyme, in every line, Their love, eternal, divine. In her wrinkled hands, a story unfolds, A journey of love, through time untold. From the crack of dawn, till the setting sun, Her devotion, an endless run. From tending fields to brewing tea, Every chore, a labor of love, you see. With each meal served, with tender care, Her warmth, her love, always there. In the quiet of night, her prayers ascend, For her children's happiness, she'd bend. Through joy and sorrow, she'd stand tall, Her love, a fortress, never to fall. So, let's honor her, this special day, In every word, in every way. For her love, her strength, her grace, Make her shine in every place.
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  • संविधान सभा मे सब सनातनी थे, सिवाय लेहरू जी के 🤣😂

    मोदीजी ✌️

    Nehru was Muslim?
    संविधान सभा मे सब सनातनी थे, सिवाय लेहरू जी के 🤣😂 मोदीजी ✌️ Nehru was Muslim?
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  • यदि महाभारत को पढ़ने का समय न हो तो भी इसके नौ सार- सूत्र हमारे जीवन में उपयोगी सिद्ध हो सकते है, जरूर पढ़ें...

    1.संतानों की गलत माँग और हठ पर समय रहते अंकुश नहीं लगाया गया, तो अंत में आप असहाय हो जायेंगे- कौरव

    2.आप भले ही कितने बलवान हो लेकिन अधर्म के साथ हो तो, आपकी विद्या, अस्त्र-शस्त्र शक्ति और वरदान सब निष्फल हो जायेगा - कर्ण

    3.संतानों को इतना महत्वाकांक्षी मत बना दो कि विद्या का दुरुपयोग कर स्वयंनाश कर सर्वनाश को आमंत्रित करे- अश्वत्थामा

    4.कभी किसी को ऐसा वचन मत दो कि आपको अधर्मियों के आगे समर्पण करना पड़े -भीष्म पितामह

    5.संपत्ति, शक्ति व सत्ता का दुरुपयोग और दुराचारियों का साथ अंत में स्वयंनाश का दर्शन कराता है -दुर्योधन

    6.अं ध व्यक्ति- अर्थात मुद्रा, मदिरा, अज्ञान, मोह और काम ( मृदुला) अंध व्यक्ति के हाथ में सत्ता भी विनाश की ओर ले जाती है -धृतराष्ट्र

    7. यदि व्यक्ति के पास विद्या, विवेक से बँधी हो तो विजय अवश्य मिलती है -अर्जुन

    8. हर कार्य में छल, कपट, व प्रपंच रच कर आप हमेशा सफल नहीं हो सकते - शकुनि

    9. यदि आप नीति, धर्म, व कर्म का सफलता पूर्वक पालन करेंगे, तो विश्व की कोई भी शक्ति आपको पराजित नहीं कर सकती - युधिष्ठिर

    यदि इन नौ सूत्रों से सबक लेना सम्भव नहीं होता है तो जीवन मे महाभारत संभव हो जाता है..
    जय श्रीकृष्णा, जय गोविंदा ✨🙏

    तं सूर्यं जगतां नाथं ज्ञानविज्ञानमोक्षदम्।
    महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्।।
    यदि महाभारत को पढ़ने का समय न हो तो भी इसके नौ सार- सूत्र हमारे जीवन में उपयोगी सिद्ध हो सकते है, जरूर पढ़ें... 1.संतानों की गलत माँग और हठ पर समय रहते अंकुश नहीं लगाया गया, तो अंत में आप असहाय हो जायेंगे- कौरव 2.आप भले ही कितने बलवान हो लेकिन अधर्म के साथ हो तो, आपकी विद्या, अस्त्र-शस्त्र शक्ति और वरदान सब निष्फल हो जायेगा - कर्ण 3.संतानों को इतना महत्वाकांक्षी मत बना दो कि विद्या का दुरुपयोग कर स्वयंनाश कर सर्वनाश को आमंत्रित करे- अश्वत्थामा 4.कभी किसी को ऐसा वचन मत दो कि आपको अधर्मियों के आगे समर्पण करना पड़े -भीष्म पितामह 5.संपत्ति, शक्ति व सत्ता का दुरुपयोग और दुराचारियों का साथ अंत में स्वयंनाश का दर्शन कराता है -दुर्योधन 6.अं ध व्यक्ति- अर्थात मुद्रा, मदिरा, अज्ञान, मोह और काम ( मृदुला) अंध व्यक्ति के हाथ में सत्ता भी विनाश की ओर ले जाती है -धृतराष्ट्र 7. यदि व्यक्ति के पास विद्या, विवेक से बँधी हो तो विजय अवश्य मिलती है -अर्जुन 8. हर कार्य में छल, कपट, व प्रपंच रच कर आप हमेशा सफल नहीं हो सकते - शकुनि 9. यदि आप नीति, धर्म, व कर्म का सफलता पूर्वक पालन करेंगे, तो विश्व की कोई भी शक्ति आपको पराजित नहीं कर सकती - युधिष्ठिर यदि इन नौ सूत्रों से सबक लेना सम्भव नहीं होता है तो जीवन मे महाभारत संभव हो जाता है.. जय श्रीकृष्णा, जय गोविंदा ✨🙏 तं सूर्यं जगतां नाथं ज्ञानविज्ञानमोक्षदम्। महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्।।
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  • हर इंसान कांग्रेस के दो -दो चुनाव चिन्ह ले कर मतदान केंद्र जाता है... इसका भी संज्ञान ले ले कोई 😂🤣🤣
    Dhogle log! Kehete they Ram Sabke hey fir kyun ye sabal?
    हर इंसान कांग्रेस के दो -दो चुनाव चिन्ह ले कर मतदान केंद्र जाता है... इसका भी संज्ञान ले ले कोई 😂🤣🤣 Dhogle log! Kehete they Ram Sabke hey fir kyun ye sabal?
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  • के तपाईंलाई थाहा छ कि यी वन आगहरू संगठित धोखाधड़ी हुन सक्छ, जसले climate activists सिद्धान्त सिद्ध गर्नका लागि? अहिले देशभर 800+ घर जलेका छन् भने करोडौंको सम्पति नुक्सान भएको छ। 🥹

    Do you know that these forest fires could have been organized fraudulent activities to prove the point of climate activists? Currently, more than 800 homes have been burnt across the country, resulting in losses worth millions. 🥹
    के तपाईंलाई थाहा छ कि यी वन आगहरू संगठित धोखाधड़ी हुन सक्छ, जसले climate activists सिद्धान्त सिद्ध गर्नका लागि? अहिले देशभर 800+ घर जलेका छन् भने करोडौंको सम्पति नुक्सान भएको छ। 🥹 Do you know that these forest fires could have been organized fraudulent activities to prove the point of climate activists? Currently, more than 800 homes have been burnt across the country, resulting in losses worth millions. 🥹
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  • बताया जा रहा है , हर साल इतने लोग भारत की नागरिकता छोड़ रहे है।

    तो इसमें सरकार की कमी है।

    ये आधा सत्य है। लोग बस पासपोर्ट त्याग रहे है।

    ओसीआई (ओवरसीज़ सिटीजन ऑफ़ इंडिया) कार्ड कोई नहीं छोड़ रहा है।

    ओसीआई कार्ड सिर्फ़ कृषि योग्य भूमि क्रय करने, वोट देने के अधिकार और सरकारी नौकरी के अलावा सारे अधिकार देता है।

    इसके तहत व्यक्ति अनंत काल तक भारत में रह सकता है और अनेकों बार बिना रोक टोक आ जा सकता है।

    तो जब इतनी समस्या है तो फिर ओसीआई क्यों लेना।
    बताया जा रहा है , हर साल इतने लोग भारत की नागरिकता छोड़ रहे है। तो इसमें सरकार की कमी है। ये आधा सत्य है। लोग बस पासपोर्ट त्याग रहे है। ओसीआई (ओवरसीज़ सिटीजन ऑफ़ इंडिया) कार्ड कोई नहीं छोड़ रहा है। ओसीआई कार्ड सिर्फ़ कृषि योग्य भूमि क्रय करने, वोट देने के अधिकार और सरकारी नौकरी के अलावा सारे अधिकार देता है। इसके तहत व्यक्ति अनंत काल तक भारत में रह सकता है और अनेकों बार बिना रोक टोक आ जा सकता है। तो जब इतनी समस्या है तो फिर ओसीआई क्यों लेना।
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  • Another FAKE news BUSTED

    आज जन्मजात झूठे लोग NEET के पेपर leak होने की ख़बर फैला रहे हैं.

    जबकि सच यह है कि आपको गलत सूचना दी जा रही है। एक केंद्र पर हिंदी प्रश्न पत्र न मिलने के कारण रोष में आकर कुछ छात्र प्रश्न पत्र लेकर बाहर आ गये थे।

    अब यह लोग अफवाह फैला कर लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं.

    कांग्रेस सत्ता के लिए बैचेन हो गई है। झूठ बोलने से भी बाज नहीं आ रही है... लेकिन समस्या यह है कि इनके झूठ तुरंत ही counter हो जाते हैं.
    Another FAKE news BUSTED आज जन्मजात झूठे लोग NEET के पेपर leak होने की ख़बर फैला रहे हैं. जबकि सच यह है कि आपको गलत सूचना दी जा रही है। एक केंद्र पर हिंदी प्रश्न पत्र न मिलने के कारण रोष में आकर कुछ छात्र प्रश्न पत्र लेकर बाहर आ गये थे। अब यह लोग अफवाह फैला कर लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं. कांग्रेस सत्ता के लिए बैचेन हो गई है। झूठ बोलने से भी बाज नहीं आ रही है... लेकिन समस्या यह है कि इनके झूठ तुरंत ही counter हो जाते हैं.
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