3 जुलाई, लंदन - आर्य समाज लंदन में सत्संग और भजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में मंदिर के मुख्य पुजारी ने उपस्थित श्रद्धालुओं के लिए प्रतिदिन प्रार्थना व हवनयज्ञ कार्यक्रम का आयोजन किया.

हवन यज्ञ के बाद, मंदिर के प्रमुख भजन गायक लेखराम दसमुथ ने 'पूजनीय प्रभु हमारे' की यज्ञ प्रार्थना की भजन प्रस्तुत किया।

यज्ञ प्रार्थना के बाद, आर्य समाज लंदन ने नेपाल आर्य समाज के आजीवन सदस्य और काठमांडू,नेपाल के एक पत्रकार किशोर कुमार सेडाई और उनके भाई दीपेंद्र सेडाई और भतीजे डीएन राज सेडाई का स्वागत किया गया।

इस अवसर पर बोलते हुए किशोर सेडाई ने कहा कि पंडित माधव राज जोशी और उनके पुत्र शुक्र राज शास्त्री ने नेपाल में आर्य समाज के विस्तार में बहुत बड़ा योगदान दिया था। पत्रकार सेडाई ने यह भी कहा कि शुक्रराज शास्त्री को काठमांडू के इंद्रचौक में आर्य समाज और गीता के प्रचार के आरोप में 23 जनवरी 1923 को टेकू के पचली में तत्कालीन राणा सरकार ने फांसी पर लटका दिया गया था। वह नेपाल में आर्य समाज के पहले शहीद थे।

उसके बाद, भजन गायक किशोर सेडाई  ने ‘दयानन्दने जगतको जगाया’' शीर्षक से एक हिंदी भजन प्रस्तुत किया।

अंत में उपस्थित सत्संग प्रेमियों और बच्चों ने आर्य समाज के 'दस नियम' और शांति का पाठ प्रस्तुत किया।