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  • OMG! Did you know this?
    Gandhi, India's God-Like Founding Father, Was Bisexual. His lover was Hermann Kallenbach, a German-Jewish architect and bodybuilder.

    In letters, Gandhi wrote to Kallenbach, "How completely you have taken possession of my body. This is slavery with a vengeance. "

    "Your portrait (the only one) stands on my mantelpiece in the bedroom," he writes. "The mantelpiece is opposite the bed."

    In Levyveld's book, the lovers' nicknames to each other were "Upper House" and "Lower House," suggesting one may have been in a stronger position of power.
    #NotMyMahatma abcnews.go.com/Health/gandhi-…
    OMG! Did you know this? Gandhi, India's God-Like Founding Father, Was Bisexual. His lover was Hermann Kallenbach, a German-Jewish architect and bodybuilder. In letters, Gandhi wrote to Kallenbach, "How completely you have taken possession of my body. This is slavery with a vengeance. " "Your portrait (the only one) stands on my mantelpiece in the bedroom," he writes. "The mantelpiece is opposite the bed." In Levyveld's book, the lovers' nicknames to each other were "Upper House" and "Lower House," suggesting one may have been in a stronger position of power. #NotMyMahatma abcnews.go.com/Health/gandhi-…
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  • Jyotiraditya Scindia narrates the difference between Congress and BJP in Madhya Pradesh. How a beemaru state was transformed into a developed one with excellent roads, electricity, water and a lot of schemes for the girls and farmers. People have tried and tested both the governments…the track record says we’re coming back in Madhya Pradesh.
    Any alliance…it doesn’t make a difference, I’m 100% confident that we’re coming back.

    It’s Modi Ji’s leadership that makes all the difference, be it the vaccines and the fight with the pandemic, pulling out our students from Ukraine to the G20.
    Jyotiraditya Scindia narrates the difference between Congress and BJP in Madhya Pradesh. How a beemaru state was transformed into a developed one with excellent roads, electricity, water and a lot of schemes for the girls and farmers. People have tried and tested both the governments…the track record says we’re coming back in Madhya Pradesh. Any alliance…it doesn’t make a difference, I’m 100% confident that we’re coming back. It’s Modi Ji’s leadership that makes all the difference, be it the vaccines and the fight with the pandemic, pulling out our students from Ukraine to the G20.
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  • What do you make out of it?
    वैदिक धर्म ज्ञान की बात

    एक - ॐ

    दो लिंग -नर और नारी
    दो पक्ष -शुक्ल पक्षव और कृष्ण पक्ष।
    दो पूजा -वैदिकी और तांत्रिकी (पुराणोक्त)
    दो अयन - उत्तरायन और दक्षिणायन
    ( किन्नरों में भी नर , नारी अलग अलग होते हैं)

    तीन देव -ब्रह्मा, विष्णु, शंकर
    तीन देवियाँ -महा सरस्वती, महा लक्ष्मी, महा गौरी
    तीन लोक - पृथ्वी, आकाश, पाताल
    तीन गुण -सत्वगुण, रजोगुण, तमोगुण
    तीन स्थिति - ठोस, द्रव, गैस
    तीन स्तर -प्रारम्भ , मध्य, अंत
    तीन पड़ाव -बचपन, जवानी, बुढ़ापा
    तीन रचनाएँ -देव, दानव, मानव
    तीन अवस्था - जागृत, मृत, बेहोशी
    तीन काल -भूत, भविष्य, वर्तमान
    तीन नाड़ी -इडा, पिंगला, सुषुम्ना
    तीन संध्या - प्रात:, मध्याह्न, सायं
    तीन शक्ति - इच्छाशक्ति, ज्ञानशक्ति, क्रियाशक्ति

    चार धाम - बद्रीनाथ, जगन्नाथ पुरी, रामेश्वरम्, द्वारका
    चार मुनि - सनत, सनातन, सनंद, सनत कुमार
    चार वर्ण -ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र
    चार निति -साम, दाम, दंड, भेद
    चार वेद - सामवेद, ॠग्वेद, यजुर्वेद, अथर्ववेद
    चार स्त्री - माता, पत्नी, बहन, पुत्री
    चार युग -सतयुग, त्रेतायुग, द्वापर युग, कलयुग
    चार समय - सुबह,दोपहर, शाम, रात
    चार अप्सरा -- उर्वशी, रंभा, मेनका, तिलोत्तमा
    चार गुरु -माता, पिता, शिक्षक, आध्यात्मिक गुरु
    चार प्राणी -जलचर, थलचर, नभचर, उभयचर
    चार जीव - अण्डज, पिंडज, स्वेदज, उद्भिज
    चार वाणी -ओम्कार्, अकार्, उकार, मकार्
    चार आश्रम -ब्रह्मचर्य, ग्रहस्थ, वानप्रस्थ, सन्यास
    चार भोज्य -खाद्य, पेय, लेह्य, चोष्य
    चार पुरुषार्थ - धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष
    चार वाद्य - तत्, सुषिर, अवनद्व, घन

    पाँच तत्व -पृथ्वी, आकाश, अग्नि, जल, वायु
    पाँच देवता -गणेश, दुर्गा, विष्णु, शंकर, सुर्य
    पाँच ज्ञानेन्द्रियाँ -आँख, नाक, कान, जीभ, त्वचा
    पाँच कर्म - रस, रुप, गंध, स्पर्श, ध्वनि
    पाँच उंगलियां -अँगूठा, तर्जनी, मध्यमा, अनामिका, कनिष्ठा
    पाँच पूजा उपचार -गंध, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्ध
    पाँच अमृत - दूध, दही, घी, शहद, शक्कर
    पाँच प्रेत - भूत, पिशाच, वैताल, कुष्मांड, ब्रह्मराक्षस
    पाँच स्वाद -मीठा, चर्खा, खट्टा, खारा, कड़वा
    पाँच वायु - प्राण, अपान, व्यान, उदान, समान
    पाँच इन्द्रियाँ - आँख, नाक, कान, जीभ, त्वचा, मन।
    पाँच वटवृक्ष -सिद्धवट (उज्जैन), अक्षयवट (Prayagraj), बोधिवट (बोधगया), वंशीवट (वृंदावन), साक्षीवट (गया)।
    पाँच पत्ते - आम, पीपल, बरगद, गुलर, अशोक
    पाँच कन्या -अहिल्या, तारा, मंदोदरी, कुंती, द्रौपदी

    छ: ॠतु -शीत, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, बसंत, शिशिर
    छ: ज्ञान के अंग -शिक्षा, कल्प, व्याकरण, निरुक्त, छन्द, ज्योतिष
    छ: कर्म - देवपूजा, गुरु उपासना, स्वाध्याय, संयम, तप, दान।
    छ: दोष - काम, क्रोध, मद (घमंड), लोभ (लालच), मोह, आलस्य।

    सात छंद - गायत्री, उष्णिक, अनुष्टुप, वृहती, पंक्ति, त्रिष्टुप, जगती।
    सात स्वर : सा, रे, ग, म, प, ध, नि।
    सात सुर - षडज्, ॠषभ्, गांधार, मध्यम, पंचम, धैवत, निषाद।
    सात चक्र -सहस्त्रार, आज्ञा, विशुद्ध, अनाहत, मणिपुर, स्वाधिष्ठान, मूलाधार।
    सात वार -रवि, सोम, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि।
    सात मिट्टी - गौशाला, घुड़साल, हाथीसाल, राजद्वार, बाम्बी की मिट्टी, नदी संगम, तालाब।
    सात महाद्वीप - जम्बुद्वीप (एशिया), प्लक्षद्वीप, शाल्मलीद्वीप, कुशद्वीप, क्रौंचद्वीप, शाकद्वीप, पुष्करद्वीप।
    सात ॠषि - वशिष्ठ, कश्यप, अत्रि, जमदग्नि, गौतम, विश्वामित्र, भारद्वाज।
    सात धातु (शारीरिक) - रस, रक्त, मांस, मेद, अस्थि, मज्जा, वीर्य।
    सात रंग - बैंगनी, जामुनी, नीला, हरा, पीला, नारंगी, लाल।
    सात पाताल -अतल, वितल, सुतल, तलातल, महातल, रसातल, पाताल।
    सात पुरी - मथुरा, हरिद्वार, काशी, अयोध्या, उज्जैन, द्वारका, काञ्ची।
    सात धान्य - गेहूँ, चना, चांवल, जौ मूँग,उड़द, बाजरा।

    आठ मातृका - ब्राह्मी, वैष्णवी, माहेश्वरी, कौमारी, ऐन्द्री, वाराही, नारसिंही, चामुंडा।
    आठ लक्ष्मी - आदिलक्ष्मी, धनलक्ष्मी, धान्यलक्ष्मी, गजलक्ष्मी, संतानलक्ष्मी, वीरलक्ष्मी, विजयलक्ष्मी, विद्यालक्ष्मी।
    आठ वसु - अप (अह:/अयज), ध्रुव, सोम, धर, अनिल, अनल, प्रत्युष, प्रभास।
    आठ सिद्धि - अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व, वशित्व।
    आठ धातु -सोना, चांदी, तांबा, सीसा जस्ता, टिन, लोहा, पारा।

    नौ नवदुर्गा - शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चन्द्रघंटा, कुष्मांडा, स्कन्दमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, सिद्धिदात्री।
    नौ नवग्रह - सुर्य, चन्द्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु।
    नौ नवरत्न - हीरा, पन्ना, मोती, माणिक, मूंगा, पुखराज, नीलम, गोमेद, लहसुनिया।
    नौ नवनिधि - पद्मनिधि, महापद्मनिधि, नीलनिधि, मुकुंदनिधि, नंदनिधि, मकरनिधि, कच्छपनिधि, शंखनिधि, खर्व/मिश्र निधि।

    दस महाविद्या -काली, तारा, षोडशी, भुवनेश्वरी, भैरवी, छिन्नमस्तिका, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी, कमला।
    दस दिशाएँ -पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण, आग्नेय, नैॠत्य, वायव्य, ईशान, ऊपर, नीचे।
    दस दिक्पाल - इन्द्र, अग्नि, यमराज, नैॠिति, वरुण, वायुदेव, कुबेर, ईशान, ब्रह्मा, अनंत।
    दस अवतार (विष्णुजी) - मत्स्य, कच्छप, वाराह, नृसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध, कल्कि।
    दस सती - सावित्री, अनुसुइया, मंदोदरी, तुलसी, द्रौपदी, गांधारी, सीता, दमयन्ती, सुलक्षणा, अरुंधती।
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    What do you make out of it? वैदिक धर्म ज्ञान की बात एक - ॐ दो लिंग -नर और नारी दो पक्ष -शुक्ल पक्षव और कृष्ण पक्ष। दो पूजा -वैदिकी और तांत्रिकी (पुराणोक्त) दो अयन - उत्तरायन और दक्षिणायन ( किन्नरों में भी नर , नारी अलग अलग होते हैं) तीन देव -ब्रह्मा, विष्णु, शंकर तीन देवियाँ -महा सरस्वती, महा लक्ष्मी, महा गौरी तीन लोक - पृथ्वी, आकाश, पाताल तीन गुण -सत्वगुण, रजोगुण, तमोगुण तीन स्थिति - ठोस, द्रव, गैस तीन स्तर -प्रारम्भ , मध्य, अंत तीन पड़ाव -बचपन, जवानी, बुढ़ापा तीन रचनाएँ -देव, दानव, मानव तीन अवस्था - जागृत, मृत, बेहोशी तीन काल -भूत, भविष्य, वर्तमान तीन नाड़ी -इडा, पिंगला, सुषुम्ना तीन संध्या - प्रात:, मध्याह्न, सायं तीन शक्ति - इच्छाशक्ति, ज्ञानशक्ति, क्रियाशक्ति चार धाम - बद्रीनाथ, जगन्नाथ पुरी, रामेश्वरम्, द्वारका चार मुनि - सनत, सनातन, सनंद, सनत कुमार चार वर्ण -ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र चार निति -साम, दाम, दंड, भेद चार वेद - सामवेद, ॠग्वेद, यजुर्वेद, अथर्ववेद चार स्त्री - माता, पत्नी, बहन, पुत्री चार युग -सतयुग, त्रेतायुग, द्वापर युग, कलयुग चार समय - सुबह,दोपहर, शाम, रात चार अप्सरा -- उर्वशी, रंभा, मेनका, तिलोत्तमा चार गुरु -माता, पिता, शिक्षक, आध्यात्मिक गुरु चार प्राणी -जलचर, थलचर, नभचर, उभयचर चार जीव - अण्डज, पिंडज, स्वेदज, उद्भिज चार वाणी -ओम्कार्, अकार्, उकार, मकार् चार आश्रम -ब्रह्मचर्य, ग्रहस्थ, वानप्रस्थ, सन्यास चार भोज्य -खाद्य, पेय, लेह्य, चोष्य चार पुरुषार्थ - धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष चार वाद्य - तत्, सुषिर, अवनद्व, घन पाँच तत्व -पृथ्वी, आकाश, अग्नि, जल, वायु पाँच देवता -गणेश, दुर्गा, विष्णु, शंकर, सुर्य पाँच ज्ञानेन्द्रियाँ -आँख, नाक, कान, जीभ, त्वचा पाँच कर्म - रस, रुप, गंध, स्पर्श, ध्वनि पाँच उंगलियां -अँगूठा, तर्जनी, मध्यमा, अनामिका, कनिष्ठा पाँच पूजा उपचार -गंध, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्ध पाँच अमृत - दूध, दही, घी, शहद, शक्कर पाँच प्रेत - भूत, पिशाच, वैताल, कुष्मांड, ब्रह्मराक्षस पाँच स्वाद -मीठा, चर्खा, खट्टा, खारा, कड़वा पाँच वायु - प्राण, अपान, व्यान, उदान, समान पाँच इन्द्रियाँ - आँख, नाक, कान, जीभ, त्वचा, मन। पाँच वटवृक्ष -सिद्धवट (उज्जैन), अक्षयवट (Prayagraj), बोधिवट (बोधगया), वंशीवट (वृंदावन), साक्षीवट (गया)। पाँच पत्ते - आम, पीपल, बरगद, गुलर, अशोक पाँच कन्या -अहिल्या, तारा, मंदोदरी, कुंती, द्रौपदी छ: ॠतु -शीत, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, बसंत, शिशिर छ: ज्ञान के अंग -शिक्षा, कल्प, व्याकरण, निरुक्त, छन्द, ज्योतिष छ: कर्म - देवपूजा, गुरु उपासना, स्वाध्याय, संयम, तप, दान। छ: दोष - काम, क्रोध, मद (घमंड), लोभ (लालच), मोह, आलस्य। सात छंद - गायत्री, उष्णिक, अनुष्टुप, वृहती, पंक्ति, त्रिष्टुप, जगती। सात स्वर : सा, रे, ग, म, प, ध, नि। सात सुर - षडज्, ॠषभ्, गांधार, मध्यम, पंचम, धैवत, निषाद। सात चक्र -सहस्त्रार, आज्ञा, विशुद्ध, अनाहत, मणिपुर, स्वाधिष्ठान, मूलाधार। सात वार -रवि, सोम, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि। सात मिट्टी - गौशाला, घुड़साल, हाथीसाल, राजद्वार, बाम्बी की मिट्टी, नदी संगम, तालाब। सात महाद्वीप - जम्बुद्वीप (एशिया), प्लक्षद्वीप, शाल्मलीद्वीप, कुशद्वीप, क्रौंचद्वीप, शाकद्वीप, पुष्करद्वीप। सात ॠषि - वशिष्ठ, कश्यप, अत्रि, जमदग्नि, गौतम, विश्वामित्र, भारद्वाज। सात धातु (शारीरिक) - रस, रक्त, मांस, मेद, अस्थि, मज्जा, वीर्य। सात रंग - बैंगनी, जामुनी, नीला, हरा, पीला, नारंगी, लाल। सात पाताल -अतल, वितल, सुतल, तलातल, महातल, रसातल, पाताल। सात पुरी - मथुरा, हरिद्वार, काशी, अयोध्या, उज्जैन, द्वारका, काञ्ची। सात धान्य - गेहूँ, चना, चांवल, जौ मूँग,उड़द, बाजरा। आठ मातृका - ब्राह्मी, वैष्णवी, माहेश्वरी, कौमारी, ऐन्द्री, वाराही, नारसिंही, चामुंडा। आठ लक्ष्मी - आदिलक्ष्मी, धनलक्ष्मी, धान्यलक्ष्मी, गजलक्ष्मी, संतानलक्ष्मी, वीरलक्ष्मी, विजयलक्ष्मी, विद्यालक्ष्मी। आठ वसु - अप (अह:/अयज), ध्रुव, सोम, धर, अनिल, अनल, प्रत्युष, प्रभास। आठ सिद्धि - अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व, वशित्व। आठ धातु -सोना, चांदी, तांबा, सीसा जस्ता, टिन, लोहा, पारा। नौ नवदुर्गा - शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चन्द्रघंटा, कुष्मांडा, स्कन्दमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, सिद्धिदात्री। नौ नवग्रह - सुर्य, चन्द्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु। नौ नवरत्न - हीरा, पन्ना, मोती, माणिक, मूंगा, पुखराज, नीलम, गोमेद, लहसुनिया। नौ नवनिधि - पद्मनिधि, महापद्मनिधि, नीलनिधि, मुकुंदनिधि, नंदनिधि, मकरनिधि, कच्छपनिधि, शंखनिधि, खर्व/मिश्र निधि। दस महाविद्या -काली, तारा, षोडशी, भुवनेश्वरी, भैरवी, छिन्नमस्तिका, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी, कमला। दस दिशाएँ -पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण, आग्नेय, नैॠत्य, वायव्य, ईशान, ऊपर, नीचे। दस दिक्पाल - इन्द्र, अग्नि, यमराज, नैॠिति, वरुण, वायुदेव, कुबेर, ईशान, ब्रह्मा, अनंत। दस अवतार (विष्णुजी) - मत्स्य, कच्छप, वाराह, नृसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध, कल्कि। दस सती - सावित्री, अनुसुइया, मंदोदरी, तुलसी, द्रौपदी, गांधारी, सीता, दमयन्ती, सुलक्षणा, अरुंधती। Copied from Twitter
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  • In 2013, I thought Arvind Kejriwal is a breathe of fresh air. He has the capability to bring change in society.
    In 10 years, he has exposed completely himself. Can't imagine a person can be this big behrupiya... today he looks involved in every bad activity.
    Liquor scam, Sheeshmahal construction for himself, connection with SFJ and what not?
    In 2013, I thought Arvind Kejriwal is a breathe of fresh air. He has the capability to bring change in society. In 10 years, he has exposed completely himself. Can't imagine a person can be this big behrupiya... today he looks involved in every bad activity. Liquor scam, Sheeshmahal construction for himself, connection with SFJ and what not?
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  • Gujarat : Signs MOU with Japan Govt for Manufacturing

    Karnataka : Signs MOU with US for New Start Up

    Telangana : Signs MOU with Germany for another Manufacturing Plant

    Haryana : Signs MOU with Korea for Automobile Plant

    Meanwhile Bihar

    अब आगे से मत पूछना कि बिहार में investment क्यों नहीं होता. because Bihar is already developed now

    बिहार की राजधानी पटना.

    जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी होते ही शहर की शक्ल-ओ-सूरत बदल गयी है 😂
    Gujarat : Signs MOU with Japan Govt for Manufacturing Karnataka : Signs MOU with US for New Start Up Telangana : Signs MOU with Germany for another Manufacturing Plant Haryana : Signs MOU with Korea for Automobile Plant Meanwhile Bihar अब आगे से मत पूछना कि बिहार में investment क्यों नहीं होता. because Bihar is already developed now बिहार की राजधानी पटना. जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी होते ही शहर की शक्ल-ओ-सूरत बदल गयी है 😂
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  • Delhi police is raiding at several employees of Chinese funded Newsclick.

    Here is the small details of fund received from China through Newsclick:

    Javed Anand(Husband of Teesta Setalvad)- ₹13 Lakh

    Tamara(Daughter of Teesta)- ₹11 lakh

    Gautam Navlakha- ₹21 Lakh

    Paranjoy Guha- ₹40 Lakh

    Abhisar Sharma- ₹45 Lakh

    Urmilesh- ₹23 Lakh

    They are not journalists, they are propagandist employed by China.

    Former NDTV managing editors Aunindyo Chakraborty, and Newsclick journalists Urmilesh and Abhisar Sharma have been arrested on charges of terror links.

    Nine journalists have been detained by DP on the charges of tarnishing the image of the government & the country by taking money from abroad (China).

    "It is about sovereignty of India and not about freedom of speech. Newsclick funding push by China is an assault on the sovereignty of India."

    "Large sum of money has been transferred electronically. An investigation by The New York Times had also reported that NewsClick is among organisations funded by a network tied to US millionaire for pushing Chinese propaganda."


    Now journalists don't even have freedom to defame the country and government after getting funding from China in Modi's India.

    - Abhisar Sharma, Urmilesh, and 70 others
    Delhi police is raiding at several employees of Chinese funded Newsclick. Here is the small details of fund received from China through Newsclick: Javed Anand(Husband of Teesta Setalvad)- ₹13 Lakh Tamara(Daughter of Teesta)- ₹11 lakh Gautam Navlakha- ₹21 Lakh Paranjoy Guha- ₹40 Lakh Abhisar Sharma- ₹45 Lakh Urmilesh- ₹23 Lakh They are not journalists, they are propagandist employed by China. Former NDTV managing editors Aunindyo Chakraborty, and Newsclick journalists Urmilesh and Abhisar Sharma have been arrested on charges of terror links. Nine journalists have been detained by DP on the charges of tarnishing the image of the government & the country by taking money from abroad (China). "It is about sovereignty of India and not about freedom of speech. Newsclick funding push by China is an assault on the sovereignty of India." "Large sum of money has been transferred electronically. An investigation by The New York Times had also reported that NewsClick is among organisations funded by a network tied to US millionaire for pushing Chinese propaganda." Now journalists don't even have freedom to defame the country and government after getting funding from China in Modi's India. - Abhisar Sharma, Urmilesh, and 70 others
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  • इनका मक़सद किसी जाति का भला करना नहीं है

    इनका मक़सद है हिन्दुओं को आज बाँटो और कल देश को काटो

    हिंदू बँटा देश बँटा

    जो भी हिंदुओं को जातियों में लड़ाना चाहता है वो धर्म का भी दुश्मन है और राष्ट्र का भी : Kapil Mishra in Mumbai
    इनका मक़सद किसी जाति का भला करना नहीं है इनका मक़सद है हिन्दुओं को आज बाँटो और कल देश को काटो हिंदू बँटा देश बँटा जो भी हिंदुओं को जातियों में लड़ाना चाहता है वो धर्म का भी दुश्मन है और राष्ट्र का भी : Kapil Mishra in Mumbai
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  • ❗️India Demands Canada Withdraw Approximately 40 Diplomats — Financial Times

    New Delhi has asked Ottawa to recall the diplomats by October 10; the FT writes that those remaining after this date will revoke their diplomatic immunity.
    ❗️India Demands Canada Withdraw Approximately 40 Diplomats — Financial Times New Delhi has asked Ottawa to recall the diplomats by October 10; the FT writes that those remaining after this date will revoke their diplomatic immunity.
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  • Azamgarh- A 55 yr old principal of govt school, Aftab Ahmed has been arrested on complaint of parents of students.

    Parents of 10-12 yr old boys & girls allege that Principal Aftab used to sexually haras students in the name of studies, even used to make children hold his private part.

    Aftab on being called out, threatened parents. He was accused earlier also of same nature of crime
    Azamgarh- A 55 yr old principal of govt school, Aftab Ahmed has been arrested on complaint of parents of students. Parents of 10-12 yr old boys & girls allege that Principal Aftab used to sexually haras students in the name of studies, even used to make children hold his private part. Aftab on being called out, threatened parents. He was accused earlier also of same nature of crime
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  • Hundreds arrested in the last 24 hours in Assam as police launched statewide crackdown on Child Marriages.

    Grooms, Maulvis who arranged such marriages and family members who participated in the crime, all have been arrested for being involved in the marriage of underage girls.
    Hundreds arrested in the last 24 hours in Assam as police launched statewide crackdown on Child Marriages. Grooms, Maulvis who arranged such marriages and family members who participated in the crime, all have been arrested for being involved in the marriage of underage girls.
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  • IAF looking at procuring additional 97 Light Combat Aircraft Tejas Mark 1A: Air Chief Marshal VR Chaudhari
    IAF looking at procuring additional 97 Light Combat Aircraft Tejas Mark 1A: Air Chief Marshal VR Chaudhari
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  • “Mahatma Gandhi's Poverty Is Very Costly”(OSHO)

    In India, railway trains have four classes the air-conditioned, the first class, the second class and the third class. And the country is so poor that even to afford a third-class ticket is difficult for almost half of the people of the land. Gandhi started traveling in third class.

    "This is simply crowding the third class, it is already too crowded. This is not helping the poor." And you will be surprised; because Gandhi was traveling in the third class, the whole compartment was booked for him. In a 60ft compartment, where at least 80 to 90 persons would have traveled, he alone is traveling.

    And Gandhi’s biographers will write, "He was so kind to the poor." He used to drink goat's milk because that is the cheapest, and the poorest of people can afford it.

    Naturally, everybody who is conditioned with the idea immediately appreciates what a great man he is. But you don't know about his goat! I am a little crazy, because I don't care about Mahatma Gandhi much, but I care certainly about the goat. I inquired everything about the goat, and I found that his goat was being bathed every day with Lux toilet soap. The food of the goat cost in those days 10 rupees, ten rupees was the salary of a schoolteacher for one month. But nobody will look into these matters.

    Only one woman, a very intelligent woman in Mahatma Gandhi's circle, Sarojini Naidu later on she became the governor of North India joked once that to keep Mahatma Gandhi poor, we have to destroy treasures.

    His poverty is very costly. But it worked. As a politician he became the greatest politician because the poor people thought, "This is the man who is our real representative because he lives like a poor man in a cottage, he drinks goats' milk, he travels in third class." But they don't know the background that to maintain his poverty was very costly. The idea he got was from the Christians. #NotMyMahatma #GandhiJayanti
    “Mahatma Gandhi's Poverty Is Very Costly”(OSHO) In India, railway trains have four classes the air-conditioned, the first class, the second class and the third class. And the country is so poor that even to afford a third-class ticket is difficult for almost half of the people of the land. Gandhi started traveling in third class. "This is simply crowding the third class, it is already too crowded. This is not helping the poor." And you will be surprised; because Gandhi was traveling in the third class, the whole compartment was booked for him. In a 60ft compartment, where at least 80 to 90 persons would have traveled, he alone is traveling. And Gandhi’s biographers will write, "He was so kind to the poor." He used to drink goat's milk because that is the cheapest, and the poorest of people can afford it. Naturally, everybody who is conditioned with the idea immediately appreciates what a great man he is. But you don't know about his goat! I am a little crazy, because I don't care about Mahatma Gandhi much, but I care certainly about the goat. I inquired everything about the goat, and I found that his goat was being bathed every day with Lux toilet soap. The food of the goat cost in those days 10 rupees, ten rupees was the salary of a schoolteacher for one month. But nobody will look into these matters. Only one woman, a very intelligent woman in Mahatma Gandhi's circle, Sarojini Naidu later on she became the governor of North India joked once that to keep Mahatma Gandhi poor, we have to destroy treasures. His poverty is very costly. But it worked. As a politician he became the greatest politician because the poor people thought, "This is the man who is our real representative because he lives like a poor man in a cottage, he drinks goats' milk, he travels in third class." But they don't know the background that to maintain his poverty was very costly. The idea he got was from the Christians. #NotMyMahatma #GandhiJayanti
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  • आजकल राहुल गांधी समेत पूरा विपक्ष जातिगत जनगणना की बकलोली करके जनता को गुमराह कर रहा है और देश की एकता अखण्डता और प्रगति में रोड़ा बनने वाले जातिवाद को बढ़ावा दे रहा है.

    आइए आपको जातिगत जनगणना के कुछ फैक्ट बताते हैं जो राहुल गांधी व पूरा घमंडीया ठगबंधन आपसे बड़ी चालाकी से छुपा रहा है!

    कॉंग्रेस ने 5000 करोड़ रुपये खर्च करके 2011 में जातिगत जनगणना करवायी थी.

    कॉंग्रेस सरकार ने 2011 के जातिगत जनगणना के आंकड़े को कभी सार्वजानिक नहीं किया क्योंकि उसमे भयंकर गलतियां थी.

    2011 की जातिगत जनगणना में लोगों ने जाति, उप-जाति, नाम, उप-नाम, गोत्र, समुदाय के नाम दर्ज करा दिए। जिसके परिणाम स्वरूप 1931 की जातीय जनगणना के अनुसार 4147 जातियां थी जो 2011 की जातीय जनगणना में 46 लाख जातियां हो गई.

    पूरे देश में सामाजिक, आर्थिक और जातीय जनगणना - 2011 में 1 करोड़ 18 लाख त्रुटियां पाई गईं।

    एक-एक जाति को 45 प्रकार से दर्ज कर दिया गया था।

    2011 की जातीय जनगणना के आँकड़ों में इतनी अशुद्धि, विसंगति और त्रुटियां थीं कि उनका वर्गीकरण करना संभव नहीं था।

    आँकड़ों की इस भारी विसंगतियों का हवाला देकर कांग्रेस की केन्‍द्र सरकार ने सामाजिक, आर्थिक और जातीय जनगणना - 2011 के जातीय आंकड़ों को सार्वजनिक नहीं किया।

    इतना ही नहीं 2015 में कर्नाटक की तत्‍कालीन कांग्रेस सरकार ने 147 करोड़ रुपये खर्च कर राज्‍य में जातीय गणना करायी थी परन्‍तु कुल प्रमुख जातियों की संख्‍या अपेक्षा से काफी कम पाये जाने पर आँकड़ों को आज तक सार्वजनिक नहीं किया गया।

    राहुल गांधी के परिवार ने ने बार-बार ओबीसी समाज का अपमान किया है। इंदिरा गांधी ने मण्डल कमीशन की रिपोर्ट को मान्यता नहीं दी, राजीव गांधी ने विरोध किया, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद, 1995 में, ओबीसी समाज को केंद्रीय नौकरियों में आरक्षण देने के लिए मजबूर होना पड़ा।

    आज राहुल बाबा समेत पूरा विपक्ष ओबीसी और जातीय जनगणना की बकलोली करके चुनाव जीतना चाहते है. राहुल गांधी झूठ और फ़रेब की राजनीति करते हैं.

    कॉंग्रेस हमेशा बाँटो और राज करो के फॉर्मूले पर राज करती आई है. कॉंग्रेस ने पहले धर्म के आधार पर अखंड भारत को खण्डित किया. उसके बाद सनातनियों को जाति और धर्म के नाम पर बांटने का कार्य किया.

    कॉंग्रेस ने सिखों को हिन्दुओ से अलग किया. जातिवाद को बढ़ावा देकर हिन्दुओ को आपस में लड़वाने का काम अभी तक कर रही है.

    कॉंग्रेस ने 60 साल तक भारत में एकछत्र कुशासन करने के दौरान बड़ी संख्या मे हिन्दुओ का धर्मांतरण भी कराया जो आज भी चोरी छुपे जारी है.

    जो काम मुगल आक्रमणकारी और अंग्रेज नहीं कर सके वो काम करने का जिम्मा उन्होंने कॉंग्रेस को सौंप दिया था. कॉंग्रेस ने 60 साल के कुशासन मे मुग़लों और अंग्रेजों के एजेंडे को आगे बढ़ाने का काम किया है. आज भी कॉंग्रेस यही कर रहीं है.

    मुझे यह देखकर बड़ा दुख होता है कि कुछ हिन्दू चंद पैसों, पद, प्रतिष्ठा के लालच में कैसे अपने ही देश और अपने ही धर्म, अपने ही लोगों के साथ गद्दारी, विश्वासघात कर रहे है.

    भारत की बहुसंख्यक जनता को इस षड्यंत्र को समझना होगा और ऐसे षडयंत्रकारियों को लोकतांत्रिक ढंग से सबक सिखाना होगा.

    कॉंग्रेस समेत घमंडीया ठगबंधन को वोट देना, समर्थन करना मतलब अपने देश, अपने धर्म से गद्दारी करने के समान है. ये बहुत बड़ा पाप है. इस पाप का भागीदार बनने से बचिए वर्ना ना ये देश बचेगा ना हिन्दू (सनातन) धर्म बचेगा.

    जिस देश, जिस धर्म को बचाने के लिए क्षत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, रानी लक्ष्मीबाई जैसे अनेकों वीरों ने अपने प्राण आहूत किये, जाने अनजाने हम आज तक कॉंग्रेस व घमंडीया ठगबंधन को वोट देकर अपने देश और धर्म से गद्दारी करते चले आ रहे हैं और वीरों की प्राण आहुति को अपमानित कर रहे हैं. 😔

    ✍️ Abhijeet Srivastava
    आजकल राहुल गांधी समेत पूरा विपक्ष जातिगत जनगणना की बकलोली करके जनता को गुमराह कर रहा है और देश की एकता अखण्डता और प्रगति में रोड़ा बनने वाले जातिवाद को बढ़ावा दे रहा है. आइए आपको जातिगत जनगणना के कुछ फैक्ट बताते हैं जो राहुल गांधी व पूरा घमंडीया ठगबंधन आपसे बड़ी चालाकी से छुपा रहा है! कॉंग्रेस ने 5000 करोड़ रुपये खर्च करके 2011 में जातिगत जनगणना करवायी थी. कॉंग्रेस सरकार ने 2011 के जातिगत जनगणना के आंकड़े को कभी सार्वजानिक नहीं किया क्योंकि उसमे भयंकर गलतियां थी. 2011 की जातिगत जनगणना में लोगों ने जाति, उप-जाति, नाम, उप-नाम, गोत्र, समुदाय के नाम दर्ज करा दिए। जिसके परिणाम स्वरूप 1931 की जातीय जनगणना के अनुसार 4147 जातियां थी जो 2011 की जातीय जनगणना में 46 लाख जातियां हो गई. पूरे देश में सामाजिक, आर्थिक और जातीय जनगणना - 2011 में 1 करोड़ 18 लाख त्रुटियां पाई गईं। एक-एक जाति को 45 प्रकार से दर्ज कर दिया गया था। 2011 की जातीय जनगणना के आँकड़ों में इतनी अशुद्धि, विसंगति और त्रुटियां थीं कि उनका वर्गीकरण करना संभव नहीं था। आँकड़ों की इस भारी विसंगतियों का हवाला देकर कांग्रेस की केन्‍द्र सरकार ने सामाजिक, आर्थिक और जातीय जनगणना - 2011 के जातीय आंकड़ों को सार्वजनिक नहीं किया। इतना ही नहीं 2015 में कर्नाटक की तत्‍कालीन कांग्रेस सरकार ने 147 करोड़ रुपये खर्च कर राज्‍य में जातीय गणना करायी थी परन्‍तु कुल प्रमुख जातियों की संख्‍या अपेक्षा से काफी कम पाये जाने पर आँकड़ों को आज तक सार्वजनिक नहीं किया गया। राहुल गांधी के परिवार ने ने बार-बार ओबीसी समाज का अपमान किया है। इंदिरा गांधी ने मण्डल कमीशन की रिपोर्ट को मान्यता नहीं दी, राजीव गांधी ने विरोध किया, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद, 1995 में, ओबीसी समाज को केंद्रीय नौकरियों में आरक्षण देने के लिए मजबूर होना पड़ा। आज राहुल बाबा समेत पूरा विपक्ष ओबीसी और जातीय जनगणना की बकलोली करके चुनाव जीतना चाहते है. राहुल गांधी झूठ और फ़रेब की राजनीति करते हैं. कॉंग्रेस हमेशा बाँटो और राज करो के फॉर्मूले पर राज करती आई है. कॉंग्रेस ने पहले धर्म के आधार पर अखंड भारत को खण्डित किया. उसके बाद सनातनियों को जाति और धर्म के नाम पर बांटने का कार्य किया. कॉंग्रेस ने सिखों को हिन्दुओ से अलग किया. जातिवाद को बढ़ावा देकर हिन्दुओ को आपस में लड़वाने का काम अभी तक कर रही है. कॉंग्रेस ने 60 साल तक भारत में एकछत्र कुशासन करने के दौरान बड़ी संख्या मे हिन्दुओ का धर्मांतरण भी कराया जो आज भी चोरी छुपे जारी है. जो काम मुगल आक्रमणकारी और अंग्रेज नहीं कर सके वो काम करने का जिम्मा उन्होंने कॉंग्रेस को सौंप दिया था. कॉंग्रेस ने 60 साल के कुशासन मे मुग़लों और अंग्रेजों के एजेंडे को आगे बढ़ाने का काम किया है. आज भी कॉंग्रेस यही कर रहीं है. मुझे यह देखकर बड़ा दुख होता है कि कुछ हिन्दू चंद पैसों, पद, प्रतिष्ठा के लालच में कैसे अपने ही देश और अपने ही धर्म, अपने ही लोगों के साथ गद्दारी, विश्वासघात कर रहे है. भारत की बहुसंख्यक जनता को इस षड्यंत्र को समझना होगा और ऐसे षडयंत्रकारियों को लोकतांत्रिक ढंग से सबक सिखाना होगा. कॉंग्रेस समेत घमंडीया ठगबंधन को वोट देना, समर्थन करना मतलब अपने देश, अपने धर्म से गद्दारी करने के समान है. ये बहुत बड़ा पाप है. इस पाप का भागीदार बनने से बचिए वर्ना ना ये देश बचेगा ना हिन्दू (सनातन) धर्म बचेगा. जिस देश, जिस धर्म को बचाने के लिए क्षत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, रानी लक्ष्मीबाई जैसे अनेकों वीरों ने अपने प्राण आहूत किये, जाने अनजाने हम आज तक कॉंग्रेस व घमंडीया ठगबंधन को वोट देकर अपने देश और धर्म से गद्दारी करते चले आ रहे हैं और वीरों की प्राण आहुति को अपमानित कर रहे हैं. 😔 ✍️ Abhijeet Srivastava
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  • Raid सरकार ने मारी... अपने पत्रकारों पर मारी... जिनके link चीन से हैं.

    लेकिन दर्द पाकिस्तान को हो रहा है.... है ना कमाल की बात 😀
    Raid सरकार ने मारी... अपने पत्रकारों पर मारी... जिनके link चीन से हैं. लेकिन दर्द पाकिस्तान को हो रहा है.... है ना कमाल की बात 😀
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  • अभी अभी पूरे उत्तरी भारत में में भूकंप आया है..... इसका Epicenter नेपाल में बताया जा रहा है.. और इसकी intensity थी 5.5

    अभी तक जान माल की कोई हानि की ख़बर नहीं है.... उम्मीद है ऐसा कुछ ना ही हो.

    कल ही एक ख़बर पढ़ी थी, कि एक Dutch Researcher Frank Hoogerbeets ने 30 सितम्बर को पाकिस्तान और आस पास के इलाकों में Atmospheric Fluctuations observe की थी.. और उनके अनुसार पाकिस्तान और उसके आस पास के इलाकों में बड़ा भूकंप आ सकता है.

    चूँकि भारतीय उपमाहाद्वीप में कई fault lines हैं, जो कई देशों से हो कर गुजरती हैं.. ख़ासकर हिमालय और कराकोराम range तो आपस में गुंथी हुई है... अगर कहीं भी हलचल होती है तो उसका असर पूरे ही Sub Continent पर पड़ता ही है.

    जैसे अभी नेपाल में हुई हलचल का असर पूरे उत्तर भारत पर पड़ा.

    यहाँ एक अच्छी बात है, और एक बुरी बात है.

    अच्छी ये है कि Frank की भविष्यवाणी किसी हद तक सही निकली... Frank ने ही टर्की के भूकंप की भी सटीक भविष्यवाणी की थी.... इसका अर्थ है कि शायद उन्हें कुछ सटीक patterns या हलचल की पहचान हो गई है.. जिससे वह भविष्य में भी ऐसी घटनाओं की prediction कर पाएंगे.

    बुरी बात यह है.. कि उन्होंने पाकिस्तान और आस पास के इलाकों में एक बहुत बड़े भूकंप आने की बात की है..... तो क्या ऐसा भूकंप आने वाला है??
    अभी अभी पूरे उत्तरी भारत में में भूकंप आया है..... इसका Epicenter नेपाल में बताया जा रहा है.. और इसकी intensity थी 5.5 अभी तक जान माल की कोई हानि की ख़बर नहीं है.... उम्मीद है ऐसा कुछ ना ही हो. कल ही एक ख़बर पढ़ी थी, कि एक Dutch Researcher Frank Hoogerbeets ने 30 सितम्बर को पाकिस्तान और आस पास के इलाकों में Atmospheric Fluctuations observe की थी.. और उनके अनुसार पाकिस्तान और उसके आस पास के इलाकों में बड़ा भूकंप आ सकता है. चूँकि भारतीय उपमाहाद्वीप में कई fault lines हैं, जो कई देशों से हो कर गुजरती हैं.. ख़ासकर हिमालय और कराकोराम range तो आपस में गुंथी हुई है... अगर कहीं भी हलचल होती है तो उसका असर पूरे ही Sub Continent पर पड़ता ही है. जैसे अभी नेपाल में हुई हलचल का असर पूरे उत्तर भारत पर पड़ा. यहाँ एक अच्छी बात है, और एक बुरी बात है. अच्छी ये है कि Frank की भविष्यवाणी किसी हद तक सही निकली... Frank ने ही टर्की के भूकंप की भी सटीक भविष्यवाणी की थी.... इसका अर्थ है कि शायद उन्हें कुछ सटीक patterns या हलचल की पहचान हो गई है.. जिससे वह भविष्य में भी ऐसी घटनाओं की prediction कर पाएंगे. बुरी बात यह है.. कि उन्होंने पाकिस्तान और आस पास के इलाकों में एक बहुत बड़े भूकंप आने की बात की है..... तो क्या ऐसा भूकंप आने वाला है??
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  • जातीय जनगणना चाहें तो हिन्दू समाज के लिए एक जहर हो सकता है और चाहें तो एक वरदान...
    इस जनगणना से कुछ लोगों की अकड़ निकल जानी चाहिए... देखिये कि आप अपनी हिन्दू आइडेंटिटी के साथ कहां खड़े हैं और जातीय आइडेंटिटी के साथ कहां खड़े हैं.

    अगर आप हिन्दू हैं तो आप 82% हैं, वरना आप 3%, 2.5%, 0.6% हैं. अकड़ते रहिए कि आप बहुत बड़े फन्ने खां हैं.

    एक वृक्ष में टंगा फल अलग अकड़ रहा है कि वह रसदार और मीठा है, पत्तियों की अलग अकड़ है कि उसके होने से फोटोसिंथेसिस हो रहा है, तने की अलग हनक है कि सबकुछ तो उसी पर टिका है. जड़ ने तो खैर सबका पोषण ही किया है. पर जबतक ये सब वृक्ष पर हैं, विशाल वृक्ष के अस्तित्व का भाग हैं. वरना पत्तियां बकरियां खा जाएंगी, तने का फर्नीचर बना कर बगीचे में लगा दिया जायेगा, जड़ों को उखाड़ कर फेंक दिया जायेगा. और फलों का फ्रूट सलाद बना कर शाम की इफ्तारी में निबटा दिया जाएगा.

    आपकी औकात बता दी गई है... आगे मर्जी है आपकी...
    जातीय जनगणना चाहें तो हिन्दू समाज के लिए एक जहर हो सकता है और चाहें तो एक वरदान... इस जनगणना से कुछ लोगों की अकड़ निकल जानी चाहिए... देखिये कि आप अपनी हिन्दू आइडेंटिटी के साथ कहां खड़े हैं और जातीय आइडेंटिटी के साथ कहां खड़े हैं. अगर आप हिन्दू हैं तो आप 82% हैं, वरना आप 3%, 2.5%, 0.6% हैं. अकड़ते रहिए कि आप बहुत बड़े फन्ने खां हैं. एक वृक्ष में टंगा फल अलग अकड़ रहा है कि वह रसदार और मीठा है, पत्तियों की अलग अकड़ है कि उसके होने से फोटोसिंथेसिस हो रहा है, तने की अलग हनक है कि सबकुछ तो उसी पर टिका है. जड़ ने तो खैर सबका पोषण ही किया है. पर जबतक ये सब वृक्ष पर हैं, विशाल वृक्ष के अस्तित्व का भाग हैं. वरना पत्तियां बकरियां खा जाएंगी, तने का फर्नीचर बना कर बगीचे में लगा दिया जायेगा, जड़ों को उखाड़ कर फेंक दिया जायेगा. और फलों का फ्रूट सलाद बना कर शाम की इफ्तारी में निबटा दिया जाएगा. आपकी औकात बता दी गई है... आगे मर्जी है आपकी...
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  • कांग्रेस ने नया राग अलापना शुरू किया है- जितनी आबादी उतना हक। इससे साफ है कि वो देशवासियों में आपसी खाई और वैर-भाव बढ़ाना चाहती है।

    सच्चाई ये है कि अगर हक की बात करनी ही है, तो मैं कहूंगा कि इस देश के संसाधनों पर पहला हक भारत के गरीबों का है।
    कांग्रेस ने नया राग अलापना शुरू किया है- जितनी आबादी उतना हक। इससे साफ है कि वो देशवासियों में आपसी खाई और वैर-भाव बढ़ाना चाहती है। सच्चाई ये है कि अगर हक की बात करनी ही है, तो मैं कहूंगा कि इस देश के संसाधनों पर पहला हक भारत के गरीबों का है।
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