Commandité
  • कुछ लोगों को इंदिरा गांधी की याद आ रही है जिन्होंने पहले अपने वोटबैंक के लिए भिंडरावाले को खड़ा किया और फिर उसको आगे करके खालिस्तान आंदोलन खड़ा कराया। उसके बाद उसको मारकर खालिस्तान खत्म करने का श्रेय लिया और फिर अति आत्मविश्वास में ख़ुद मारी गईं।

    वहीं इंदिरा गांधी जिन्होंने सेना पर भावना में आकर तुरंत हमले का दबाव बनाया लेकिन वह भला हो सैम साहब का जिन्होंने मना कर दिया और कई महीने तैयारी की, लड़ाई लड़ी और बांग्लादेश अलग किया, लेकिन जब इंदिरा गांधी की बारी आई तो उन्होंने नब्बे हज़ार सैनिक बंदी बनाकर न पीओके लिया, न थारपारकर लिया, न बांग्लादेश को सैन्य विहीन बनाया।

    ये वहीं इंदिरा गांधी थी जिन्होंने संविधान में सेक्युलर शब्द डलवाया, एक चुनाव हारने पर देश में इमरजेंसी लगा दी। लोगों को जेल भेज दिया। देश में समाजवादी व्यवस्था और लाइसेंस राज को और मज़बूत किया।

    इंदिरा गांधी की तुलना गलती से कभी मोदी से करना भी नहीं, जिसने राम मंदिर की भूमिका तैयार की, जिसने धारा 370 हटाया, जिसने देश को दुनिया का चौथा अर्थ व्यवस्था बनाया, जिसने राष्ट्रहित के लिए स्वयं के अभिमान को पीछे रखकर किसान क़ानून वापसी ले लिया, जिसने सिक्खों के हर गाली के बदले उनके गुरुओं को अपनाया, उनके बालकों को देश का आदर्श बनाया।

    मोदी वह है जिसने लोगों को हगना सिखाया, जिसने पहली बार यह बताया कि महिलाओं को भी कष्ट होता है, उनके भी इज़्ज़त का सम्मान होना चाहिए। मोदी ने ही सबसे पहले इस कष्ट को महसूस किया कि चूल्हे के धुएँ से महिलाओं को सास की बीमारी होती है, घर घर सिलेंडर पहुंचाया वरना उस पर लाइसेंस था।

    मोदी ने लोगों को सामाजिक सुरक्षा दिया, आयुष्मान दिया ताकि लोग घर में इलाज के बिना न मरें, हर घर तक बिजली पहुंचाई, हर घर तक पानी पहुंचाने में लगा है। सबको मकान दे रहा है।

    मोदी ही वह व्यक्ति है जिसने देश में हाईवे का जाल बिछाया है, स्टार्ट अप के लिए माहौल दिया है। मेडिकल कालेज, IIT, एम्स को बढ़ा रहा है। देश को वैक्सीन और मेडिसिन का हब बनाया है। देश को पहली बार भूख से मृत्यु के पाप से बाहर निकाला है।

    मोदी ही है जिसने आतंकवाद को सामान्यता से अपवाद बनाया है। मोदी ही है जिसके कार्यकाल में आतंकवाद का बदला निश्चित है। मोदी ने ही इस देश को रक्षा क्षेत्र में इतना आत्मनिर्भर बनाया है। मोदी ने ही इस देश की बैंकिंग सिस्टम को इतना आम जानता से जोड़ा है, फिनटेक का मास्टर इस देश को बनाया है।

    यह मोदी ही है जिसके कार्यकाल में भारत स्पेस में तेज़ी से आगे बढने वाला बना है। मोदी भगवान नहीं हैं तो भगवान से कम भी नहीं है।

    हाँ, वह तुम्हारी तरह भावनाओं में नहीं बहता, वह इंदिरा की तरह अपने व्यक्तिगत मान अपमान को लोकतांत्रिक मूल्यों के ऊपर नहीं रखता। वह हर स्थिति में अपना दिमाग़ ठंडा रखता है। वह हर समय इस प्रयास में रहता है कि चाहे उसे जो सुनना पड़े, वह वहीं करेगा जो दूरदृष्टि से राष्ट्रहित में है।


    मोदी किसी का सगा नहीं है, अपना भी नहीं। वह केवल इस देश के हित के लिए हर काम करता रहा है और करेगा। मुझे इस बात का गर्व है कि मैं पिछले दो दशक से अधिक समय से एकनिष्ठ भाव से इस व्यक्ति के प्रति प्रतिबद्ध हूँ।
    कुछ लोगों को इंदिरा गांधी की याद आ रही है जिन्होंने पहले अपने वोटबैंक के लिए भिंडरावाले को खड़ा किया और फिर उसको आगे करके खालिस्तान आंदोलन खड़ा कराया। उसके बाद उसको मारकर खालिस्तान खत्म करने का श्रेय लिया और फिर अति आत्मविश्वास में ख़ुद मारी गईं। वहीं इंदिरा गांधी जिन्होंने सेना पर भावना में आकर तुरंत हमले का दबाव बनाया लेकिन वह भला हो सैम साहब का जिन्होंने मना कर दिया और कई महीने तैयारी की, लड़ाई लड़ी और बांग्लादेश अलग किया, लेकिन जब इंदिरा गांधी की बारी आई तो उन्होंने नब्बे हज़ार सैनिक बंदी बनाकर न पीओके लिया, न थारपारकर लिया, न बांग्लादेश को सैन्य विहीन बनाया। ये वहीं इंदिरा गांधी थी जिन्होंने संविधान में सेक्युलर शब्द डलवाया, एक चुनाव हारने पर देश में इमरजेंसी लगा दी। लोगों को जेल भेज दिया। देश में समाजवादी व्यवस्था और लाइसेंस राज को और मज़बूत किया। इंदिरा गांधी की तुलना गलती से कभी मोदी से करना भी नहीं, जिसने राम मंदिर की भूमिका तैयार की, जिसने धारा 370 हटाया, जिसने देश को दुनिया का चौथा अर्थ व्यवस्था बनाया, जिसने राष्ट्रहित के लिए स्वयं के अभिमान को पीछे रखकर किसान क़ानून वापसी ले लिया, जिसने सिक्खों के हर गाली के बदले उनके गुरुओं को अपनाया, उनके बालकों को देश का आदर्श बनाया। मोदी वह है जिसने लोगों को हगना सिखाया, जिसने पहली बार यह बताया कि महिलाओं को भी कष्ट होता है, उनके भी इज़्ज़त का सम्मान होना चाहिए। मोदी ने ही सबसे पहले इस कष्ट को महसूस किया कि चूल्हे के धुएँ से महिलाओं को सास की बीमारी होती है, घर घर सिलेंडर पहुंचाया वरना उस पर लाइसेंस था। मोदी ने लोगों को सामाजिक सुरक्षा दिया, आयुष्मान दिया ताकि लोग घर में इलाज के बिना न मरें, हर घर तक बिजली पहुंचाई, हर घर तक पानी पहुंचाने में लगा है। सबको मकान दे रहा है। मोदी ही वह व्यक्ति है जिसने देश में हाईवे का जाल बिछाया है, स्टार्ट अप के लिए माहौल दिया है। मेडिकल कालेज, IIT, एम्स को बढ़ा रहा है। देश को वैक्सीन और मेडिसिन का हब बनाया है। देश को पहली बार भूख से मृत्यु के पाप से बाहर निकाला है। मोदी ही है जिसने आतंकवाद को सामान्यता से अपवाद बनाया है। मोदी ही है जिसके कार्यकाल में आतंकवाद का बदला निश्चित है। मोदी ने ही इस देश को रक्षा क्षेत्र में इतना आत्मनिर्भर बनाया है। मोदी ने ही इस देश की बैंकिंग सिस्टम को इतना आम जानता से जोड़ा है, फिनटेक का मास्टर इस देश को बनाया है। यह मोदी ही है जिसके कार्यकाल में भारत स्पेस में तेज़ी से आगे बढने वाला बना है। मोदी भगवान नहीं हैं तो भगवान से कम भी नहीं है। हाँ, वह तुम्हारी तरह भावनाओं में नहीं बहता, वह इंदिरा की तरह अपने व्यक्तिगत मान अपमान को लोकतांत्रिक मूल्यों के ऊपर नहीं रखता। वह हर स्थिति में अपना दिमाग़ ठंडा रखता है। वह हर समय इस प्रयास में रहता है कि चाहे उसे जो सुनना पड़े, वह वहीं करेगा जो दूरदृष्टि से राष्ट्रहित में है। मोदी किसी का सगा नहीं है, अपना भी नहीं। वह केवल इस देश के हित के लिए हर काम करता रहा है और करेगा। मुझे इस बात का गर्व है कि मैं पिछले दो दशक से अधिक समय से एकनिष्ठ भाव से इस व्यक्ति के प्रति प्रतिबद्ध हूँ।
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  • 𝐍𝐨 𝐑𝐨𝐨𝐦 𝐅𝐨𝐫 𝐅𝐞𝐚𝐫, 𝐎𝐧𝐥𝐲 𝐀𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧!

    क्योंकि अब आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है...

    #OperationSindoor
    𝐍𝐨 𝐑𝐨𝐨𝐦 𝐅𝐨𝐫 𝐅𝐞𝐚𝐫, 𝐎𝐧𝐥𝐲 𝐀𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧! क्योंकि अब आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है... #OperationSindoor
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  • यो पालिको नयाँ वर्षको साँझ सनिमा, सानोबुवा र राजेन्द्रसँग फिक्कलमा अन्तिम सूर्यास्तको रमणीय दृश्य हेर्दै रमाइलो गरियो।

    बेलुकी २ घण्टाको पैदलयात्रापछि चिसो हावाको काखमा फिक्कलको शान्त र सुन्दर अनुभूति लिइयो।

    सबैलाई शान्ति, सुख र स्वस्थ जीवनको हार्दिक कामना गर्दै, नयाँ वर्षको मंगलमय शुभकामना !
    यो पालिको नयाँ वर्षको साँझ सनिमा, सानोबुवा र राजेन्द्रसँग फिक्कलमा अन्तिम सूर्यास्तको रमणीय दृश्य हेर्दै रमाइलो गरियो। बेलुकी २ घण्टाको पैदलयात्रापछि चिसो हावाको काखमा फिक्कलको शान्त र सुन्दर अनुभूति लिइयो। सबैलाई शान्ति, सुख र स्वस्थ जीवनको हार्दिक कामना गर्दै, नयाँ वर्षको मंगलमय शुभकामना !
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  • 19 जनवरी 1990 की रात लाखों कश्मीरी हिंदू अपने ही देश में शरणार्थी बना दिए गए थे। फिल्म #KashmirFiles आई तब अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में जो अट्टहास किया था उसे भूला नहीं जा सकता। इस बहुरूपिए का असली चेहरा याद रखें: https://youtu.be/tK4wMZAdOzg
    19 जनवरी 1990 की रात लाखों कश्मीरी हिंदू अपने ही देश में शरणार्थी बना दिए गए थे। फिल्म #KashmirFiles आई तब अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में जो अट्टहास किया था उसे भूला नहीं जा सकता। इस बहुरूपिए का असली चेहरा याद रखें: https://youtu.be/tK4wMZAdOzg
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  • गुलशन कुमार सनातन धार्मिक फिल्में बनाते थे अश्लील फ़िल्में बनाने वाले को चुभने लगा गुलशन कुमार को मारा था कोई हंगामा नहीं हुआ था शांति दुत को मारने वाला शांति दूत है अब कोई धर्म नहीं बताएगा
    गुलशन कुमार सनातन धार्मिक फिल्में बनाते थे अश्लील फ़िल्में बनाने वाले को चुभने लगा गुलशन कुमार को मारा था कोई हंगामा नहीं हुआ था शांति दुत को मारने वाला शांति दूत है अब कोई धर्म नहीं बताएगा
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  • Happy Republic Day 2025! 🇮🇳

    On this momentous occasion of Bharat's Republic Day, the nation celebrates the strength, diversity, and resilience that define its spirit. It is a day to honor the vision of freedom fighters, the wisdom embedded in the Constitution, and the aspirations of every citizen working toward a Bharat built on unity, prosperity, and peace.

    This Republic Day serves as a reminder to uphold the values of justice, equality, and freedom envisioned by the forefathers. It is an opportunity to embrace the timeless wisdom of Sanatan heritage while progressing boldly toward a brighter and modern future.

    "सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः।
    सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत्।।"
    (May all be happy, may all be free from illness, may all see what is auspicious, and may no one suffer.)

    Vande Mataram! 🙏✨
    Happy Republic Day 2025! 🇮🇳 On this momentous occasion of Bharat's Republic Day, the nation celebrates the strength, diversity, and resilience that define its spirit. It is a day to honor the vision of freedom fighters, the wisdom embedded in the Constitution, and the aspirations of every citizen working toward a Bharat built on unity, prosperity, and peace. This Republic Day serves as a reminder to uphold the values of justice, equality, and freedom envisioned by the forefathers. It is an opportunity to embrace the timeless wisdom of Sanatan heritage while progressing boldly toward a brighter and modern future. "सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत्।।" (May all be happy, may all be free from illness, may all see what is auspicious, and may no one suffer.) Vande Mataram! 🙏✨
    देशहित ही सर्वोपरि है। गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं! 🇮🇳✨

    Happy republic day to all 🙏🇮🇳🚩
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  • Happy Sankranti everyone!!

    संक्रान्ति हाम्रो परम्परागत चाड हो, जसले हामीलाई नयां सोच र सकारात्मकता लिएर अगाडि बढ्न सिकाउँछ। यो दिन घ्यू-चाकु, तिलका लड्डु र नारीवोलका मिठा परिकारहरू बनाउने मात्र होइन, आफैंलाई शुद्ध पार्दै नयाँ शुरुवात गर्ने प्रेरणा दिने दिन हो। जाडो बिदाई गर्दै गर्मी मौसमको स्वागत गर्ने यस पर्वले हामीलाई आशा, उर्जा र आत्मबलले भरिदिन्छ।

    त्यस्तै, Today is the starting of **महाकुम्भ** Mela yesको महत्वको कुरा गर्दा, यो हिन्दू धर्मको सबैभन्दा ठूलो धार्मिक पर्व हो, जुन प्रत्येक १२ वर्षमा एकपटक आयोजना हुन्छ। यो मेलामा करोडौं भक्तजनहरू पवित्र नदीमा स्नान गरेर आत्मशुद्धि गर्ने र धर्मकर्ममा आफूलाई समर्पण गर्ने विश्वास राख्छन्। महाकुम्भले धर्म, आध्यात्मिकता र परम्पराप्रतिको हाम्रो दायित्वलाई उजागर गर्छ। यो केवल एक धार्मिक उत्सव मात्र नभएर समाज र संस्कृतिलाई एकतामा बाँध्ने महान पर्व हो।

    आजको यस पुण्य अवसरमा सबैलाई शुभकामना। नारीवोलका लड्डु र तिलका लड्डु तयार छन्, समय मिलाएर आउनु होला। घण्टा भरिको ड्राइभले नआत्तिनु होला; हाम्रो आमा र मामा त उहिले घण्टौं पैदल हिँडेर पनि पानी लिन जानुहुन्थ्यो।

    सबैको मंगल होस्!
    हर हर महादेव!
    Happy Sankranti everyone!! संक्रान्ति हाम्रो परम्परागत चाड हो, जसले हामीलाई नयां सोच र सकारात्मकता लिएर अगाडि बढ्न सिकाउँछ। यो दिन घ्यू-चाकु, तिलका लड्डु र नारीवोलका मिठा परिकारहरू बनाउने मात्र होइन, आफैंलाई शुद्ध पार्दै नयाँ शुरुवात गर्ने प्रेरणा दिने दिन हो। जाडो बिदाई गर्दै गर्मी मौसमको स्वागत गर्ने यस पर्वले हामीलाई आशा, उर्जा र आत्मबलले भरिदिन्छ। त्यस्तै, Today is the starting of **महाकुम्भ** Mela yesको महत्वको कुरा गर्दा, यो हिन्दू धर्मको सबैभन्दा ठूलो धार्मिक पर्व हो, जुन प्रत्येक १२ वर्षमा एकपटक आयोजना हुन्छ। यो मेलामा करोडौं भक्तजनहरू पवित्र नदीमा स्नान गरेर आत्मशुद्धि गर्ने र धर्मकर्ममा आफूलाई समर्पण गर्ने विश्वास राख्छन्। महाकुम्भले धर्म, आध्यात्मिकता र परम्पराप्रतिको हाम्रो दायित्वलाई उजागर गर्छ। यो केवल एक धार्मिक उत्सव मात्र नभएर समाज र संस्कृतिलाई एकतामा बाँध्ने महान पर्व हो। आजको यस पुण्य अवसरमा सबैलाई शुभकामना। नारीवोलका लड्डु र तिलका लड्डु तयार छन्, समय मिलाएर आउनु होला। घण्टा भरिको ड्राइभले नआत्तिनु होला; हाम्रो आमा र मामा त उहिले घण्टौं पैदल हिँडेर पनि पानी लिन जानुहुन्थ्यो। सबैको मंगल होस्! हर हर महादेव!
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  • केजरीवाल पर शीश महल का असर? • प्रणब-RSS विवाद • दिल्ली चुनाव में राहुल-प्रियंका गायब? • शेखर अय्यर
    via YouTube https://www.youtube.com/watch?v=5YjGd-KJVPA
    केजरीवाल पर शीश महल का असर? • प्रणब-RSS विवाद • दिल्ली चुनाव में राहुल-प्रियंका गायब? • शेखर अय्यर via YouTube https://www.youtube.com/watch?v=5YjGd-KJVPA
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  • मणिपुर में पूर्व गृह सचिव अजय भल्ला और मणिपुर में उग्रवादी सप्लायर मिजोरम में जनरल वीके सिंह को राज्यपाल बनाये जाते ही पूर्वोत्तर को अशांत रखने के मंसूबे वाली बाहरी शक्तियों के साथ उनके एजेंट राहुल, कांग्रेस और इनके इकोसिस्टम के मंसूबे हमेशा के लिए खत्म हुए।
    मणिपुर में पूर्व गृह सचिव अजय भल्ला और मणिपुर में उग्रवादी सप्लायर मिजोरम में जनरल वीके सिंह को राज्यपाल बनाये जाते ही पूर्वोत्तर को अशांत रखने के मंसूबे वाली बाहरी शक्तियों के साथ उनके एजेंट राहुल, कांग्रेस और इनके इकोसिस्टम के मंसूबे हमेशा के लिए खत्म हुए।
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  • देख रहा है बिनोद

    जिसने श्री राम मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा का न्योता नजरंदाज कर दिया था वो ही आज सैंटा बना है

    ग़जब चिरकुट है

    अब इसके पंखे आकर गाली गलौच करेंगे और बोलेंगे ठेला फ़ॉर आ रीजन
    देख रहा है बिनोद जिसने श्री राम मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा का न्योता नजरंदाज कर दिया था वो ही आज सैंटा बना है ग़जब चिरकुट है अब इसके पंखे आकर गाली गलौच करेंगे और बोलेंगे ठेला फ़ॉर आ रीजन
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  • एक बात बोलू कट्टर हिन्दुओं को बहुत चुभेगी

    भारत के तिरंगे को बुलंद किये बिना भगवा बुलंद कभी नहीं होगा

    अगर भगवा बुलंद करना है तो पहले तिरंगे को बुलंद करो
    एक बात बोलू कट्टर हिन्दुओं को बहुत चुभेगी भारत के तिरंगे को बुलंद किये बिना भगवा बुलंद कभी नहीं होगा अगर भगवा बुलंद करना है तो पहले तिरंगे को बुलंद करो
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  • चंद्रशेखर आजाद रूस भागना चाहते थे ताकि वह स्टालिन के मदद से अंग्रेजो के खिलाफ बगावत को तेज कर सकें

    उसके लिए उन्हें पैसा चाहिए था। वह इलाहाबाद में थे अपने एक सहयोगी को जवाहरलाल नेहरू के पास पैसे की इंतजाम के लिए भेजा था नेहरू के अलावा और उनके एक सहयोगी के अलावा किसी को नहीं पता था कि सुबह चंद्रशेखर आजाद प्रयागराज के अल्फ्रेड पार्क में बैठे हैं

    थोड़ी देर में प्रयागराज का पुलिस अधीक्षक मिस्टर नॉट बाबर आता है और चंद्रशेखर आजाद को घेर कर गोलीबारी चला देता है चंद्रशेखर आजाद के माउजर में 7 गोलियां थी अंतिम गोली उन्होंने खुद को मार ली

    अंग्रेज जब भारत से गए तब बहुत से गुप्त दस्तावेजों को नष्ट कर दिया पूरे भारत के गुप्तचर विभाग को आदेश दिया गया कि वह अपने यहां मौजूद तमाम दस्तावेजों को जला दें

    चंद्रशेखर आजाद की जासूसी के बारे में सिर्फ यही एक दस्तावेज उपलब्ध है

    इस दस्तावेज में अंग्रेजी गुप्तचर यह खुलासा किया गया है कि चंद्रशेखर आजाद की मुखबिरी दो व्यक्तियों ने की थी एक व्यक्ति एआईसीसी में था और दूसरा व्यक्ति मुस्लिम लीग में था

    एआईसीसी यानी ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी

    यह कांग्रेसी कौन हो सकता है आप समझ जाइए
    चंद्रशेखर आजाद रूस भागना चाहते थे ताकि वह स्टालिन के मदद से अंग्रेजो के खिलाफ बगावत को तेज कर सकें उसके लिए उन्हें पैसा चाहिए था। वह इलाहाबाद में थे अपने एक सहयोगी को जवाहरलाल नेहरू के पास पैसे की इंतजाम के लिए भेजा था नेहरू के अलावा और उनके एक सहयोगी के अलावा किसी को नहीं पता था कि सुबह चंद्रशेखर आजाद प्रयागराज के अल्फ्रेड पार्क में बैठे हैं थोड़ी देर में प्रयागराज का पुलिस अधीक्षक मिस्टर नॉट बाबर आता है और चंद्रशेखर आजाद को घेर कर गोलीबारी चला देता है चंद्रशेखर आजाद के माउजर में 7 गोलियां थी अंतिम गोली उन्होंने खुद को मार ली अंग्रेज जब भारत से गए तब बहुत से गुप्त दस्तावेजों को नष्ट कर दिया पूरे भारत के गुप्तचर विभाग को आदेश दिया गया कि वह अपने यहां मौजूद तमाम दस्तावेजों को जला दें चंद्रशेखर आजाद की जासूसी के बारे में सिर्फ यही एक दस्तावेज उपलब्ध है इस दस्तावेज में अंग्रेजी गुप्तचर यह खुलासा किया गया है कि चंद्रशेखर आजाद की मुखबिरी दो व्यक्तियों ने की थी एक व्यक्ति एआईसीसी में था और दूसरा व्यक्ति मुस्लिम लीग में था एआईसीसी यानी ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी यह कांग्रेसी कौन हो सकता है आप समझ जाइए
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  • मिलिए अग्निवीर गारे प्रतीक से, जो AI-सक्षम हथियार प्रणालियों के पीछे का दिमाग है, जो भविष्य के युद्धों में अनगिनत लोगों की जान बचाने के लिए "आधुनिक रिमोट से संचालित सैनिकों" को तैयार करता है।....!!

    गारे ने इस भविष्यवादी हथियार को विकसित करने के लिए लेफ्टिनेंट कर्नल प्रशांत अग्रवाल और कर्नल आशीष डोगरा के साथ काम किया

    कोई आश्चर्य नहीं कि चिंदी गठबंधन ने अग्निवीर को बंद करने की इतनी कोशिश की क्योंकि यह हमारे दुश्मनों को डराता है।
    मिलिए अग्निवीर गारे प्रतीक से, जो AI-सक्षम हथियार प्रणालियों के पीछे का दिमाग है, जो भविष्य के युद्धों में अनगिनत लोगों की जान बचाने के लिए "आधुनिक रिमोट से संचालित सैनिकों" को तैयार करता है।....!! गारे ने इस भविष्यवादी हथियार को विकसित करने के लिए लेफ्टिनेंट कर्नल प्रशांत अग्रवाल और कर्नल आशीष डोगरा के साथ काम किया कोई आश्चर्य नहीं कि चिंदी गठबंधन ने अग्निवीर को बंद करने की इतनी कोशिश की क्योंकि यह हमारे दुश्मनों को डराता है।
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  • आज बांग्लादेश का कोई हिंदू टैक्स के लिए:- परेशान नहीं है,
    महंगाई के लिए:- परेशान नहीं है,
    बेरोजगारी के लिए:- परेशान नहीं है,
    फ्री बिजली पानी के लिए:- परेशान नहीं है,
    गटर और सड़क के लिए:- परेशान नहीं है,
    जात-पात के लिए:- परेशान नहीं है,
    ऊंच-नीच के लिए:- परेशान नहीं है, अमिर गरीब के लिए:- परेशान नहीं है, किसी भी अन्य सुविधाओं के लिए परेशान नहीं है।

    आज वो परेशान है तो सिर्फ अपनी:- जान बचाने के लिए!!

    आज वो परेशान है तो सिर्फ अपने:- बच्चों की जान बचाने के लिए!!

    आज वो परेशान है तो सिर्फ अपने:- घर की महिलाओं की इज्जत बचाने के लिए !!😭

    भारत के हिन्दुओं कुछ समझ में आ रहा है या अब भी खटाखट के इंतजार हैं..???
    आज बांग्लादेश का कोई हिंदू टैक्स के लिए:- परेशान नहीं है, महंगाई के लिए:- परेशान नहीं है, बेरोजगारी के लिए:- परेशान नहीं है, फ्री बिजली पानी के लिए:- परेशान नहीं है, गटर और सड़क के लिए:- परेशान नहीं है, जात-पात के लिए:- परेशान नहीं है, ऊंच-नीच के लिए:- परेशान नहीं है, अमिर गरीब के लिए:- परेशान नहीं है, किसी भी अन्य सुविधाओं के लिए परेशान नहीं है। आज वो परेशान है तो सिर्फ अपनी:- जान बचाने के लिए!! आज वो परेशान है तो सिर्फ अपने:- बच्चों की जान बचाने के लिए!! आज वो परेशान है तो सिर्फ अपने:- घर की महिलाओं की इज्जत बचाने के लिए !!😭 भारत के हिन्दुओं कुछ समझ में आ रहा है या अब भी खटाखट के इंतजार हैं..???
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  • 5 गलती

    अडानी गुजरात से है
    अडानी हिंदू भी है
    अडानी भारत का उद्योगपति है
    अडानी विदेश में क्यों इनवेस्टमेंट कर रहा है
    अडानी चीन के प्रोजेक्ट क्यों छिन रहा है

    बस ये ही छोटी सी कहानी है
    5 गलती अडानी गुजरात से है अडानी हिंदू भी है अडानी भारत का उद्योगपति है अडानी विदेश में क्यों इनवेस्टमेंट कर रहा है अडानी चीन के प्रोजेक्ट क्यों छिन रहा है बस ये ही छोटी सी कहानी है
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  • चलचित्र समीक्षा: पूर्णबहादुरको सारङ्गी

    रेटिङ: ★★★☆☆

    हिजो मैले परिवार र साथीहरूसँग *पूर्णबहादुरको सारङ्गी* हेर्ने अवसर पाएँ। चलचित्रको मुख्य सन्देश धेरै प्रेरणादायक र मन छुने भए पनि केही कमी-कमजोरीले यसको प्रभाव खस्काएको महसुस भयो।

    सकारात्मक पक्षहरू:
    चलचित्रले चुनौतीहरूको सामना गर्दै आफ्नो सपनाहरू प्राप्त गर्न दृढता र लगनशीलताको आवश्यकता कस्तो हुन्छ भन्ने कुरा उत्कृष्ट रूपमा प्रस्तुत गरेको छ। मुख्य पात्रको परिवर्तनले सकारात्मक सोच र लक्ष्यप्रति ध्यान केन्द्रित गर्दा हुने उपलब्धिहरूलाई देखाएको छ।

    चलचित्रले बाबुले आफ्ना छोराछोरीका लागि गर्न सक्ने त्याग र माया गहिरो रूपमा उजागर गरेको छ। यसले परिवारप्रतिको प्रेम र बलिदानको सन्देशलाई गहिरो बनाएको छ।

    त्यस्तै, नेपालका परम्परा र संस्कृति झल्काउने *दोहोरी* प्रतियोगिताको चित्रण निकै रमाइलो र सौन्दर्यपूर्ण थियो। समाजका सबै वर्गका मानिसहरूबीचको एकता र मनोरञ्जनलाई यसले प्रस्टसँग उजागर गर्‍यो। बुबा र छोराको सम्बन्धको माया र सम्मानले चलचित्रलाई थप भावनात्मक बनाएको छ।

    नकारात्मक पक्षहरू:
    तर, चलचित्रमा प्रयोग गरिएको अश्लील भाषा र केही संवादमा रहेको यौनजन्य आशय भने अत्यन्त खेदजनक थियो। बालबालिका र परिवारका सबै सदस्यसँग हेर्दा यस्ता संवादले निकै असजिलो बनायो। यी कुराहरू फिल्मको सन्देशसँग असम्बन्धित र अनावश्यक लाग्यो।

    यसका साथै, हिन्दू धर्म र यसको अनुयायीहरूको चित्रण अत्यन्त असन्तुलित र अतिरञ्जित लाग्यो। हाम्रो समाजमा रहेका केही विभाजन ऐतिहासिक कारणले उत्पन्न भए पनि, हिन्दू धर्म र शास्त्रमा यस्तो विभाजनको कुनै आधार छैन। चलचित्रमा देखाइएको विभेद र घृणा धेरै हदसम्म वास्तविकता भन्दा फरक र प्रचारमुखी जस्तो लाग्यो।

    निष्कर्ष:
    *पूर्णबहादुरको सारङ्गी* ले दृढता, सपना र परिवारको माया जस्ता सकारात्मक सन्देश बोकेको भए पनि अश्लीलता, अनुपयुक्त संवाद र विभाजनकारी कथानकका कारण यसको प्रभाव खस्किएको छ। यो चलचित्र बालबालिका र अश्लील सामग्री मन नपराउने दर्शकहरूका लागि उपयुक्त छैन। चलचित्रले एकतामा जोड दिन सक्थ्यो, तर विवादास्पद र नकारात्मक कथानकले यसलाई कमजोर बनाएको छ।
    चलचित्र समीक्षा: पूर्णबहादुरको सारङ्गी रेटिङ: ★★★☆☆ हिजो मैले परिवार र साथीहरूसँग *पूर्णबहादुरको सारङ्गी* हेर्ने अवसर पाएँ। चलचित्रको मुख्य सन्देश धेरै प्रेरणादायक र मन छुने भए पनि केही कमी-कमजोरीले यसको प्रभाव खस्काएको महसुस भयो। सकारात्मक पक्षहरू: चलचित्रले चुनौतीहरूको सामना गर्दै आफ्नो सपनाहरू प्राप्त गर्न दृढता र लगनशीलताको आवश्यकता कस्तो हुन्छ भन्ने कुरा उत्कृष्ट रूपमा प्रस्तुत गरेको छ। मुख्य पात्रको परिवर्तनले सकारात्मक सोच र लक्ष्यप्रति ध्यान केन्द्रित गर्दा हुने उपलब्धिहरूलाई देखाएको छ। चलचित्रले बाबुले आफ्ना छोराछोरीका लागि गर्न सक्ने त्याग र माया गहिरो रूपमा उजागर गरेको छ। यसले परिवारप्रतिको प्रेम र बलिदानको सन्देशलाई गहिरो बनाएको छ। त्यस्तै, नेपालका परम्परा र संस्कृति झल्काउने *दोहोरी* प्रतियोगिताको चित्रण निकै रमाइलो र सौन्दर्यपूर्ण थियो। समाजका सबै वर्गका मानिसहरूबीचको एकता र मनोरञ्जनलाई यसले प्रस्टसँग उजागर गर्‍यो। बुबा र छोराको सम्बन्धको माया र सम्मानले चलचित्रलाई थप भावनात्मक बनाएको छ। नकारात्मक पक्षहरू: तर, चलचित्रमा प्रयोग गरिएको अश्लील भाषा र केही संवादमा रहेको यौनजन्य आशय भने अत्यन्त खेदजनक थियो। बालबालिका र परिवारका सबै सदस्यसँग हेर्दा यस्ता संवादले निकै असजिलो बनायो। यी कुराहरू फिल्मको सन्देशसँग असम्बन्धित र अनावश्यक लाग्यो। यसका साथै, हिन्दू धर्म र यसको अनुयायीहरूको चित्रण अत्यन्त असन्तुलित र अतिरञ्जित लाग्यो। हाम्रो समाजमा रहेका केही विभाजन ऐतिहासिक कारणले उत्पन्न भए पनि, हिन्दू धर्म र शास्त्रमा यस्तो विभाजनको कुनै आधार छैन। चलचित्रमा देखाइएको विभेद र घृणा धेरै हदसम्म वास्तविकता भन्दा फरक र प्रचारमुखी जस्तो लाग्यो। निष्कर्ष: *पूर्णबहादुरको सारङ्गी* ले दृढता, सपना र परिवारको माया जस्ता सकारात्मक सन्देश बोकेको भए पनि अश्लीलता, अनुपयुक्त संवाद र विभाजनकारी कथानकका कारण यसको प्रभाव खस्किएको छ। यो चलचित्र बालबालिका र अश्लील सामग्री मन नपराउने दर्शकहरूका लागि उपयुक्त छैन। चलचित्रले एकतामा जोड दिन सक्थ्यो, तर विवादास्पद र नकारात्मक कथानकले यसलाई कमजोर बनाएको छ।
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  • बुरी तरह फंस सकती है बांग्लादेश सरकार!

    हिंदुओं पर हमलों को लेकर मुसीबत में फंसी बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार!

    800 पेजों के सबूत संग इंटरनेशनल कोर्ट पहुंचा मामला।

    बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के नाम पर हिन्दुओं का नरसंहार हुआ है!

    अवामी लीग के नेता और पूर्व मेयर ने इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट का रुख किया है।

    आवामी लीग के नेता ने अपने कहा कि बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के नाम पर नरसंहार हुआ है।

    शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस और 61 अन्य के खिलाफ नीदरलैंड स्थित इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (आईसीसी) का रुख किया है।
    बुरी तरह फंस सकती है बांग्लादेश सरकार! हिंदुओं पर हमलों को लेकर मुसीबत में फंसी बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार! 800 पेजों के सबूत संग इंटरनेशनल कोर्ट पहुंचा मामला। बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के नाम पर हिन्दुओं का नरसंहार हुआ है! अवामी लीग के नेता और पूर्व मेयर ने इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट का रुख किया है। आवामी लीग के नेता ने अपने कहा कि बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के नाम पर नरसंहार हुआ है। शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस और 61 अन्य के खिलाफ नीदरलैंड स्थित इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (आईसीसी) का रुख किया है।
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  • Coffee Par Kurukshetra: ट्रंप की जीत में भारत के लिए क्या खुशखबरी? US Election | Canada | PM Modi

    अमेरिका के प्रेसिडेंट चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने 4 साल बाद फिर चुनाव जीत लिया है..

    #donaldtrump #uselection2024 #kamalaharris #coffeeparkurukshetralive #indiatv
    Coffee Par Kurukshetra: ट्रंप की जीत में भारत के लिए क्या खुशखबरी? US Election | Canada | PM Modi अमेरिका के प्रेसिडेंट चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने 4 साल बाद फिर चुनाव जीत लिया है.. #donaldtrump #uselection2024 #kamalaharris #coffeeparkurukshetralive #indiatv
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