Спонсоры
  • कुछ लोगों को इंदिरा गांधी की याद आ रही है जिन्होंने पहले अपने वोटबैंक के लिए भिंडरावाले को खड़ा किया और फिर उसको आगे करके खालिस्तान आंदोलन खड़ा कराया। उसके बाद उसको मारकर खालिस्तान खत्म करने का श्रेय लिया और फिर अति आत्मविश्वास में ख़ुद मारी गईं।

    वहीं इंदिरा गांधी जिन्होंने सेना पर भावना में आकर तुरंत हमले का दबाव बनाया लेकिन वह भला हो सैम साहब का जिन्होंने मना कर दिया और कई महीने तैयारी की, लड़ाई लड़ी और बांग्लादेश अलग किया, लेकिन जब इंदिरा गांधी की बारी आई तो उन्होंने नब्बे हज़ार सैनिक बंदी बनाकर न पीओके लिया, न थारपारकर लिया, न बांग्लादेश को सैन्य विहीन बनाया।

    ये वहीं इंदिरा गांधी थी जिन्होंने संविधान में सेक्युलर शब्द डलवाया, एक चुनाव हारने पर देश में इमरजेंसी लगा दी। लोगों को जेल भेज दिया। देश में समाजवादी व्यवस्था और लाइसेंस राज को और मज़बूत किया।

    इंदिरा गांधी की तुलना गलती से कभी मोदी से करना भी नहीं, जिसने राम मंदिर की भूमिका तैयार की, जिसने धारा 370 हटाया, जिसने देश को दुनिया का चौथा अर्थ व्यवस्था बनाया, जिसने राष्ट्रहित के लिए स्वयं के अभिमान को पीछे रखकर किसान क़ानून वापसी ले लिया, जिसने सिक्खों के हर गाली के बदले उनके गुरुओं को अपनाया, उनके बालकों को देश का आदर्श बनाया।

    मोदी वह है जिसने लोगों को हगना सिखाया, जिसने पहली बार यह बताया कि महिलाओं को भी कष्ट होता है, उनके भी इज़्ज़त का सम्मान होना चाहिए। मोदी ने ही सबसे पहले इस कष्ट को महसूस किया कि चूल्हे के धुएँ से महिलाओं को सास की बीमारी होती है, घर घर सिलेंडर पहुंचाया वरना उस पर लाइसेंस था।

    मोदी ने लोगों को सामाजिक सुरक्षा दिया, आयुष्मान दिया ताकि लोग घर में इलाज के बिना न मरें, हर घर तक बिजली पहुंचाई, हर घर तक पानी पहुंचाने में लगा है। सबको मकान दे रहा है।

    मोदी ही वह व्यक्ति है जिसने देश में हाईवे का जाल बिछाया है, स्टार्ट अप के लिए माहौल दिया है। मेडिकल कालेज, IIT, एम्स को बढ़ा रहा है। देश को वैक्सीन और मेडिसिन का हब बनाया है। देश को पहली बार भूख से मृत्यु के पाप से बाहर निकाला है।

    मोदी ही है जिसने आतंकवाद को सामान्यता से अपवाद बनाया है। मोदी ही है जिसके कार्यकाल में आतंकवाद का बदला निश्चित है। मोदी ने ही इस देश को रक्षा क्षेत्र में इतना आत्मनिर्भर बनाया है। मोदी ने ही इस देश की बैंकिंग सिस्टम को इतना आम जानता से जोड़ा है, फिनटेक का मास्टर इस देश को बनाया है।

    यह मोदी ही है जिसके कार्यकाल में भारत स्पेस में तेज़ी से आगे बढने वाला बना है। मोदी भगवान नहीं हैं तो भगवान से कम भी नहीं है।

    हाँ, वह तुम्हारी तरह भावनाओं में नहीं बहता, वह इंदिरा की तरह अपने व्यक्तिगत मान अपमान को लोकतांत्रिक मूल्यों के ऊपर नहीं रखता। वह हर स्थिति में अपना दिमाग़ ठंडा रखता है। वह हर समय इस प्रयास में रहता है कि चाहे उसे जो सुनना पड़े, वह वहीं करेगा जो दूरदृष्टि से राष्ट्रहित में है।


    मोदी किसी का सगा नहीं है, अपना भी नहीं। वह केवल इस देश के हित के लिए हर काम करता रहा है और करेगा। मुझे इस बात का गर्व है कि मैं पिछले दो दशक से अधिक समय से एकनिष्ठ भाव से इस व्यक्ति के प्रति प्रतिबद्ध हूँ।
    कुछ लोगों को इंदिरा गांधी की याद आ रही है जिन्होंने पहले अपने वोटबैंक के लिए भिंडरावाले को खड़ा किया और फिर उसको आगे करके खालिस्तान आंदोलन खड़ा कराया। उसके बाद उसको मारकर खालिस्तान खत्म करने का श्रेय लिया और फिर अति आत्मविश्वास में ख़ुद मारी गईं। वहीं इंदिरा गांधी जिन्होंने सेना पर भावना में आकर तुरंत हमले का दबाव बनाया लेकिन वह भला हो सैम साहब का जिन्होंने मना कर दिया और कई महीने तैयारी की, लड़ाई लड़ी और बांग्लादेश अलग किया, लेकिन जब इंदिरा गांधी की बारी आई तो उन्होंने नब्बे हज़ार सैनिक बंदी बनाकर न पीओके लिया, न थारपारकर लिया, न बांग्लादेश को सैन्य विहीन बनाया। ये वहीं इंदिरा गांधी थी जिन्होंने संविधान में सेक्युलर शब्द डलवाया, एक चुनाव हारने पर देश में इमरजेंसी लगा दी। लोगों को जेल भेज दिया। देश में समाजवादी व्यवस्था और लाइसेंस राज को और मज़बूत किया। इंदिरा गांधी की तुलना गलती से कभी मोदी से करना भी नहीं, जिसने राम मंदिर की भूमिका तैयार की, जिसने धारा 370 हटाया, जिसने देश को दुनिया का चौथा अर्थ व्यवस्था बनाया, जिसने राष्ट्रहित के लिए स्वयं के अभिमान को पीछे रखकर किसान क़ानून वापसी ले लिया, जिसने सिक्खों के हर गाली के बदले उनके गुरुओं को अपनाया, उनके बालकों को देश का आदर्श बनाया। मोदी वह है जिसने लोगों को हगना सिखाया, जिसने पहली बार यह बताया कि महिलाओं को भी कष्ट होता है, उनके भी इज़्ज़त का सम्मान होना चाहिए। मोदी ने ही सबसे पहले इस कष्ट को महसूस किया कि चूल्हे के धुएँ से महिलाओं को सास की बीमारी होती है, घर घर सिलेंडर पहुंचाया वरना उस पर लाइसेंस था। मोदी ने लोगों को सामाजिक सुरक्षा दिया, आयुष्मान दिया ताकि लोग घर में इलाज के बिना न मरें, हर घर तक बिजली पहुंचाई, हर घर तक पानी पहुंचाने में लगा है। सबको मकान दे रहा है। मोदी ही वह व्यक्ति है जिसने देश में हाईवे का जाल बिछाया है, स्टार्ट अप के लिए माहौल दिया है। मेडिकल कालेज, IIT, एम्स को बढ़ा रहा है। देश को वैक्सीन और मेडिसिन का हब बनाया है। देश को पहली बार भूख से मृत्यु के पाप से बाहर निकाला है। मोदी ही है जिसने आतंकवाद को सामान्यता से अपवाद बनाया है। मोदी ही है जिसके कार्यकाल में आतंकवाद का बदला निश्चित है। मोदी ने ही इस देश को रक्षा क्षेत्र में इतना आत्मनिर्भर बनाया है। मोदी ने ही इस देश की बैंकिंग सिस्टम को इतना आम जानता से जोड़ा है, फिनटेक का मास्टर इस देश को बनाया है। यह मोदी ही है जिसके कार्यकाल में भारत स्पेस में तेज़ी से आगे बढने वाला बना है। मोदी भगवान नहीं हैं तो भगवान से कम भी नहीं है। हाँ, वह तुम्हारी तरह भावनाओं में नहीं बहता, वह इंदिरा की तरह अपने व्यक्तिगत मान अपमान को लोकतांत्रिक मूल्यों के ऊपर नहीं रखता। वह हर स्थिति में अपना दिमाग़ ठंडा रखता है। वह हर समय इस प्रयास में रहता है कि चाहे उसे जो सुनना पड़े, वह वहीं करेगा जो दूरदृष्टि से राष्ट्रहित में है। मोदी किसी का सगा नहीं है, अपना भी नहीं। वह केवल इस देश के हित के लिए हर काम करता रहा है और करेगा। मुझे इस बात का गर्व है कि मैं पिछले दो दशक से अधिक समय से एकनिष्ठ भाव से इस व्यक्ति के प्रति प्रतिबद्ध हूँ।
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  • हरहर महादेव ।
    हरहर महादेव ।
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  • 19 जनवरी 1990 की रात लाखों कश्मीरी हिंदू अपने ही देश में शरणार्थी बना दिए गए थे। फिल्म #KashmirFiles आई तब अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में जो अट्टहास किया था उसे भूला नहीं जा सकता। इस बहुरूपिए का असली चेहरा याद रखें: https://youtu.be/tK4wMZAdOzg
    19 जनवरी 1990 की रात लाखों कश्मीरी हिंदू अपने ही देश में शरणार्थी बना दिए गए थे। फिल्म #KashmirFiles आई तब अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में जो अट्टहास किया था उसे भूला नहीं जा सकता। इस बहुरूपिए का असली चेहरा याद रखें: https://youtu.be/tK4wMZAdOzg
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  • Happy Sankranti everyone!!

    संक्रान्ति हाम्रो परम्परागत चाड हो, जसले हामीलाई नयां सोच र सकारात्मकता लिएर अगाडि बढ्न सिकाउँछ। यो दिन घ्यू-चाकु, तिलका लड्डु र नारीवोलका मिठा परिकारहरू बनाउने मात्र होइन, आफैंलाई शुद्ध पार्दै नयाँ शुरुवात गर्ने प्रेरणा दिने दिन हो। जाडो बिदाई गर्दै गर्मी मौसमको स्वागत गर्ने यस पर्वले हामीलाई आशा, उर्जा र आत्मबलले भरिदिन्छ।

    त्यस्तै, Today is the starting of **महाकुम्भ** Mela yesको महत्वको कुरा गर्दा, यो हिन्दू धर्मको सबैभन्दा ठूलो धार्मिक पर्व हो, जुन प्रत्येक १२ वर्षमा एकपटक आयोजना हुन्छ। यो मेलामा करोडौं भक्तजनहरू पवित्र नदीमा स्नान गरेर आत्मशुद्धि गर्ने र धर्मकर्ममा आफूलाई समर्पण गर्ने विश्वास राख्छन्। महाकुम्भले धर्म, आध्यात्मिकता र परम्पराप्रतिको हाम्रो दायित्वलाई उजागर गर्छ। यो केवल एक धार्मिक उत्सव मात्र नभएर समाज र संस्कृतिलाई एकतामा बाँध्ने महान पर्व हो।

    आजको यस पुण्य अवसरमा सबैलाई शुभकामना। नारीवोलका लड्डु र तिलका लड्डु तयार छन्, समय मिलाएर आउनु होला। घण्टा भरिको ड्राइभले नआत्तिनु होला; हाम्रो आमा र मामा त उहिले घण्टौं पैदल हिँडेर पनि पानी लिन जानुहुन्थ्यो।

    सबैको मंगल होस्!
    हर हर महादेव!
    Happy Sankranti everyone!! संक्रान्ति हाम्रो परम्परागत चाड हो, जसले हामीलाई नयां सोच र सकारात्मकता लिएर अगाडि बढ्न सिकाउँछ। यो दिन घ्यू-चाकु, तिलका लड्डु र नारीवोलका मिठा परिकारहरू बनाउने मात्र होइन, आफैंलाई शुद्ध पार्दै नयाँ शुरुवात गर्ने प्रेरणा दिने दिन हो। जाडो बिदाई गर्दै गर्मी मौसमको स्वागत गर्ने यस पर्वले हामीलाई आशा, उर्जा र आत्मबलले भरिदिन्छ। त्यस्तै, Today is the starting of **महाकुम्भ** Mela yesको महत्वको कुरा गर्दा, यो हिन्दू धर्मको सबैभन्दा ठूलो धार्मिक पर्व हो, जुन प्रत्येक १२ वर्षमा एकपटक आयोजना हुन्छ। यो मेलामा करोडौं भक्तजनहरू पवित्र नदीमा स्नान गरेर आत्मशुद्धि गर्ने र धर्मकर्ममा आफूलाई समर्पण गर्ने विश्वास राख्छन्। महाकुम्भले धर्म, आध्यात्मिकता र परम्पराप्रतिको हाम्रो दायित्वलाई उजागर गर्छ। यो केवल एक धार्मिक उत्सव मात्र नभएर समाज र संस्कृतिलाई एकतामा बाँध्ने महान पर्व हो। आजको यस पुण्य अवसरमा सबैलाई शुभकामना। नारीवोलका लड्डु र तिलका लड्डु तयार छन्, समय मिलाएर आउनु होला। घण्टा भरिको ड्राइभले नआत्तिनु होला; हाम्रो आमा र मामा त उहिले घण्टौं पैदल हिँडेर पनि पानी लिन जानुहुन्थ्यो। सबैको मंगल होस्! हर हर महादेव!
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  • मणिपुर में पूर्व गृह सचिव अजय भल्ला और मणिपुर में उग्रवादी सप्लायर मिजोरम में जनरल वीके सिंह को राज्यपाल बनाये जाते ही पूर्वोत्तर को अशांत रखने के मंसूबे वाली बाहरी शक्तियों के साथ उनके एजेंट राहुल, कांग्रेस और इनके इकोसिस्टम के मंसूबे हमेशा के लिए खत्म हुए।
    मणिपुर में पूर्व गृह सचिव अजय भल्ला और मणिपुर में उग्रवादी सप्लायर मिजोरम में जनरल वीके सिंह को राज्यपाल बनाये जाते ही पूर्वोत्तर को अशांत रखने के मंसूबे वाली बाहरी शक्तियों के साथ उनके एजेंट राहुल, कांग्रेस और इनके इकोसिस्टम के मंसूबे हमेशा के लिए खत्म हुए।
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  • चंद्रशेखर आजाद रूस भागना चाहते थे ताकि वह स्टालिन के मदद से अंग्रेजो के खिलाफ बगावत को तेज कर सकें

    उसके लिए उन्हें पैसा चाहिए था। वह इलाहाबाद में थे अपने एक सहयोगी को जवाहरलाल नेहरू के पास पैसे की इंतजाम के लिए भेजा था नेहरू के अलावा और उनके एक सहयोगी के अलावा किसी को नहीं पता था कि सुबह चंद्रशेखर आजाद प्रयागराज के अल्फ्रेड पार्क में बैठे हैं

    थोड़ी देर में प्रयागराज का पुलिस अधीक्षक मिस्टर नॉट बाबर आता है और चंद्रशेखर आजाद को घेर कर गोलीबारी चला देता है चंद्रशेखर आजाद के माउजर में 7 गोलियां थी अंतिम गोली उन्होंने खुद को मार ली

    अंग्रेज जब भारत से गए तब बहुत से गुप्त दस्तावेजों को नष्ट कर दिया पूरे भारत के गुप्तचर विभाग को आदेश दिया गया कि वह अपने यहां मौजूद तमाम दस्तावेजों को जला दें

    चंद्रशेखर आजाद की जासूसी के बारे में सिर्फ यही एक दस्तावेज उपलब्ध है

    इस दस्तावेज में अंग्रेजी गुप्तचर यह खुलासा किया गया है कि चंद्रशेखर आजाद की मुखबिरी दो व्यक्तियों ने की थी एक व्यक्ति एआईसीसी में था और दूसरा व्यक्ति मुस्लिम लीग में था

    एआईसीसी यानी ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी

    यह कांग्रेसी कौन हो सकता है आप समझ जाइए
    चंद्रशेखर आजाद रूस भागना चाहते थे ताकि वह स्टालिन के मदद से अंग्रेजो के खिलाफ बगावत को तेज कर सकें उसके लिए उन्हें पैसा चाहिए था। वह इलाहाबाद में थे अपने एक सहयोगी को जवाहरलाल नेहरू के पास पैसे की इंतजाम के लिए भेजा था नेहरू के अलावा और उनके एक सहयोगी के अलावा किसी को नहीं पता था कि सुबह चंद्रशेखर आजाद प्रयागराज के अल्फ्रेड पार्क में बैठे हैं थोड़ी देर में प्रयागराज का पुलिस अधीक्षक मिस्टर नॉट बाबर आता है और चंद्रशेखर आजाद को घेर कर गोलीबारी चला देता है चंद्रशेखर आजाद के माउजर में 7 गोलियां थी अंतिम गोली उन्होंने खुद को मार ली अंग्रेज जब भारत से गए तब बहुत से गुप्त दस्तावेजों को नष्ट कर दिया पूरे भारत के गुप्तचर विभाग को आदेश दिया गया कि वह अपने यहां मौजूद तमाम दस्तावेजों को जला दें चंद्रशेखर आजाद की जासूसी के बारे में सिर्फ यही एक दस्तावेज उपलब्ध है इस दस्तावेज में अंग्रेजी गुप्तचर यह खुलासा किया गया है कि चंद्रशेखर आजाद की मुखबिरी दो व्यक्तियों ने की थी एक व्यक्ति एआईसीसी में था और दूसरा व्यक्ति मुस्लिम लीग में था एआईसीसी यानी ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी यह कांग्रेसी कौन हो सकता है आप समझ जाइए
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  • दीप ज्योति: परब्रह्म,
    दीप ज्योति: जनार्दन।
    दीप: सर्वं हरं पापं,
    संध्या दीप नमोऽस्तु ते।
    दीप ज्योति: परब्रह्म, दीप ज्योति: जनार्दन। दीप: सर्वं हरं पापं, संध्या दीप नमोऽस्तु ते।
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  • हरहर महादेव।
    हरहर महादेव।
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  • 10 साल में क्या बदला?

    "एक समय था जब पाकिस्तान की आतंकवादी हरकतों के कारण हम अपने शहरों में सुरक्षित नहीं थे.

    आज पाकिस्तान के आतंकवादी अपने घर मे ही सुरक्षित नहीं है."

    ~ पीएम मोदी 🔥🔥
    10 साल में क्या बदला? "एक समय था जब पाकिस्तान की आतंकवादी हरकतों के कारण हम अपने शहरों में सुरक्षित नहीं थे. आज पाकिस्तान के आतंकवादी अपने घर मे ही सुरक्षित नहीं है." ~ पीएम मोदी 🔥🔥
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  • चलचित्र समीक्षा: पूर्णबहादुरको सारङ्गी

    रेटिङ: ★★★☆☆

    हिजो मैले परिवार र साथीहरूसँग *पूर्णबहादुरको सारङ्गी* हेर्ने अवसर पाएँ। चलचित्रको मुख्य सन्देश धेरै प्रेरणादायक र मन छुने भए पनि केही कमी-कमजोरीले यसको प्रभाव खस्काएको महसुस भयो।

    सकारात्मक पक्षहरू:
    चलचित्रले चुनौतीहरूको सामना गर्दै आफ्नो सपनाहरू प्राप्त गर्न दृढता र लगनशीलताको आवश्यकता कस्तो हुन्छ भन्ने कुरा उत्कृष्ट रूपमा प्रस्तुत गरेको छ। मुख्य पात्रको परिवर्तनले सकारात्मक सोच र लक्ष्यप्रति ध्यान केन्द्रित गर्दा हुने उपलब्धिहरूलाई देखाएको छ।

    चलचित्रले बाबुले आफ्ना छोराछोरीका लागि गर्न सक्ने त्याग र माया गहिरो रूपमा उजागर गरेको छ। यसले परिवारप्रतिको प्रेम र बलिदानको सन्देशलाई गहिरो बनाएको छ।

    त्यस्तै, नेपालका परम्परा र संस्कृति झल्काउने *दोहोरी* प्रतियोगिताको चित्रण निकै रमाइलो र सौन्दर्यपूर्ण थियो। समाजका सबै वर्गका मानिसहरूबीचको एकता र मनोरञ्जनलाई यसले प्रस्टसँग उजागर गर्‍यो। बुबा र छोराको सम्बन्धको माया र सम्मानले चलचित्रलाई थप भावनात्मक बनाएको छ।

    नकारात्मक पक्षहरू:
    तर, चलचित्रमा प्रयोग गरिएको अश्लील भाषा र केही संवादमा रहेको यौनजन्य आशय भने अत्यन्त खेदजनक थियो। बालबालिका र परिवारका सबै सदस्यसँग हेर्दा यस्ता संवादले निकै असजिलो बनायो। यी कुराहरू फिल्मको सन्देशसँग असम्बन्धित र अनावश्यक लाग्यो।

    यसका साथै, हिन्दू धर्म र यसको अनुयायीहरूको चित्रण अत्यन्त असन्तुलित र अतिरञ्जित लाग्यो। हाम्रो समाजमा रहेका केही विभाजन ऐतिहासिक कारणले उत्पन्न भए पनि, हिन्दू धर्म र शास्त्रमा यस्तो विभाजनको कुनै आधार छैन। चलचित्रमा देखाइएको विभेद र घृणा धेरै हदसम्म वास्तविकता भन्दा फरक र प्रचारमुखी जस्तो लाग्यो।

    निष्कर्ष:
    *पूर्णबहादुरको सारङ्गी* ले दृढता, सपना र परिवारको माया जस्ता सकारात्मक सन्देश बोकेको भए पनि अश्लीलता, अनुपयुक्त संवाद र विभाजनकारी कथानकका कारण यसको प्रभाव खस्किएको छ। यो चलचित्र बालबालिका र अश्लील सामग्री मन नपराउने दर्शकहरूका लागि उपयुक्त छैन। चलचित्रले एकतामा जोड दिन सक्थ्यो, तर विवादास्पद र नकारात्मक कथानकले यसलाई कमजोर बनाएको छ।
    चलचित्र समीक्षा: पूर्णबहादुरको सारङ्गी रेटिङ: ★★★☆☆ हिजो मैले परिवार र साथीहरूसँग *पूर्णबहादुरको सारङ्गी* हेर्ने अवसर पाएँ। चलचित्रको मुख्य सन्देश धेरै प्रेरणादायक र मन छुने भए पनि केही कमी-कमजोरीले यसको प्रभाव खस्काएको महसुस भयो। सकारात्मक पक्षहरू: चलचित्रले चुनौतीहरूको सामना गर्दै आफ्नो सपनाहरू प्राप्त गर्न दृढता र लगनशीलताको आवश्यकता कस्तो हुन्छ भन्ने कुरा उत्कृष्ट रूपमा प्रस्तुत गरेको छ। मुख्य पात्रको परिवर्तनले सकारात्मक सोच र लक्ष्यप्रति ध्यान केन्द्रित गर्दा हुने उपलब्धिहरूलाई देखाएको छ। चलचित्रले बाबुले आफ्ना छोराछोरीका लागि गर्न सक्ने त्याग र माया गहिरो रूपमा उजागर गरेको छ। यसले परिवारप्रतिको प्रेम र बलिदानको सन्देशलाई गहिरो बनाएको छ। त्यस्तै, नेपालका परम्परा र संस्कृति झल्काउने *दोहोरी* प्रतियोगिताको चित्रण निकै रमाइलो र सौन्दर्यपूर्ण थियो। समाजका सबै वर्गका मानिसहरूबीचको एकता र मनोरञ्जनलाई यसले प्रस्टसँग उजागर गर्‍यो। बुबा र छोराको सम्बन्धको माया र सम्मानले चलचित्रलाई थप भावनात्मक बनाएको छ। नकारात्मक पक्षहरू: तर, चलचित्रमा प्रयोग गरिएको अश्लील भाषा र केही संवादमा रहेको यौनजन्य आशय भने अत्यन्त खेदजनक थियो। बालबालिका र परिवारका सबै सदस्यसँग हेर्दा यस्ता संवादले निकै असजिलो बनायो। यी कुराहरू फिल्मको सन्देशसँग असम्बन्धित र अनावश्यक लाग्यो। यसका साथै, हिन्दू धर्म र यसको अनुयायीहरूको चित्रण अत्यन्त असन्तुलित र अतिरञ्जित लाग्यो। हाम्रो समाजमा रहेका केही विभाजन ऐतिहासिक कारणले उत्पन्न भए पनि, हिन्दू धर्म र शास्त्रमा यस्तो विभाजनको कुनै आधार छैन। चलचित्रमा देखाइएको विभेद र घृणा धेरै हदसम्म वास्तविकता भन्दा फरक र प्रचारमुखी जस्तो लाग्यो। निष्कर्ष: *पूर्णबहादुरको सारङ्गी* ले दृढता, सपना र परिवारको माया जस्ता सकारात्मक सन्देश बोकेको भए पनि अश्लीलता, अनुपयुक्त संवाद र विभाजनकारी कथानकका कारण यसको प्रभाव खस्किएको छ। यो चलचित्र बालबालिका र अश्लील सामग्री मन नपराउने दर्शकहरूका लागि उपयुक्त छैन। चलचित्रले एकतामा जोड दिन सक्थ्यो, तर विवादास्पद र नकारात्मक कथानकले यसलाई कमजोर बनाएको छ।
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  • गहरे दुःख के साथ, मैं श्रीमती मधुबाला शुक्ला जी के निधन पर अपनी हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। एक ऐसी माता जिन्होंने गुरुजी नितिन शुक्ला जैसे सिंह हृदय संतान को जन्म दिया, जो आज कई सनातनियों के लिए प्रेरणा और प्रकाश का स्रोत हैं। हम भारत को नितिन जी जैसा व्यक्तित्व देने के लिए उनका आभार व्यक्त करते हैं। इस दुःख की घड़ी में, मैं नितिन शुक्ला और परिवार के प्रति अपनी सहानुभूति और प्रार्थनाएं अर्पित करता हूं, कि वे इस कठिन समय में शक्ति और साहस पा सकें। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और उनकी स्मृतियाँ हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहें। ॐ शांति।
    गहरे दुःख के साथ, मैं श्रीमती मधुबाला शुक्ला जी के निधन पर अपनी हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। एक ऐसी माता जिन्होंने गुरुजी नितिन शुक्ला जैसे सिंह हृदय संतान को जन्म दिया, जो आज कई सनातनियों के लिए प्रेरणा और प्रकाश का स्रोत हैं। हम भारत को नितिन जी जैसा व्यक्तित्व देने के लिए उनका आभार व्यक्त करते हैं। इस दुःख की घड़ी में, मैं नितिन शुक्ला और परिवार के प्रति अपनी सहानुभूति और प्रार्थनाएं अर्पित करता हूं, कि वे इस कठिन समय में शक्ति और साहस पा सकें। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और उनकी स्मृतियाँ हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहें। ॐ शांति।
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  • The absurd news (साइंस के मुताबिक शाहरुख खान बने सबसे हैंडसम एक्टर और खूबसूरती में 38 साल की एक्ट्रेस सामने फेल हुईं कई हीरोइनेंवैज्ञानिकों का मानना है कि जिन चेहरों का माप गोल्डन रेश्यो के अनुसार होता है, वे अधिक आकर्षक माने जाते हैं. दीपिका की खूबसूरती सिर्फ उनकी फिल्मी भूमिकाओं में ही नहीं, बल्कि उनके वास्तविक जीवन में भी लोगों को प्रभावित करती है).
    https://ndtv.in/bollywood/deepika-padukone-and-shah-rukh-khan-become-most-beautiful-and-handsome-celebrities-in-the-world-according-to-science-6820428

    It’s deeply disheartening to see the so-called "high-class" society obsess over physical appearances, praising individuals based on superficial qualities like beauty or handsomeness. Our bodies are merely temporary vessels meant for living and experiencing life. To idolize or demean someone based on how they look is not just shallow, it also sends a dangerously misguided message to society, especially the youth.

    What these trends are doing is turning people away from what truly matters: values like kindness, wisdom, and service to others. They encourage spending exorbitant amounts of time, money, and energy chasing an illusion, further fueling an industry built on making people feel inadequate. Those who hold influence in the world have a responsibility to lead humanity on a path of righteousness, not down the hollow road of vanity and materialism.

    We must remind the younger generation that true beauty is in one’s character, in being righteous and dharmic, in living a life of service regardless of how they look. We all have the same basic human form, and it is meaningless to compare one with another. After all, have you ever stopped to ask who the most handsome or beautiful frog is? It sounds absurd because it is absurd. Beauty in the human experience lies in action, compassion, and the pursuit of dharma — the eternal way of righteousness.

    It’s time to wake up to the Sanatan Way of Life, a life that celebrates the divine within, not the fleeting external form.
    #Shahruk
    #Deepika
    The absurd news (साइंस के मुताबिक शाहरुख खान बने सबसे हैंडसम एक्टर और खूबसूरती में 38 साल की एक्ट्रेस सामने फेल हुईं कई हीरोइनेंवैज्ञानिकों का मानना है कि जिन चेहरों का माप गोल्डन रेश्यो के अनुसार होता है, वे अधिक आकर्षक माने जाते हैं. दीपिका की खूबसूरती सिर्फ उनकी फिल्मी भूमिकाओं में ही नहीं, बल्कि उनके वास्तविक जीवन में भी लोगों को प्रभावित करती है). https://ndtv.in/bollywood/deepika-padukone-and-shah-rukh-khan-become-most-beautiful-and-handsome-celebrities-in-the-world-according-to-science-6820428 It’s deeply disheartening to see the so-called "high-class" society obsess over physical appearances, praising individuals based on superficial qualities like beauty or handsomeness. Our bodies are merely temporary vessels meant for living and experiencing life. To idolize or demean someone based on how they look is not just shallow, it also sends a dangerously misguided message to society, especially the youth. What these trends are doing is turning people away from what truly matters: values like kindness, wisdom, and service to others. They encourage spending exorbitant amounts of time, money, and energy chasing an illusion, further fueling an industry built on making people feel inadequate. Those who hold influence in the world have a responsibility to lead humanity on a path of righteousness, not down the hollow road of vanity and materialism. We must remind the younger generation that true beauty is in one’s character, in being righteous and dharmic, in living a life of service regardless of how they look. We all have the same basic human form, and it is meaningless to compare one with another. After all, have you ever stopped to ask who the most handsome or beautiful frog is? It sounds absurd because it is absurd. Beauty in the human experience lies in action, compassion, and the pursuit of dharma — the eternal way of righteousness. It’s time to wake up to the Sanatan Way of Life, a life that celebrates the divine within, not the fleeting external form. #Shahruk #Deepika
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  • बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से जल्दी निकालो!

    सुप्रीम कोर्ट ने 24 मार्च 1971 के बाद असम में प्रवेश करने वाले सभी बांग्लादेशी प्रवासियों को अवैध घोषित कर दिया है।

    केंद्रीय और राज्य सरकारों को उनकी पहचान, पता लगाने और तुरंत देश से बाहर निकालने का आदेश दिया है।

    सुप्रीम कोर्ट ने कहा घुसपैठियों के कारण असम को कई तरह के खतरे।
    बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से जल्दी निकालो! सुप्रीम कोर्ट ने 24 मार्च 1971 के बाद असम में प्रवेश करने वाले सभी बांग्लादेशी प्रवासियों को अवैध घोषित कर दिया है। केंद्रीय और राज्य सरकारों को उनकी पहचान, पता लगाने और तुरंत देश से बाहर निकालने का आदेश दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा घुसपैठियों के कारण असम को कई तरह के खतरे।
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  • नरेंद्र मोदी 1995 में हरियाणा प्रभारी बने और 2001 में गुजरात के सीएम बनने तक रहे। तब हरियाणा में भाजपा को खड़ा करने के अभियान में मोदी के इस्तेमाल के लिए जो कम्प्यूटर मनोहर लाल खट्टर लाये थे- नायब सिंह सैनी उस कम्यूटर के ऑपरेटर थे।

    भाजपा का ऐसा परिवारवाद कितना अच्छा है!
    नरेंद्र मोदी 1995 में हरियाणा प्रभारी बने और 2001 में गुजरात के सीएम बनने तक रहे। तब हरियाणा में भाजपा को खड़ा करने के अभियान में मोदी के इस्तेमाल के लिए जो कम्प्यूटर मनोहर लाल खट्टर लाये थे- नायब सिंह सैनी उस कम्यूटर के ऑपरेटर थे। भाजपा का ऐसा परिवारवाद कितना अच्छा है!
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  • News Ki Pathshala With Sushant Sinha | भारत के विदेश मंत्री S Jaishankar, Pakistan दौरे पर हैं। बता दें कि पाकिस्तान में SCO समिट है जिसके लिए जयशंकर पाकिस्तान गए हैं। पाकिस्तान ने SCO समिट के दौरान भी कुछ हरकतें कीं, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं। पाठशाला में देखिए पाकिस्तान की क्लास लगाने वाली स्पेशल क्लास
    https://youtu.be/C2nnuNjEKGA
    News Ki Pathshala With Sushant Sinha | भारत के विदेश मंत्री S Jaishankar, Pakistan दौरे पर हैं। बता दें कि पाकिस्तान में SCO समिट है जिसके लिए जयशंकर पाकिस्तान गए हैं। पाकिस्तान ने SCO समिट के दौरान भी कुछ हरकतें कीं, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं। पाठशाला में देखिए पाकिस्तान की क्लास लगाने वाली स्पेशल क्लास https://youtu.be/C2nnuNjEKGA
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  • हरियाणा भाजपा विधायक दल ने नायब सिंह सैनी को विधायक दल का नेता चुना हैं। कल नायब सिंह सैनी जी मुख्यमंत्री अपने पद की शपथ लेंगे.

    भाजपा ने एक बार फिर से Status Quo तोड़ा है......एक बार फिर से गैर जाट CM बनने जा रहा है हरियाणा में.

    मेरी समझ में यह सिस्टम हर जगह से ख़त्म होना चाहिए..... पंजाब है तो सिख CM, कश्मीर है तो मुस्लिम CM.. झारखण्ड है तो दलित पिछड़ा CM, राजस्थान है तो राजपूत... या दक्षिण में वहाँ की जातिगत और धार्मिक राजनीति के अनुसार होने वाले निर्णय बंद होने चाहिए.

    कोई भी इंसान.. जो eligible हो.. किसी भी धर्म का हो या जाति का हो... उसे अधिकार होना चाहिए CM या मंत्री बनने का.

    यह जातिवाद, धर्म और मजहब का ज़हर अब बंद होना चाहिए.
    हरियाणा भाजपा विधायक दल ने नायब सिंह सैनी को विधायक दल का नेता चुना हैं। कल नायब सिंह सैनी जी मुख्यमंत्री अपने पद की शपथ लेंगे. भाजपा ने एक बार फिर से Status Quo तोड़ा है......एक बार फिर से गैर जाट CM बनने जा रहा है हरियाणा में. मेरी समझ में यह सिस्टम हर जगह से ख़त्म होना चाहिए..... पंजाब है तो सिख CM, कश्मीर है तो मुस्लिम CM.. झारखण्ड है तो दलित पिछड़ा CM, राजस्थान है तो राजपूत... या दक्षिण में वहाँ की जातिगत और धार्मिक राजनीति के अनुसार होने वाले निर्णय बंद होने चाहिए. कोई भी इंसान.. जो eligible हो.. किसी भी धर्म का हो या जाति का हो... उसे अधिकार होना चाहिए CM या मंत्री बनने का. यह जातिवाद, धर्म और मजहब का ज़हर अब बंद होना चाहिए.
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  • तपाईं सबैलाई विजयादशमीको हार्दिक शुभकामना! माता दुर्गा र प्रभु श्रीरामको आशिर्वादले तपाईं सबैलाई जीवनको हरेक क्षेत्रमा विजय प्राप्त होस्।
    तपाईं सबैलाई विजयादशमीको हार्दिक शुभकामना! माता दुर्गा र प्रभु श्रीरामको आशिर्वादले तपाईं सबैलाई जीवनको हरेक क्षेत्रमा विजय प्राप्त होस्।
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  • आजाद भारत में 370 के खात्मे के बाद असल में भारत का हिस्सा बने जम्मू-कश्मीर यूनियन टेरेटरी के चुनाव नतीजे भले ही भाजपा की सरकार न बनवा रहे लेकिन राज्य में सिस्टम केंद्र का रहेगा इसे जनता ने निश्चित किया- तो हरियाणा ने तीसरी बार भाजपा की सरकार बना के देश को जलाने की बड़ी साजिश से बचा लिया।
    आजाद भारत में 370 के खात्मे के बाद असल में भारत का हिस्सा बने जम्मू-कश्मीर यूनियन टेरेटरी के चुनाव नतीजे भले ही भाजपा की सरकार न बनवा रहे लेकिन राज्य में सिस्टम केंद्र का रहेगा इसे जनता ने निश्चित किया- तो हरियाणा ने तीसरी बार भाजपा की सरकार बना के देश को जलाने की बड़ी साजिश से बचा लिया।
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