बांग्लादेश में आज जो हुआ है, उसका सपना हमारा विपक्ष, Western Deep State, वामपंथी Ecosystem पिछले 10 साल से देख रहे हैं.
1971 के समय जो लोग मारे गए थे... उनके परिवारों को सरकार ने आरक्षण दिया हुआ था. बांग्लादेश में पिछले 5-6 सालों से स्थिति विस्फोटक थी... वहाँ एक पार्टी है BNP.. जो आतंकवादी समर्थक भी है.. और इस पार्टी को अमेरिकी राष्ट्रपति के बेटे हंटर Biden का भी समर्थन प्राप्त है.
यह लोग कई सालों से सत्ता पलटने में लगे हुए थे.. लेकिन लोकतान्त्रिक तरीके से जीत नहीं पाते थे.. पिछले चुनावों में इसी कारण BNP ने चुनाव का बहिष्कार किया और चुनाव नहीं लड़ा.. जिस वजह से शेख हसीना की पुनः सरकार बन गई.
इस बार इन्होंने आरक्षण हटाने का मुद्दा हटाया.. और देश भर में हिंसा हुई.... सरकार ने सभी तरह के आरक्षण ख़त्म कर दिए.
उसके बाद कुछ दिन शांति रही.. फिर BNP और कुछ आतंकवादी संगठनों और Western Deep State के players ने फिर से बवाल करना शुरू कर दिया... कल कल में ही 100 से ज्यादा लोग मारे गए... और आज अराजक तत्व PM house में घुस गए.. और सड़को पर कब्ज़ा कर लिया... PM Hasina ने इस्तीफ़ा दे दिया और देश छोड़ दिया... दिल्ली पहुंचने वाली हैं. सेना ने आतंरिम सरकार बनाने की बात की है.
बांग्लादेश की सेना इतनी मजबूत नहीं की martial law लगा दे.. ऐसे में Western Deep State का कोई प्यादा नई सरकार बनाएगा.
पोस्ट में दिए गए वीडियो आप देखो.. कैसे जनता सड़को पर उतर गई है... PM House पर अराजक तत्वों का कब्ज़ा है.
Screenshot में दी हुई ख़बर में आप Awami League की जगह बीजेपी add कर दीजिए और PM Hasina की जगह PM Modi कर दीजिये... बाकि सब same to same होने के सारे तिकडम लगाए गए..... लेकिन सौभाग्य से ऐसा हुआ नहीं.
याद कीजिये कुछ महीने पहले का राहुल गाँधी का बयान.. जिसमें उसने कहा था कि 'मोदी अब सड़क पर जायेगा तो जनता इसको मारेगी'.....जी बिलकुल यही शब्द बोले गए थे.
किसानों के फर्जी आंदोलन में 'मर जा मोदी' के नारे लगाए जाते रहे हैं.... इंदिरा गाँधी की तरह मोदी की हत्या करने की बता कई बार की गई है.
विपक्ष के बड़े नेता पाकिस्तान जा कर उनसे सहायता मांगते हैं.. ताकि सरकार बदली जा सके.
राहुल गाँधी यूरोप जाते हैं, और सभी यूरोपीय देशों से सहायता मांगते हैं...भारत में सरकार बदलने के लिए.
बांग्लादेश में आरक्षण के मुद्दे पर बवाल हुआ... और सरकार ने सब मांगे मान ली, उसके बाद भी हिंसा नहीं रुकी.
भारत में ऐसे कई बवाल हुए हैं पिछले 10 सालों में.... असहिष्णुता से शुरू हुई यह नौटंकी आज SC/ST के आरक्षण को व्यापक बनाने तक हर दिन चलती आ रही है.
सौभाग्य मानिये... केंद्र में मजबूत सरकार है.... जो पिछले 10 सालों से ऐसे लोगों से लड़ रही है... हाँ ऐसा करते हुए कुछ लोगों को कमजोर भी दिखती है.. लेकिन ऐसा नहीं है... कई बार युद्ध जीतने के लिए कुछ लड़ाई हारनी भी पड़ती हैं.
जब अराजकता फैलती है ना... तो सबसे पहले आम जन जीवन प्रभावित होता है.... बांग्लादेश में अब सरकार नहीं है... लोग हतप्रभ हैं... क्या करें.. कहाँ जाएं... जो सत्ता के पक्ष वाले हैं वह डरे हुए होंगे.. क्यूंकि उन्हें चिन्हित किया जा चुका होगा..... आगे क्या होगा उनके साथ.. यह भगवान ही जाने.
देश में कोई व्यवस्था नहीं होगी... काम धंधे प्रभावित होंगे.. देश में हिंसा होगी तो व्यापार नहीं हो पायेगा.. रोजमर्रा की चीजों के दाम आसमान पर होंगे.... देश में investment नहीं आएगा... लोगों का जीवन स्तर बिगड़ जाएगा.. नौकरियां खत्म हो जाएंगी.
जो आज बांग्लादेश में हो रहा है... यह भारत में भी हो सकता है.
आज हमारा विपक्ष और Deep State यही तो करना चाहता है..... असहिष्णुता, Anti CAA, Farmers Bill, Lynching, रोहित वेमुला case, SCST law, जातिवाद, आरक्षण जैसे कई Fault Lines हैं हमारे देश में.... हर मुद्दे पर हमने बवाल देखे हैं पिछले दस सालों में.
यह सरकार की सफलता है कि कोई भी बवाल बड़ा नहीं हुआ.. वरना विपक्ष तो हर बार ऐसे काण्ड करके मोदी का इस्तीफ़ा ही मांगता है.
एक बात याद रखिये..... लोकतंत्र में सवाल पूछने की आजादी तब तक ही है जब तक केंद्र में लोकतान्त्रिक सरकार है.... जिस दिन अराजक तत्व सत्ता में आएंगे.. या लोकतान्त्रिक सरकार गिरेगी... देश भरभरा कर गिर जाएगा.
ये जो लाखों करोड़ों बैंक में जमा कर रखें हैं... ये जो Market का Portfolio बना रखा है... ये तो कोठी flat ले रखें हैं... ये तो SUV Sedan ले कर आप घूमते हैं ना... जिस दी अराजक भीड़ सड़क पर आएगी.. यह सब एक झटके में गायब हो जायेगा.
जब जान ही बचाने के लाले पड़ जाएंगे.. तब पैसा, बंगला, गाड़ी, बैंक बैलेंस के बारे में कौन सोचेगा??
4 जून को आप इसी अराजकता से बचे हैं.... कितने समय तक बचे रहेंगे.. यह केंद्र में स्थिर और मजबूत सरकार पर निर्भर करता है.
Dr GP
    
  1971 के समय जो लोग मारे गए थे... उनके परिवारों को सरकार ने आरक्षण दिया हुआ था. बांग्लादेश में पिछले 5-6 सालों से स्थिति विस्फोटक थी... वहाँ एक पार्टी है BNP.. जो आतंकवादी समर्थक भी है.. और इस पार्टी को अमेरिकी राष्ट्रपति के बेटे हंटर Biden का भी समर्थन प्राप्त है.
यह लोग कई सालों से सत्ता पलटने में लगे हुए थे.. लेकिन लोकतान्त्रिक तरीके से जीत नहीं पाते थे.. पिछले चुनावों में इसी कारण BNP ने चुनाव का बहिष्कार किया और चुनाव नहीं लड़ा.. जिस वजह से शेख हसीना की पुनः सरकार बन गई.
इस बार इन्होंने आरक्षण हटाने का मुद्दा हटाया.. और देश भर में हिंसा हुई.... सरकार ने सभी तरह के आरक्षण ख़त्म कर दिए.
उसके बाद कुछ दिन शांति रही.. फिर BNP और कुछ आतंकवादी संगठनों और Western Deep State के players ने फिर से बवाल करना शुरू कर दिया... कल कल में ही 100 से ज्यादा लोग मारे गए... और आज अराजक तत्व PM house में घुस गए.. और सड़को पर कब्ज़ा कर लिया... PM Hasina ने इस्तीफ़ा दे दिया और देश छोड़ दिया... दिल्ली पहुंचने वाली हैं. सेना ने आतंरिम सरकार बनाने की बात की है.
बांग्लादेश की सेना इतनी मजबूत नहीं की martial law लगा दे.. ऐसे में Western Deep State का कोई प्यादा नई सरकार बनाएगा.
पोस्ट में दिए गए वीडियो आप देखो.. कैसे जनता सड़को पर उतर गई है... PM House पर अराजक तत्वों का कब्ज़ा है.
Screenshot में दी हुई ख़बर में आप Awami League की जगह बीजेपी add कर दीजिए और PM Hasina की जगह PM Modi कर दीजिये... बाकि सब same to same होने के सारे तिकडम लगाए गए..... लेकिन सौभाग्य से ऐसा हुआ नहीं.
याद कीजिये कुछ महीने पहले का राहुल गाँधी का बयान.. जिसमें उसने कहा था कि 'मोदी अब सड़क पर जायेगा तो जनता इसको मारेगी'.....जी बिलकुल यही शब्द बोले गए थे.
किसानों के फर्जी आंदोलन में 'मर जा मोदी' के नारे लगाए जाते रहे हैं.... इंदिरा गाँधी की तरह मोदी की हत्या करने की बता कई बार की गई है.
विपक्ष के बड़े नेता पाकिस्तान जा कर उनसे सहायता मांगते हैं.. ताकि सरकार बदली जा सके.
राहुल गाँधी यूरोप जाते हैं, और सभी यूरोपीय देशों से सहायता मांगते हैं...भारत में सरकार बदलने के लिए.
बांग्लादेश में आरक्षण के मुद्दे पर बवाल हुआ... और सरकार ने सब मांगे मान ली, उसके बाद भी हिंसा नहीं रुकी.
भारत में ऐसे कई बवाल हुए हैं पिछले 10 सालों में.... असहिष्णुता से शुरू हुई यह नौटंकी आज SC/ST के आरक्षण को व्यापक बनाने तक हर दिन चलती आ रही है.
सौभाग्य मानिये... केंद्र में मजबूत सरकार है.... जो पिछले 10 सालों से ऐसे लोगों से लड़ रही है... हाँ ऐसा करते हुए कुछ लोगों को कमजोर भी दिखती है.. लेकिन ऐसा नहीं है... कई बार युद्ध जीतने के लिए कुछ लड़ाई हारनी भी पड़ती हैं.
जब अराजकता फैलती है ना... तो सबसे पहले आम जन जीवन प्रभावित होता है.... बांग्लादेश में अब सरकार नहीं है... लोग हतप्रभ हैं... क्या करें.. कहाँ जाएं... जो सत्ता के पक्ष वाले हैं वह डरे हुए होंगे.. क्यूंकि उन्हें चिन्हित किया जा चुका होगा..... आगे क्या होगा उनके साथ.. यह भगवान ही जाने.
देश में कोई व्यवस्था नहीं होगी... काम धंधे प्रभावित होंगे.. देश में हिंसा होगी तो व्यापार नहीं हो पायेगा.. रोजमर्रा की चीजों के दाम आसमान पर होंगे.... देश में investment नहीं आएगा... लोगों का जीवन स्तर बिगड़ जाएगा.. नौकरियां खत्म हो जाएंगी.
जो आज बांग्लादेश में हो रहा है... यह भारत में भी हो सकता है.
आज हमारा विपक्ष और Deep State यही तो करना चाहता है..... असहिष्णुता, Anti CAA, Farmers Bill, Lynching, रोहित वेमुला case, SCST law, जातिवाद, आरक्षण जैसे कई Fault Lines हैं हमारे देश में.... हर मुद्दे पर हमने बवाल देखे हैं पिछले दस सालों में.
यह सरकार की सफलता है कि कोई भी बवाल बड़ा नहीं हुआ.. वरना विपक्ष तो हर बार ऐसे काण्ड करके मोदी का इस्तीफ़ा ही मांगता है.
एक बात याद रखिये..... लोकतंत्र में सवाल पूछने की आजादी तब तक ही है जब तक केंद्र में लोकतान्त्रिक सरकार है.... जिस दिन अराजक तत्व सत्ता में आएंगे.. या लोकतान्त्रिक सरकार गिरेगी... देश भरभरा कर गिर जाएगा.
ये जो लाखों करोड़ों बैंक में जमा कर रखें हैं... ये जो Market का Portfolio बना रखा है... ये तो कोठी flat ले रखें हैं... ये तो SUV Sedan ले कर आप घूमते हैं ना... जिस दी अराजक भीड़ सड़क पर आएगी.. यह सब एक झटके में गायब हो जायेगा.
जब जान ही बचाने के लाले पड़ जाएंगे.. तब पैसा, बंगला, गाड़ी, बैंक बैलेंस के बारे में कौन सोचेगा??
4 जून को आप इसी अराजकता से बचे हैं.... कितने समय तक बचे रहेंगे.. यह केंद्र में स्थिर और मजबूत सरकार पर निर्भर करता है.
Dr GP
बांग्लादेश में आज जो हुआ है, उसका सपना हमारा विपक्ष, Western Deep State, वामपंथी Ecosystem पिछले 10 साल से देख रहे हैं.
1971 के समय जो लोग मारे गए थे... उनके परिवारों को सरकार ने आरक्षण दिया हुआ था. बांग्लादेश में पिछले 5-6 सालों से स्थिति विस्फोटक थी... वहाँ एक पार्टी है BNP.. जो आतंकवादी समर्थक भी है.. और इस पार्टी को अमेरिकी राष्ट्रपति के बेटे हंटर Biden का भी समर्थन प्राप्त है.
यह लोग कई सालों से सत्ता पलटने में लगे हुए थे.. लेकिन लोकतान्त्रिक तरीके से जीत नहीं पाते थे.. पिछले चुनावों में इसी कारण BNP ने चुनाव का बहिष्कार किया और चुनाव नहीं लड़ा.. जिस वजह से शेख हसीना की पुनः सरकार बन गई.
इस बार इन्होंने आरक्षण हटाने का मुद्दा हटाया.. और देश भर में हिंसा हुई.... सरकार ने सभी तरह के आरक्षण ख़त्म कर दिए.
उसके बाद कुछ दिन शांति रही.. फिर BNP और कुछ आतंकवादी संगठनों और Western Deep State के players ने फिर से बवाल करना शुरू कर दिया... कल कल में ही 100 से ज्यादा लोग मारे गए... और आज अराजक तत्व PM house में घुस गए.. और सड़को पर कब्ज़ा कर लिया... PM Hasina ने इस्तीफ़ा दे दिया और देश छोड़ दिया... दिल्ली पहुंचने वाली हैं. सेना ने आतंरिम सरकार बनाने की बात की है.
बांग्लादेश की सेना इतनी मजबूत नहीं की martial law लगा दे.. ऐसे में Western Deep State का कोई प्यादा नई सरकार बनाएगा.
पोस्ट में दिए गए वीडियो आप देखो.. कैसे जनता सड़को पर उतर गई है... PM House पर अराजक तत्वों का कब्ज़ा है.
Screenshot में दी हुई ख़बर में आप Awami League की जगह बीजेपी add कर दीजिए और PM Hasina की जगह PM Modi कर दीजिये... बाकि सब same to same होने के सारे तिकडम लगाए गए..... लेकिन सौभाग्य से ऐसा हुआ नहीं.
याद कीजिये कुछ महीने पहले का राहुल गाँधी का बयान.. जिसमें उसने कहा था कि 'मोदी अब सड़क पर जायेगा तो जनता इसको मारेगी'.....जी बिलकुल यही शब्द बोले गए थे.
किसानों के फर्जी आंदोलन में 'मर जा मोदी' के नारे लगाए जाते रहे हैं.... इंदिरा गाँधी की तरह मोदी की हत्या करने की बता कई बार की गई है.
विपक्ष के बड़े नेता पाकिस्तान जा कर उनसे सहायता मांगते हैं.. ताकि सरकार बदली जा सके.
राहुल गाँधी यूरोप जाते हैं, और सभी यूरोपीय देशों से सहायता मांगते हैं...भारत में सरकार बदलने के लिए.
बांग्लादेश में आरक्षण के मुद्दे पर बवाल हुआ... और सरकार ने सब मांगे मान ली, उसके बाद भी हिंसा नहीं रुकी.
भारत में ऐसे कई बवाल हुए हैं पिछले 10 सालों में.... असहिष्णुता से शुरू हुई यह नौटंकी आज SC/ST के आरक्षण को व्यापक बनाने तक हर दिन चलती आ रही है.
सौभाग्य मानिये... केंद्र में मजबूत सरकार है.... जो पिछले 10 सालों से ऐसे लोगों से लड़ रही है... हाँ ऐसा करते हुए कुछ लोगों को कमजोर भी दिखती है.. लेकिन ऐसा नहीं है... कई बार युद्ध जीतने के लिए कुछ लड़ाई हारनी भी पड़ती हैं.
जब अराजकता फैलती है ना... तो सबसे पहले आम जन जीवन प्रभावित होता है.... बांग्लादेश में अब सरकार नहीं है... लोग हतप्रभ हैं... क्या करें.. कहाँ जाएं... जो सत्ता के पक्ष वाले हैं वह डरे हुए होंगे.. क्यूंकि उन्हें चिन्हित किया जा चुका होगा..... आगे क्या होगा उनके साथ.. यह भगवान ही जाने.
देश में कोई व्यवस्था नहीं होगी... काम धंधे प्रभावित होंगे.. देश में हिंसा होगी तो व्यापार नहीं हो पायेगा.. रोजमर्रा की चीजों के दाम आसमान पर होंगे.... देश में investment नहीं आएगा... लोगों का जीवन स्तर बिगड़ जाएगा.. नौकरियां खत्म हो जाएंगी.
जो आज बांग्लादेश में हो रहा है... यह भारत में भी हो सकता है.
आज हमारा विपक्ष और Deep State यही तो करना चाहता है..... असहिष्णुता, Anti CAA, Farmers Bill, Lynching, रोहित वेमुला case, SCST law, जातिवाद, आरक्षण जैसे कई Fault Lines हैं हमारे देश में.... हर मुद्दे पर हमने बवाल देखे हैं पिछले दस सालों में.
यह सरकार की सफलता है कि कोई भी बवाल बड़ा नहीं हुआ.. वरना विपक्ष तो हर बार ऐसे काण्ड करके मोदी का इस्तीफ़ा ही मांगता है.
एक बात याद रखिये..... लोकतंत्र में सवाल पूछने की आजादी तब तक ही है जब तक केंद्र में लोकतान्त्रिक सरकार है.... जिस दिन अराजक तत्व सत्ता में आएंगे.. या लोकतान्त्रिक सरकार गिरेगी... देश भरभरा कर गिर जाएगा.
ये जो लाखों करोड़ों बैंक में जमा कर रखें हैं... ये जो Market का Portfolio बना रखा है... ये तो कोठी flat ले रखें हैं... ये तो SUV Sedan ले कर आप घूमते हैं ना... जिस दी  अराजक भीड़ सड़क पर आएगी.. यह सब एक झटके में गायब हो जायेगा.
जब जान ही बचाने के लाले पड़ जाएंगे.. तब पैसा, बंगला, गाड़ी, बैंक बैलेंस के बारे में कौन सोचेगा??
4 जून को आप इसी अराजकता से बचे हैं.... कितने समय तक बचे रहेंगे.. यह केंद्र में स्थिर और मजबूत सरकार पर निर्भर करता है.
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