Sponsored

सवाल पर विचार: क्या पीएम नरेंद्र मोदी ने तुष्टीकरण की राजनीति शुरू की है?

0
9K

परिचय:

हाल के दिनों में, भारत में कुछ दलों द्वारा इस धारणा का प्रचार करके जनता को भ्रमित करने का ठोस प्रयास किया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अल्पसंख्यकों के लिए तुष्टीकरण की नीतियां शुरू की हैं। हालांकि, यह पहचानना आवश्यक है कि सच्चे सनातनी हिंदू किसी भी विश्वास या धर्म के खिलाफ भेदभाव नहीं करते हैं। हिंदू धर्म, सबसे धर्मनिरपेक्ष धर्म, "एकम सत बिप्राहा बहुदा बदंती" की अवधारणा को सिखाता है, जिसमें जोर दिया गया है कि एक ईश्वर है और प्रबुद्ध लोग उसे अलग-अलग नामों से पुकारते हैं। राज्य के मुखिया का यह कर्तव्य है कि वह सभी नागरिकों को परिवार के सदस्य के रूप में मानें, विविधता को अपनाएं और सद्भाव को बढ़ावा दें। आइए, नौ वर्षों के अपने कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री मोदी द्वारा की गई परिवर्तनकारी पहलों पर करीब से नज़र डालें।

प्रगति पथ का अनावरण:

1. धारा 370 को हटाना: मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व में ही जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया था। इस कदम का उद्देश्य शेष भारत के साथ इस क्षेत्र को और अधिक निकटता से एकीकृत करना था।

2. राम मंदिर का निर्माण: अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण लाखों हिंदुओं की लंबे समय से आकांक्षा रही है। मोदी ने योगी आदित्यनाथ और भाजपा के साथ मिलकर इस पोषित सपने को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। हम राम मंदिर के निर्माण के साथ सबसे भाग्यशाली समय में जी रहे हैं। यह पिछले 500 वर्षों से हिंदुओं की दुर्दशा थी। हमारे कई पूर्वजों ने राम मंदिर के पुनरोद्धार के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।

3. केदारनाथ का नया स्वरूप: मोदी का दृष्टिकोण धार्मिक स्थलों के संरक्षण और पुनर्विकास तक फैला हुआ है। पवित्र हिंदू तीर्थ स्थल केदारनाथ का पुनर्विकास, ऐसे श्रद्धेय स्थानों की महिमा को पुनर्स्थापित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

4. इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं की शुरुआत: मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने काशी विश्वनाथ धाम और महाकाल कॉरिडोर जैसी विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की शुरुआत की है। इन पहलों का उद्देश्य आगंतुकों के लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करते हुए इन स्थलों के धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व को बढ़ाना है।

5. तीर्थ स्थलों को जोड़ना: भाजपा सरकार ने देश भर के तीर्थ स्थलों के लिए रेल, सड़क और हवाई संपर्क में सुधार को प्राथमिकता दी है। यह प्रयास भक्तों को अधिक आसानी और सुविधा के साथ अपनी आध्यात्मिक यात्रा शुरू करने में सक्षम बनाता है।

6. सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देना: मोदी के नेतृत्व में, राष्ट्र ने सनातन धर्म के प्रतीक भगवान शिव के सेंगोल (राजदंड) का अनावरण देखा। इस घटना ने भारत की समृद्ध विरासत और गहरे सांस्कृतिक महत्व को सामने लाया।

7. स्वच्छ गंगा मिशन: मोदी और भाजपा ने पवित्र गंगा नदी के शुद्धिकरण और संरक्षण पर जोर देते हुए स्वच्छ गंगा मिशन की शुरुआत की। यह प्रयास हिंदुओं की आस्था और भावनाओं को बनाए रखने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

8. गुलामी के प्रतीकों का उन्मूलन: सरकार ने अतीत के बंधनों से मुक्त राष्ट्र के प्रतीक, औपनिवेशिक युग से जुड़े प्रतीकों को हटाने की दिशा में सक्रिय रूप से काम किया है।

9. विचारोत्तेजक फिल्मों को प्रोत्साहित करना: मोदी सरकार ने महत्वपूर्ण सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर प्रकाश डालने वाली "केरल स्टोरी" और "द कश्मीर फाइल" जैसी अंतर्दृष्टिपूर्ण फिल्मों के निर्माण और वितरण का समर्थन किया है।

10. राष्ट्रीय हितों की रक्षा: भाजपा ने उग्रवाद और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले समूहों द्वारा सरकारी भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। यह राष्ट्र की अखंडता और सुरक्षा की रक्षा के लिए उनकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

11. राष्ट्रीय एकता को कायम रखना: सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाली कट्टरपंथी विचारधाराओं का मुकाबला करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए अवैध मदरसों और पीएफआई जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने के उपाय किए हैं।

12. समान नागरिक संहिता और एनआरसी का अनुसरण: समानता और सद्भाव सुनिश्चित करने के उद्देश्य से, भाजपा राष्ट्रीय हित में एक समान नागरिक संहिता और नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरसी) को लागू करना चाहती है।

13. सभी के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करना: भाजपा के शासन में प्रयास किए गए हैं

  हिंदुओं को आपराधिक तत्वों, माफियाओं और चरमपंथियों से बचाने के लिए, सभी नागरिकों के लिए एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करना।

निष्कर्ष:

फूल को देखना जरूरी है, गंदगी को नहीं और प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के नेतृत्व में परिवर्तनकारी पहलों को पहचानना जरूरी है। उनकी दृष्टि में समावेशी विकास, राष्ट्रीय गौरव और विविध धार्मिक और सांस्कृतिक पहचानों के प्रति सम्मान शामिल है। सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ अनर्गल शेखी बघारने के बजाय, उन पहलों का समर्थन करना महत्वपूर्ण है जो प्रगति, एकता और भारत की समृद्ध विरासत के संरक्षण को बढ़ावा देती हैं। जिम्मेदार नागरिकों के रूप में, आइए हम एक मजबूत, अधिक समृद्ध भारत की खोज में खुद को विकास, राष्ट्रवाद और हिंदुत्व के मार्ग के साथ जोड़ लें।

Sponsored
Search
Sponsored
Categories
Read More
News
आजका २० मुख्य समाचार - १० अक्टोबर २०२४
आजका २० मुख्य समाचार - १० अक्टोबर २०२४ १. बडादशैंको सप्तमीमा फुलपाती मनाइँदै नेपालभर आज...
By Nepal Updates 2024-10-10 05:31:47 0 2K
News
20 News Headlines - September 30, 2024
Top 20 News Headlines from Nepal - September 30, 2024 1. Flood Death Toll in Nepal Reaches 193...
By Nepal Updates 2024-09-30 06:01:15 0 3K
News
काठमाडौंमा प्रधानमन्त्री मोदीका भाइको चारदिने गोप्य मन्त्रणा
काठमाडौं । पशुपतिको यात्रा, सिद्राको व्यापार भनेझैं भयो विश्व हिन्दु महासंघ भारत च्याप्टरका...
By Nepal Updates 2023-05-16 16:08:49 0 9K
News
अमरेशले कपडा खोलेपछि हर्कले खोले मुख
काठमाडौं । धरान उपमहानगरपालिकाका प्रमुख (मेयर) हर्क साम्पाङले हिजो सदनमा अमरेश कुमार सिंहले गरेको...
By Nepal Updates 2023-05-09 05:19:41 0 10K
Sanatan Dharma
Panch Kosha 🚩(The 5 Layers of the Human Body & Mind)
The Koshas are considered the energetic layers of our body that surround our soul. Sometimes,...
By Yubaraj Sedai 2022-06-28 06:02:18 0 14K