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- यदि महाभारत को पढ़ने का समय न हो तो भी इसके नौ सार- सूत्र हमारे जीवन में उपयोगी सिद्ध हो सकते है, जरूर पढ़ें...
1.संतानों की गलत माँग और हठ पर समय रहते अंकुश नहीं लगाया गया, तो अंत में आप असहाय हो जायेंगे- कौरव
2.आप भले ही कितने बलवान हो लेकिन अधर्म के साथ हो तो, आपकी विद्या, अस्त्र-शस्त्र शक्ति और वरदान सब निष्फल हो जायेगा - कर्ण
3.संतानों को इतना महत्वाकांक्षी मत बना दो कि विद्या का दुरुपयोग कर स्वयंनाश कर सर्वनाश को आमंत्रित करे- अश्वत्थामा
4.कभी किसी को ऐसा वचन मत दो कि आपको अधर्मियों के आगे समर्पण करना पड़े -भीष्म पितामह
5.संपत्ति, शक्ति व सत्ता का दुरुपयोग और दुराचारियों का साथ अंत में स्वयंनाश का दर्शन कराता है -दुर्योधन
6.अं ध व्यक्ति- अर्थात मुद्रा, मदिरा, अज्ञान, मोह और काम ( मृदुला) अंध व्यक्ति के हाथ में सत्ता भी विनाश की ओर ले जाती है -धृतराष्ट्र
7. यदि व्यक्ति के पास विद्या, विवेक से बँधी हो तो विजय अवश्य मिलती है -अर्जुन
8. हर कार्य में छल, कपट, व प्रपंच रच कर आप हमेशा सफल नहीं हो सकते - शकुनि
9. यदि आप नीति, धर्म, व कर्म का सफलता पूर्वक पालन करेंगे, तो विश्व की कोई भी शक्ति आपको पराजित नहीं कर सकती - युधिष्ठिर
यदि इन नौ सूत्रों से सबक लेना सम्भव नहीं होता है तो जीवन मे महाभारत संभव हो जाता है..
जय श्रीकृष्णा, जय गोविंदा ✨🙏
तं सूर्यं जगतां नाथं ज्ञानविज्ञानमोक्षदम्।
महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्।।यदि महाभारत को पढ़ने का समय न हो तो भी इसके नौ सार- सूत्र हमारे जीवन में उपयोगी सिद्ध हो सकते है, जरूर पढ़ें... 1.संतानों की गलत माँग और हठ पर समय रहते अंकुश नहीं लगाया गया, तो अंत में आप असहाय हो जायेंगे- कौरव 2.आप भले ही कितने बलवान हो लेकिन अधर्म के साथ हो तो, आपकी विद्या, अस्त्र-शस्त्र शक्ति और वरदान सब निष्फल हो जायेगा - कर्ण 3.संतानों को इतना महत्वाकांक्षी मत बना दो कि विद्या का दुरुपयोग कर स्वयंनाश कर सर्वनाश को आमंत्रित करे- अश्वत्थामा 4.कभी किसी को ऐसा वचन मत दो कि आपको अधर्मियों के आगे समर्पण करना पड़े -भीष्म पितामह 5.संपत्ति, शक्ति व सत्ता का दुरुपयोग और दुराचारियों का साथ अंत में स्वयंनाश का दर्शन कराता है -दुर्योधन 6.अं ध व्यक्ति- अर्थात मुद्रा, मदिरा, अज्ञान, मोह और काम ( मृदुला) अंध व्यक्ति के हाथ में सत्ता भी विनाश की ओर ले जाती है -धृतराष्ट्र 7. यदि व्यक्ति के पास विद्या, विवेक से बँधी हो तो विजय अवश्य मिलती है -अर्जुन 8. हर कार्य में छल, कपट, व प्रपंच रच कर आप हमेशा सफल नहीं हो सकते - शकुनि 9. यदि आप नीति, धर्म, व कर्म का सफलता पूर्वक पालन करेंगे, तो विश्व की कोई भी शक्ति आपको पराजित नहीं कर सकती - युधिष्ठिर यदि इन नौ सूत्रों से सबक लेना सम्भव नहीं होता है तो जीवन मे महाभारत संभव हो जाता है.. जय श्रीकृष्णा, जय गोविंदा ✨🙏 तं सूर्यं जगतां नाथं ज्ञानविज्ञानमोक्षदम्। महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्।।0 Comments 0 Shares 370 Views 0 ReviewsPlease log in to like, share and comment! - द्रौपदी का चीर हरण क्यों हुआ?
क्योंकि दरबार में मौजूद सभी लोग,
पॉलिटिकली करेक्ट होना चाहते थे..
और क्योंकि चीर हरण हुआ,
इसलिए महाभारत हुई..
वो भी इसीलिए,
क्यूंकि लोग,पॉलिटिकली करेक्ट होना चाहते थे।
क्या धर्म है और क्या अधर्म है
में सब कनफ्यूज़ थे.,
लेकिन श्री कृष्ण नहीं!
महाभारत युद्ध शुरू होने से पहले,
अर्जुन के हाथ काँपने लगे.,
क्योंकि अर्जुन भी,
पॉलिटिकली करेक्ट होना चाहते थे।
श्री कृष्ण,
कभी पॉलिटिकली करेक्ट नहीं रहे।
वे हमेशा वहीं खड़े हुए..
जहां सत्य था..
जहां धर्म था..!
और जहां धर्म है,
वहां श्री कृष्ण हैं..और सदैव रहेंगे.!
इसीलिए कृष्ण को पूजा जाता है..
पॉलिटिकली करेक्ट लोगों को नहीं.!
जय जय श्री कृष्ण☝🏻🚩द्रौपदी का चीर हरण क्यों हुआ? क्योंकि दरबार में मौजूद सभी लोग, पॉलिटिकली करेक्ट होना चाहते थे.. और क्योंकि चीर हरण हुआ, इसलिए महाभारत हुई.. वो भी इसीलिए, क्यूंकि लोग,पॉलिटिकली करेक्ट होना चाहते थे। क्या धर्म है और क्या अधर्म है में सब कनफ्यूज़ थे., लेकिन श्री कृष्ण नहीं! महाभारत युद्ध शुरू होने से पहले, अर्जुन के हाथ काँपने लगे., क्योंकि अर्जुन भी, पॉलिटिकली करेक्ट होना चाहते थे। श्री कृष्ण, कभी पॉलिटिकली करेक्ट नहीं रहे। वे हमेशा वहीं खड़े हुए.. जहां सत्य था.. जहां धर्म था..! और जहां धर्म है, वहां श्री कृष्ण हैं..और सदैव रहेंगे.! इसीलिए कृष्ण को पूजा जाता है.. पॉलिटिकली करेक्ट लोगों को नहीं.! जय जय श्री कृष्ण☝🏻🚩0 Comments 0 Shares 389 Views 0 Reviews - Must Watch!
#sanatandharma #gautamkhattar #podcast #trending #Dharma #DharmaLive
Podacst: Sanatan Dharm में विज्ञान है कोई चमत्कार नहीं | @GautamKhattar @Meenakshi_Sehrawat | Mohit Joshi | Dharma Live
भारत का इतिहास स्वर्णिम रहा है, लेकिन समय के साथ सनातन धर्म में फैली विभिन्न भ्रांतियों ने इसकी छवि धूमिल की है। इन्हीं भ्रांतियों को दूर करने के लिए Dharma Live के खास Show "धर्म संवाद" में सनातन धर्म पर अपनी बेबाक राय रखने वाले सनातन महासंघ के संस्थापक गौतम खट्टर जी, सनातन महासंघ की सह-संस्थापक मीनाक्षी सहरावत जी और सामाजिक कार्यकर्ता मोहित जोशी जी से विस्तार से चर्चा हुई, जहां उन्होंने धर्म का बाजारीकरण,धर्म के नाम पर फैल रहे पाखंड और हवन से जुड़ी भ्रांतियों को न सिर्फ दूर करने का काम किया, बल्कि ये भी बताया कि सनातम धर्म में चमत्कार नहीं, विज्ञान है। इसके अलावा हमारे तीनों मेहमानों ने सोलह संस्कार, विशेषकर विवाह संस्कार के महत्व के बारे में विस्तार से भी बताया। आप इस इंटरव्यू का आनंद लें और यदि आपके भी कोई सवाल हैं, तो हमें comments में जरूरी लिखें।
Anchor- Neha Rajpput
Producer- Mukesh Kaushik
Video Editor- Subodh Sinha
Video Journalist- Sanchit GiriMust Watch! #sanatandharma #gautamkhattar #podcast #trending #Dharma #DharmaLive Podacst: Sanatan Dharm में विज्ञान है कोई चमत्कार नहीं | @GautamKhattar @Meenakshi_Sehrawat | Mohit Joshi | Dharma Live भारत का इतिहास स्वर्णिम रहा है, लेकिन समय के साथ सनातन धर्म में फैली विभिन्न भ्रांतियों ने इसकी छवि धूमिल की है। इन्हीं भ्रांतियों को दूर करने के लिए Dharma Live के खास Show "धर्म संवाद" में सनातन धर्म पर अपनी बेबाक राय रखने वाले सनातन महासंघ के संस्थापक गौतम खट्टर जी, सनातन महासंघ की सह-संस्थापक मीनाक्षी सहरावत जी और सामाजिक कार्यकर्ता मोहित जोशी जी से विस्तार से चर्चा हुई, जहां उन्होंने धर्म का बाजारीकरण,धर्म के नाम पर फैल रहे पाखंड और हवन से जुड़ी भ्रांतियों को न सिर्फ दूर करने का काम किया, बल्कि ये भी बताया कि सनातम धर्म में चमत्कार नहीं, विज्ञान है। इसके अलावा हमारे तीनों मेहमानों ने सोलह संस्कार, विशेषकर विवाह संस्कार के महत्व के बारे में विस्तार से भी बताया। आप इस इंटरव्यू का आनंद लें और यदि आपके भी कोई सवाल हैं, तो हमें comments में जरूरी लिखें। Anchor- Neha Rajpput Producer- Mukesh Kaushik Video Editor- Subodh Sinha Video Journalist- Sanchit Giri0 Comments 0 Shares 729 Views 0 Reviews - 0 Comments 0 Shares 253 Views 0 Reviews
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श्री बजरंग बाण का पाठ
Lyrics In Hindi -
दोहा :
निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान।
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥
चौपाई :
जय हनुमंत संत हितकारी। सुन लीजै प्रभु अरज हमारी॥
जन के काज बिलंब न कीजै। आतुर दौरि महा सुख दीजै॥
जैसे कूदि सिंधु महिपारा। सुरसा बदन पैठि बिस्तारा॥
आगे जाय लंकिनी रोका। मारेहु लात गई सुरलोका॥
जाय बिभीषन को सुख दीन्हा। सीता निरखि परमपद लीन्हा॥
बाग उजारि सिंधु महँ बोरा। अति आतुर जमकातर तोरा॥
अक्षय कुमार मारि संहारा। लूम लपेटि लंक को जारा॥
लाह समान लंक जरि गई। जय जय धुनि सुरपुर नभ भई॥
अब बिलंब केहि कारन स्वामी। कृपा करहु उर अंतरयामी॥
जय जय लखन प्रान के दाता। आतुर ह्वै दुख करहु निपाता॥
जै हनुमान जयति बल-सागर। सुर-समूह-समरथ भट-नागर॥
ॐ हनु हनु हनु हनुमंत हठीले। बैरिहि मारु बज्र की कीले॥
ॐ ह्नीं ह्नीं ह्नीं हनुमंत कपीसा। ॐ हुं हुं हुं हनु अरि उर सीसा॥
जय अंजनि कुमार बलवंता। शंकरसुवन बीर हनुमंता॥
बदन कराल काल-कुल-घालक। राम सहाय सदा प्रतिपालक॥
भूत, प्रेत, पिसाच निसाचर। अगिन बेताल काल मारी मर॥
इन्हें मारु, तोहि सपथ राम की। राखु नाथ मरजाद नाम की॥
सत्य होहु हरि सपथ पाइ कै। राम दूत धरु मारु धाइ कै॥
जय जय जय हनुमंत अगाधा। दुख पावत जन केहि अपराधा॥
पूजा जप तप नेम अचारा। नहिं जानत कछु दास तुम्हारा॥
बन उपबन मग गिरि गृह माहीं। तुम्हरे बल हौं डरपत नाहीं॥
जनकसुता हरि दास कहावौ। ताकी सपथ बिलंब न लावौ॥
जै जै जै धुनि होत अकासा। सुमिरत होय दुसह दुख नासा॥
चरन पकरि, कर जोरि मनावौं। यहि औसर अब केहि गोहरावौं॥
उठु, उठु, चलु, तोहि राम दुहाई। पायँ परौं, कर जोरि मनाई॥
ॐ चं चं चं चं चपल चलंता। ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमंता॥
ॐ हं हं हाँक देत कपि चंचल। ॐ सं सं सहमि पराने खल-दल॥
अपने जन को तुरत उबारौ। सुमिरत होय आनंद हमारौ॥
यह बजरंग-बाण जेहि मारै। ताहि कहौ फिरि कवन उबारै॥
पाठ करै बजरंग-बाण की। हनुमत रक्षा करै प्रान की॥
यह बजरंग बाण जो जापैं। तासों भूत-प्रेत सब कापैं॥
धूप देय जो जपै हमेसा। ताके तन नहिं रहै कलेसा॥
दोहा :
उर प्रतीति दृढ़, सरन ह्वै, पाठ करै धरि ध्यान।
बाधा सब हर, करैं सब काम सफल हनुमान॥#lofibhajan #बजरंगबाण #bajrangbaan #BajrangBaanLofi #RasrajJiMaharaj श्री बजरंग बाण का पाठ Lyrics In Hindi - दोहा : निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥ चौपाई : जय हनुमंत संत हितकारी। सुन लीजै प्रभु अरज हमारी॥ जन के काज बिलंब न कीजै। आतुर दौरि महा सुख दीजै॥ जैसे कूदि सिंधु महिपारा। सुरसा बदन पैठि बिस्तारा॥ आगे जाय लंकिनी रोका। मारेहु लात गई सुरलोका॥ जाय बिभीषन को सुख दीन्हा। सीता निरखि परमपद लीन्हा॥ बाग उजारि सिंधु महँ बोरा। अति आतुर जमकातर तोरा॥ अक्षय कुमार मारि संहारा। लूम लपेटि लंक को जारा॥ लाह समान लंक जरि गई। जय जय धुनि सुरपुर नभ भई॥ अब बिलंब केहि कारन स्वामी। कृपा करहु उर अंतरयामी॥ जय जय लखन प्रान के दाता। आतुर ह्वै दुख करहु निपाता॥ जै हनुमान जयति बल-सागर। सुर-समूह-समरथ भट-नागर॥ ॐ हनु हनु हनु हनुमंत हठीले। बैरिहि मारु बज्र की कीले॥ ॐ ह्नीं ह्नीं ह्नीं हनुमंत कपीसा। ॐ हुं हुं हुं हनु अरि उर सीसा॥ जय अंजनि कुमार बलवंता। शंकरसुवन बीर हनुमंता॥ बदन कराल काल-कुल-घालक। राम सहाय सदा प्रतिपालक॥ भूत, प्रेत, पिसाच निसाचर। अगिन बेताल काल मारी मर॥ इन्हें मारु, तोहि सपथ राम की। राखु नाथ मरजाद नाम की॥ सत्य होहु हरि सपथ पाइ कै। राम दूत धरु मारु धाइ कै॥ जय जय जय हनुमंत अगाधा। दुख पावत जन केहि अपराधा॥ पूजा जप तप नेम अचारा। नहिं जानत कछु दास तुम्हारा॥ बन उपबन मग गिरि गृह माहीं। तुम्हरे बल हौं डरपत नाहीं॥ जनकसुता हरि दास कहावौ। ताकी सपथ बिलंब न लावौ॥ जै जै जै धुनि होत अकासा। सुमिरत होय दुसह दुख नासा॥ चरन पकरि, कर जोरि मनावौं। यहि औसर अब केहि गोहरावौं॥ उठु, उठु, चलु, तोहि राम दुहाई। पायँ परौं, कर जोरि मनाई॥ ॐ चं चं चं चं चपल चलंता। ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमंता॥ ॐ हं हं हाँक देत कपि चंचल। ॐ सं सं सहमि पराने खल-दल॥ अपने जन को तुरत उबारौ। सुमिरत होय आनंद हमारौ॥ यह बजरंग-बाण जेहि मारै। ताहि कहौ फिरि कवन उबारै॥ पाठ करै बजरंग-बाण की। हनुमत रक्षा करै प्रान की॥ यह बजरंग बाण जो जापैं। तासों भूत-प्रेत सब कापैं॥ धूप देय जो जपै हमेसा। ताके तन नहिं रहै कलेसा॥ दोहा : उर प्रतीति दृढ़, सरन ह्वै, पाठ करै धरि ध्यान। बाधा सब हर, करैं सब काम सफल हनुमान॥
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श्री बजरंग बाण का पाठ
Lyrics In Hindi -
दोहा :
निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान।
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥
चौपाई :
जय हनुमंत संत हितकारी। सुन लीजै प्रभु अरज हमारी॥
जन के काज बिलंब न कीजै। आतुर दौरि महा सुख दीजै॥
जैसे कूदि सिंधु महिपारा। सुरसा बदन पैठि बिस्तारा॥
आगे जाय लंकिनी रोका। मारेहु लात गई सुरलोका॥
जाय बिभीषन को सुख दीन्हा। सीता निरखि परमपद लीन्हा॥
बाग उजारि सिंधु महँ बोरा। अति आतुर जमकातर तोरा॥
अक्षय कुमार मारि संहारा। लूम लपेटि लंक को जारा॥
लाह समान लंक जरि गई। जय जय धुनि सुरपुर नभ भई॥
अब बिलंब केहि कारन स्वामी। कृपा करहु उर अंतरयामी॥
जय जय लखन प्रान के दाता। आतुर ह्वै दुख करहु निपाता॥
जै हनुमान जयति बल-सागर। सुर-समूह-समरथ भट-नागर॥
ॐ हनु हनु हनु हनुमंत हठीले। बैरिहि मारु बज्र की कीले॥
ॐ ह्नीं ह्नीं ह्नीं हनुमंत कपीसा। ॐ हुं हुं हुं हनु अरि उर सीसा॥
जय अंजनि कुमार बलवंता। शंकरसुवन बीर हनुमंता॥
बदन कराल काल-कुल-घालक। राम सहाय सदा प्रतिपालक॥
भूत, प्रेत, पिसाच निसाचर। अगिन बेताल काल मारी मर॥
इन्हें मारु, तोहि सपथ राम की। राखु नाथ मरजाद नाम की॥
सत्य होहु हरि सपथ पाइ कै। राम दूत धरु मारु धाइ कै॥
जय जय जय हनुमंत अगाधा। दुख पावत जन केहि अपराधा॥
पूजा जप तप नेम अचारा। नहिं जानत कछु दास तुम्हारा॥
बन उपबन मग गिरि गृह माहीं। तुम्हरे बल हौं डरपत नाहीं॥
जनकसुता हरि दास कहावौ। ताकी सपथ बिलंब न लावौ॥
जै जै जै धुनि होत अकासा। सुमिरत होय दुसह दुख नासा॥
चरन पकरि, कर जोरि मनावौं। यहि औसर अब केहि गोहरावौं॥
उठु, उठु, चलु, तोहि राम दुहाई। पायँ परौं, कर जोरि मनाई॥
ॐ चं चं चं चं चपल चलंता। ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमंता॥
ॐ हं हं हाँक देत कपि चंचल। ॐ सं सं सहमि पराने खल-दल॥
अपने जन को तुरत उबारौ। सुमिरत होय आनंद हमारौ॥
यह बजरंग-बाण जेहि मारै। ताहि कहौ फिरि कवन उबारै॥
पाठ करै बजरंग-बाण की। हनुमत रक्षा करै प्रान की॥
यह बजरंग बाण जो जापैं। तासों भूत-प्रेत सब कापैं॥
धूप देय जो जपै हमेसा। ताके तन नहिं रहै कलेसा॥
दोहा :
उर प्रतीति दृढ़, सरन ह्वै, पाठ करै धरि ध्यान।
बाधा सब हर, करैं सब काम सफल हनुमान॥0 Comments 0 Shares 525 Views 0 Reviews - हनुमान जन्मोत्सव की हार्दिक शुभकामनाये
ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्॥हनुमान जन्मोत्सव की हार्दिक शुभकामनाये ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्॥0 Comments 0 Shares 257 Views 0 0 Reviews - I move along with Rudras (life forces & sensory organs), the Vasus (treasures), the Adityas (the Solar system), also with the Vishvadevas. I hold both Mitra (ruling over light) & Varuna, both Indra & Agni, & both the Asvin brothers (cosmic doctors).
- Devi SuktamI move along with Rudras (life forces & sensory organs), the Vasus (treasures), the Adityas (the Solar system), also with the Vishvadevas. I hold both Mitra (ruling over light) & Varuna, both Indra & Agni, & both the Asvin brothers (cosmic doctors). - Devi Suktam0 Comments 0 Shares 560 Views 0 Reviews - Invaders Wrote Bharat’s History - Dr. Vikram Sampath with Sadhguru
Watch the full video on Sadhguru
#Sadhguru #Invaders #Bharat #History #Aspiration #SanatanDharmaInvaders Wrote Bharat’s History - Dr. Vikram Sampath with Sadhguru Watch the full video on Sadhguru #Sadhguru #Invaders #Bharat #History #Aspiration #SanatanDharma0 Comments 0 Shares 1278 Views 0 Reviews - दधाना करपद्माभ्यामक्ष मालाकमण्डलु।
देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा॥
माँ ब्रह्मचारिणी के आशीर्वाद से आपका एवं आपके परिवार का द्वितीय नवरात्र मंगलमय हो!
इसी शुभकामना के साथ।
🙏🏻#जय_माँ_ब्रह्मचारिणी🙏🏻दधाना करपद्माभ्यामक्ष मालाकमण्डलु। देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा॥ माँ ब्रह्मचारिणी के आशीर्वाद से आपका एवं आपके परिवार का द्वितीय नवरात्र मंगलमय हो! इसी शुभकामना के साथ। 🙏🏻#जय_माँ_ब्रह्मचारिणी🙏🏻0 Comments 0 Shares 434 Views 0 Reviews - सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सवार्थ साधिके।
शरण्येत्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते।।
आदिशक्ति, जगत जननी माँ जगदम्बा की उपासना के पावन पर्व चैत्र नवरात्रि एवं विक्रम सवंत २०८१ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा हिंदू नववर्ष की आप सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं🙏🚩
जय माता दी 🙏सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सवार्थ साधिके। शरण्येत्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते।। आदिशक्ति, जगत जननी माँ जगदम्बा की उपासना के पावन पर्व चैत्र नवरात्रि एवं विक्रम सवंत २०८१ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा हिंदू नववर्ष की आप सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं🙏🚩 जय माता दी 🙏0 Comments 0 Shares 7184 Views 0 Reviews - चैत्र नवरात्रि प्रथम दिवस पर भगवान के वस्त्र अति विशेष हैं
प्राण प्रतिष्ठा के पश्चात् पहली बार प्रभु के वस्त्रों की ‘शैली’ को बदला गया है। मयूर व अन्य वैष्णव चिन्हों को रंग-बिरंगे रेशम के साथ-साथ असली तारों से काढ़ा गया है
दिव्य दर्शन -चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, विक्रमी संवत 2081चैत्र नवरात्रि प्रथम दिवस पर भगवान के वस्त्र अति विशेष हैं प्राण प्रतिष्ठा के पश्चात् पहली बार प्रभु के वस्त्रों की ‘शैली’ को बदला गया है। मयूर व अन्य वैष्णव चिन्हों को रंग-बिरंगे रेशम के साथ-साथ असली तारों से काढ़ा गया है दिव्य दर्शन -चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, विक्रमी संवत 20810 Comments 0 Shares 6039 Views 0 Reviews - "चैत्र शुक्ल प्रतिपदा" एवं "नवरात्रि" के प्रथम दिवस को "भगवती माँ शैलजा" को कोटि कोटि वंदन 🙏🚩 सहित, आप सभी को "हिंदू नववर्ष" "२०८१" की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
जय श्री राम।"चैत्र शुक्ल प्रतिपदा" एवं "नवरात्रि" के प्रथम दिवस को "भगवती माँ शैलजा" को कोटि कोटि वंदन 🙏🚩 सहित, आप सभी को "हिंदू नववर्ष" "२०८१" की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏 जय श्री राम।0 Comments 0 Shares 3596 Views 0 Reviews - Hindu Calendar 2024-2025
Bikram Sambat 2081Hindu Calendar 2024-2025 Bikram Sambat 20810 Comments 0 Shares 2420 Views 0 Reviews - 🌟 Opportunity to earn with Dununu! 🌟
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क्यों??
क्यूंकि उन्हें पता है... अब अयोध्या दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक केंद्र बनने जा रहा है.... करोड़ों लोग हर वर्ष यहाँ आएंगे.... यहाँ के कार्यक्रम दुनिया भर में दिखाए जाएंगे... ऐसे में अयोध्या उनके लिए Brand Visibility का सबसे बड़ा platform है.All major international brands want on ground presence in Ayodhya through hoardings & kiosks. क्यों?? क्यूंकि उन्हें पता है... अब अयोध्या दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक केंद्र बनने जा रहा है.... करोड़ों लोग हर वर्ष यहाँ आएंगे.... यहाँ के कार्यक्रम दुनिया भर में दिखाए जाएंगे... ऐसे में अयोध्या उनके लिए Brand Visibility का सबसे बड़ा platform है.0 Comments 0 Shares 1570 Views 0 Reviews - Jai Shri Ram 🚩Jai Shri Ram 🚩0 Comments 0 Shares 862 Views 0 Reviews
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