Patrocinados
“निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान।
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥”

ऊॅं हनुमते नम:
“निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥” ऊॅं हनुमते नम:
0 Commentarios 0 Acciones 430 Views 0 Vista previa