“निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान।
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥”
ऊॅं हनुमते नम:
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥”
ऊॅं हनुमते नम:
“निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान।
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥”
ऊॅं हनुमते नम:
0 Comentários
0 Compartilhamentos
432 Visualizações
0 Anterior