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  • 33 करोड़ देवता नहीं, बल्कि 33 कोटि देवता
    सनातन धर्म में '33 करोड़ देवता' का उल्लेख एक आम धारणा है, लेकिन यह एक गलतफहमी है जो वैदिक संस्कृत के गलत अनुवाद के कारण उत्पन्न हुई है। वास्तव में, वेदों में '33 कोटि' देवताओं का उल्लेख है, जिसका सही अर्थ 33 प्रकार या श्रेणियों के देवता है, न कि 33 करोड़ देवता। यह महत्वपूर्ण है कि हम इस भिन्नता को समझें और सही संदर्भ में प्रस्तुत करें। 33 कोटि देवता: सही अर्थ वेदों में 'त्रयस्त्रिंशत कोटि'...
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  • Latest News: September 22, 2024
    1. PM Oli Calls for Compensation from Carbon Emitting Countries Prime Minister KP Sharma Oli urged carbon-emitting nations to compensate countries like Nepal for climate-related damages during his UN General Assembly address. He highlighted the disproportionate effects of climate change on non-emitting countries. Source 1, Source 2 2. Deputy PM Paudel Highlights Nepal's Green Economy...
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  • Swastika or Hakenkreuz? The hidden truth about "NAZI's Symbol"
    Introduction In a Hindu household, a new car, irrespective of the model, sports this symbol of prosperity with pride. New houses, apartments, places of residence are anointed with this symbol of prosperity and abundance. Any auspicious ritual of Hindus, across the world, does not begin without drawing this symbol. So how has such a benedictory symbol as Swastika come to be associated with...
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  • The Hindu Renaissance: Awakening of Truth
    Awakening of Truth I am the truth, a timeless entity,Witness to every invention, known in perpetuity.Within the pages of mighty books, I concealed,The secret to humanity's harmony, to be revealed. Materialistic pursuits, a shallow endeavor,Humanity lost, adrift in its own endeavor.I guided my people to coexist with nature,To embrace spiritual awakening, a radiant feature. Civilizations...
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  • ऋषि, मुनि, साधु, संत, महर्षि, संन्यासी, महात्मा में क्या अंतर हैं?
    सनातन धर्म में ऋषि, मुनि, साधु, संत, महर्षि, संन्यासी, एवं महात्मा जैसे विभूतियों का उल्लेख बहुत आदर और सम्मान से किया जाता है। हालांकि, आधुनिक युग में अक्सर इन शब्दों को पर्यायवाची मान लिया जाता है, जबकि इन सभी में स्पष्ट और महत्वपूर्ण भिन्नताएँ हैं। आइए इन सभी उपाधियों के बीच के अंतर को विस्तार से समझें। ऋषि ऋषि वे विद्वान होते हैं जिन्होंने वैदिक ग्रंथों की रचना की है। उन्हें अपने कठोर...
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  • क्रिश्चियन धर्ममा अन्धविश्वास एक चर्चा
    लेखक: पेशल कुमार निरौला र निल कुमार क्षेत्री  भुमिका क्रिश्चियन धर्म नै संसारको सबै भन्दा ठुलो धर्म मानिन्छ । विश्वको एक तिहाइ जति जनसंख्या क्रिश्चियन छन् । यस लेखमा किश्चियन धर्मका मुख्य आधारहरुलाई वाइवलको प्रकाशमा हेरिएको छ । यस लेखको मुख्य तर्क के हो भने किश्चियन धर्मका मुल आधारः जिसस ईश्वरका पुत्र हुन्, ट्रिनिटिको विचार र मनुष्युको पाप जिससको रगतले पखालि दिन्छ भन्ने हुन् । यि विचारहरु...
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  • प्रश्न = क्या यह सच है कि भगवान की मर्जी के बिना कुछ भी नहीं होता है ?
    क्या हम झूठ ईश्वर की मर्जी से बोलते हैं ? चोरी ईश्वर की मर्जी से करते हैं ? आसुरी वृत्ति के लोग अपहरण, बलात्कार, मर्डर आदि सभी कुछ ईश्वर की मर्जी से ही करते हैं ? यदि ऐसा है तो फिर ईश्वर ने वेदों में क्यों शिक्षा दी कि " सत्यं वद " सत्य बोलो ,"अक्षैर्मादीव्य" जुआं मत खेलो , " कस्य स्विद्धनं मा गृध " किसी के धन पर गिद्ध दृष्टि मत रखो " आदि आदि । यह कैसा न्यायकारी , दयालु ईश्वर हुआ जो पहले...
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