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  • भारत के प्राण, सनातन जगत की सकल आस्था के केंद्र, हमारे आराध्य, मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के पावन अवतरण दिवस 'श्री राम नवमी' की समस्त प्रदेश वासियों एवं श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं!

    शताब्दियों की प्रतीक्षा के उपरांत श्री अयोध्या धाम में प्रभु श्री रामलला का निर्मित नव्य, भव्य, दिव्य मंदिर कोटि-कोटि रामभक्तों और मानव सभ्यता को हर्षित, गर्वित कर रहा है।

    जय-जय श्री राम!
    Shree Yogi AdityaNath
    भारत के प्राण, सनातन जगत की सकल आस्था के केंद्र, हमारे आराध्य, मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के पावन अवतरण दिवस 'श्री राम नवमी' की समस्त प्रदेश वासियों एवं श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं! शताब्दियों की प्रतीक्षा के उपरांत श्री अयोध्या धाम में प्रभु श्री रामलला का निर्मित नव्य, भव्य, दिव्य मंदिर कोटि-कोटि रामभक्तों और मानव सभ्यता को हर्षित, गर्वित कर रहा है। जय-जय श्री राम! Shree Yogi AdityaNath
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  • यह १५२८ से ४९६ वर्षों के बाद पहला #रामनवमी है, जब भगवान श्री राम अपने महान #अयोध्या_राममंदिर में हैं, ५ सदियों के बलिदान, तपस्या और उनके भक्तों के संघर्ष के बाद।

    भगवान अपने भक्तों का परीक्षण करते हैं और इसके लिए उनके भक्तों की सामूहिक शक्ति और साहस की कई पीढ़ियों की आवश्यकता होती है, फिर कुछ भाग्यशाली पीढ़ियों का आता है जिनके किस्मत में इस संघर्ष की विजय को देखने का लिखा होता है।

    इस ऐतिहासिक दिन पर सभी राम भक्तों को बधाई।

    जय श्री राम। 🚩🙏
    यह १५२८ से ४९६ वर्षों के बाद पहला #रामनवमी है, जब भगवान श्री राम अपने महान #अयोध्या_राममंदिर में हैं, ५ सदियों के बलिदान, तपस्या और उनके भक्तों के संघर्ष के बाद। भगवान अपने भक्तों का परीक्षण करते हैं और इसके लिए उनके भक्तों की सामूहिक शक्ति और साहस की कई पीढ़ियों की आवश्यकता होती है, फिर कुछ भाग्यशाली पीढ़ियों का आता है जिनके किस्मत में इस संघर्ष की विजय को देखने का लिखा होता है। इस ऐतिहासिक दिन पर सभी राम भक्तों को बधाई। जय श्री राम। 🚩🙏
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  • Ram Navami, Wait ends after 498+ years.
    यह पहली रामनवमी है, जब अयोध्या के भव्य और दिव्य राम मंदिर में हमारे राम लला विराजमान हो चुके हैं। रामनवमी के इस उत्सव में आज अयोध्या एक अप्रतिम आनंद में है।

    5 शताब्दियों की प्रतीक्षा के बाद आज हमें ये रामनवमी अयोध्या में इस तरह मनाने का सौभाग्य मिला है। यह देशवासियों की इतने वर्षों की कठिन तपस्या, त्याग और बलिदान का सुफल है।

    राम नवमी की आप सभी को कोटि कोटि शुभकामनाएं. 🙏🥹
    Ram Navami, Wait ends after 498+ years. यह पहली रामनवमी है, जब अयोध्या के भव्य और दिव्य राम मंदिर में हमारे राम लला विराजमान हो चुके हैं। रामनवमी के इस उत्सव में आज अयोध्या एक अप्रतिम आनंद में है। 5 शताब्दियों की प्रतीक्षा के बाद आज हमें ये रामनवमी अयोध्या में इस तरह मनाने का सौभाग्य मिला है। यह देशवासियों की इतने वर्षों की कठिन तपस्या, त्याग और बलिदान का सुफल है। राम नवमी की आप सभी को कोटि कोटि शुभकामनाएं. 🙏🥹
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  • इस तथ्य पर कभी ध्यान दिया होगा आपने.. 👇
    मिथिला, अयोध्या, कोसल, हस्तिनापुर, इंद्रप्रस्थ, मगध, पाटलिपुत्र.... ऐसे दर्जनों सुंदर नाम हमारे पास रहे हैं हर नाम अपने संग एक बड़े इतिहास का प्रतिनिधित्व करता है
    कभी विचार किया आपने कि इन नामों में से एक भी प्रदेश अपने भारतवर्ष में क्यों नहीं बनाये गए? बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश जैसे अजीब से नाम वाले राज्य बनाने का क्या तुक था भला?
    क्या लगता है आपको?
    इस तथ्य पर कभी ध्यान दिया होगा आपने.. 👇 मिथिला, अयोध्या, कोसल, हस्तिनापुर, इंद्रप्रस्थ, मगध, पाटलिपुत्र.... ऐसे दर्जनों सुंदर नाम हमारे पास रहे हैं हर नाम अपने संग एक बड़े इतिहास का प्रतिनिधित्व करता है कभी विचार किया आपने कि इन नामों में से एक भी प्रदेश अपने भारतवर्ष में क्यों नहीं बनाये गए? बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश जैसे अजीब से नाम वाले राज्य बनाने का क्या तुक था भला? क्या लगता है आपको?
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  • मोदी मौत के सौदागर- सोनिया गांधी। मोदी चाय बेंचो- मणिशंकर अय्यर। मोदी की नीच राजनीति- प्रियंका वाड्रा। मोदी गुजराती शेर पिजड़े में बन्द किया- अखिलेश यादव। चौकीदार चोर- राहुल गांधी के बाद अब मोदी के परिवार और स्वर्गीय माँ के ऊपर INDI गठबंधन की रैली में लालू यादव की बेशर्म टिप्पणी : विपक्ष ने मोदी पर एक बार फिर स्तरहीन निजी टिप्पणी कर के चुनाव बिना लड़े 2024 में अपनी हार सुनिश्चित कर लिया है।

    #modiparivar #modi #laluprasadyadav #election2024
    मोदी मौत के सौदागर- सोनिया गांधी। मोदी चाय बेंचो- मणिशंकर अय्यर। मोदी की नीच राजनीति- प्रियंका वाड्रा। मोदी गुजराती शेर पिजड़े में बन्द किया- अखिलेश यादव। चौकीदार चोर- राहुल गांधी के बाद अब मोदी के परिवार और स्वर्गीय माँ के ऊपर INDI गठबंधन की रैली में लालू यादव की बेशर्म टिप्पणी : विपक्ष ने मोदी पर एक बार फिर स्तरहीन निजी टिप्पणी कर के चुनाव बिना लड़े 2024 में अपनी हार सुनिश्चित कर लिया है। #modiparivar #modi #laluprasadyadav #election2024
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  • काशी मथुरा का समाधान….हर देश का एक आत्मतत्व होता है, उससे छेड़ छाड़ नहीं होनी चाहिए।
    इस देश में पहले सनातन आया या इस्लाम?? इस में तो सुप्रीम कोर्ट की ज़रूरत नहीं, ना सर्वे की और ना खुदाई की…देश का जो आत्मत्व है उस पे चढ़ने की कोशिश ना करो….ये गंगा जमुनी और भाईचारे के पीछे क्या छुपा है उसके चक्कर में कोई नहीं आ रहा।
    जब पहले सनातन था और आप बाद में आये तो आप इस देश का आत्मत्व तो नहीं हो सकते।
    जिल्लेइलाही का राज आया, सारी ज़मीन बादशाह की तो फिर मंदिर पे चढ़के मस्जिद क्यों बनाई?? बनारस, मथुरा, अयोध्या में ज़मीन नहीं थी क्या भाई?
    https://x.com/sortedeagle/status/1764495109251338612?s=46&t=k7DOzt02q2xVLz7J4o4Rmg
    काशी मथुरा का समाधान….हर देश का एक आत्मतत्व होता है, उससे छेड़ छाड़ नहीं होनी चाहिए। इस देश में पहले सनातन आया या इस्लाम?? इस में तो सुप्रीम कोर्ट की ज़रूरत नहीं, ना सर्वे की और ना खुदाई की…देश का जो आत्मत्व है उस पे चढ़ने की कोशिश ना करो….ये गंगा जमुनी और भाईचारे के पीछे क्या छुपा है उसके चक्कर में कोई नहीं आ रहा। जब पहले सनातन था और आप बाद में आये तो आप इस देश का आत्मत्व तो नहीं हो सकते। जिल्लेइलाही का राज आया, सारी ज़मीन बादशाह की तो फिर मंदिर पे चढ़के मस्जिद क्यों बनाई?? बनारस, मथुरा, अयोध्या में ज़मीन नहीं थी क्या भाई? https://x.com/sortedeagle/status/1764495109251338612?s=46&t=k7DOzt02q2xVLz7J4o4Rmg
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  • प्रभु श्री राम ने राजपाट छोड़ा, घर छोड़ा, माता पिता छोड़े, अयोध्या नगरी छोड़ी

    लेकिन धनुष बाण नहीं छोड़े समझ गए क्यों ?

    धर्मों रक्षति रक्षितः🚩

    इस प्रातः काल में सभी बोलिए जय श्री राम 🙏
    प्रभु श्री राम ने राजपाट छोड़ा, घर छोड़ा, माता पिता छोड़े, अयोध्या नगरी छोड़ी लेकिन धनुष बाण नहीं छोड़े समझ गए क्यों ? धर्मों रक्षति रक्षितः🚩 इस प्रातः काल में सभी बोलिए जय श्री राम 🙏
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  • अयोध्या में बालक राम की प्राण प्रतिष्ठा से 500 वर्ष की ग़ुलामी समाप्त हुई।

    लेकिन इस पावन पर्व के अवसर पर असम के कुछ बुद्धिजीवियों का कहना था कि प्रभु राम का असमिया संस्कृति में कोई विशेष स्थान नहीं है। उन लोगों से मैं कहना चाहता हूँ कि वे श्रीमंत शंकरदेव के विचार पढ़े और समझे कि प्रभु राम कैसे असम की सभ्यता से जुड़े हुए हैं।

    📍श्रीमंत शंकरदेव संघ अधिवेशन
    Himanta Da
    अयोध्या में बालक राम की प्राण प्रतिष्ठा से 500 वर्ष की ग़ुलामी समाप्त हुई। लेकिन इस पावन पर्व के अवसर पर असम के कुछ बुद्धिजीवियों का कहना था कि प्रभु राम का असमिया संस्कृति में कोई विशेष स्थान नहीं है। उन लोगों से मैं कहना चाहता हूँ कि वे श्रीमंत शंकरदेव के विचार पढ़े और समझे कि प्रभु राम कैसे असम की सभ्यता से जुड़े हुए हैं। 📍श्रीमंत शंकरदेव संघ अधिवेशन Himanta Da
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  • द्वारिका धाम में जाइए। भव्य मंदिर है भगवान श्री कृष्ण का। दिन में पाँच बार ध्वजा बदली जाती है। देश विदेश से भक्तों का ताँता लगा रहता है द्वारिका के राजा है भगवान कृष्ण। प्रातः मंगला आरती। फिर एक घंटे का विश्राम, मंदिर के पट बंद। फिर अभिषेक फिर पट बंद। शृंगार, आरती भोग, आरती दर्शन ग्वाला दर्शन इस तरह से विविध रूपों में श्री कृष्ण जी आते हैं, पंद्रह मिनट आधा घंटा दर्शन देते हैं फिर सभा विसर्जित। दोपहर में राज भोग के पश्चात एक बजे दोपहर विश्राम। चार घंटे पट बंद।

    द्वारिका शहर भी इसी टाइम टेबल से चलता है। एक बजे बाज़ार बंद हो जायेगी फिर पाँच बजे खुलेगी। उचित ही है। लीला पुरुषोत्तम हैं श्री कृष्ण। विविध रूप, सब में लीलाएँ। कभी बाल रूप में यशोदा माँ के साथ अठखेलियाँ तो कभी गोपियों संग राश लीला तो कभी कंस का संहार, तो कभी अर्जुन को ज्ञान। इतने विविध रूप, सामान्य मानव नहीं हैं। लीला है प्रभु की। कृष्ण को समझना है तो द्वारिका अवश्य जायें।

    अयोध्या आइये। भगवान राम की नगरी। अलग ही छटा है। शोर कोलाहल इन सबके बीच एक असीम आनंद। चारों ओर से भजन कीर्तन रामायण का गुंजन। भव्य नगरी। एक से एक भव्य महल और अट्टालिकाएँ। एक ओर है हनुमान गढ़ी। भव्य मंदिर है छटा निराली है श्री राम के दास बजरंगी की यहाँ। तो दूसरी ओर है कनक भवन। अयोध्या का सबसे भव्य निर्माण। यह महल है माता केकई का। वही कैकई जिन्होंने श्री राम को बनवास दिलवाया था। पर सबसे भव्य महल उन्हीं का है।

    और इन सबके बीच स्वयं प्रभु राम एक सामान्य से टेंट के नीचे बरसों से रहे। सदियों से उनके लिये एक मंदिर तक नहीं था। वह जो पूरे अवध क्षेत्र के राजा हैं, संपन्न क्षेत्र है, पर स्वयं राजा टेंट में रहे। यही हैं मर्यादा पुरुषोत्तम राम। प्रजा महलों में और राजा टेंट में। सैतेली माँ के लिए भव्य महल, सेवक के लिए भव्य मंदिर। स्वयं टेंट में।

    यह आदर्श हैं एक राजा के। भगवान राम मनुष्य नहीं ईश्वर के अवतार हैं, आज भी दिखता है, सिद्ध होता है।

    श्री राम हमारे दिल में हैं। उनकी राम कथा हम अयोध्या से लेकर नैमिष तक, बद्रीनाथ से लेकर रामेश्वरम तक सुनते हैं। आज भी कोई शुभ कार्य होता है उसमे रामायण का पाठ करते हैं। मैंने नया घर बनवाया, सबसे पहला मांगलिक कार्य रामायण पाठ। घर में रोज़ प्रातः सुंदर कांड का पाठ होता है।

    भगवान राम और उनकी कथा हमारे दिलों में है।

    कुछ कलियुगी दैत्य उनकी पुस्तक श्री राम चरित मानस जब जलाते हैं तो सच कहूँ क्रोध नहीं आता, दया आती है। उनके पुस्तक जलाने से हमारी आस्था पर न प्रहार हुआ न विचलित हुई न क्रोध हुआ। क्योंकि श्री राम का आदर्श किसी पुस्तक से नहीं हमने असल ज़मीन पर देखा हुआ है।

    ऐसे नर पशु घृणा नहीं दया के पात्र हैं। प्रभु श्री राम इन्हें सद्बुद्धि प्रदान करें।

    #साभार
    @Modified_Hindu9
    द्वारिका धाम में जाइए। भव्य मंदिर है भगवान श्री कृष्ण का। दिन में पाँच बार ध्वजा बदली जाती है। देश विदेश से भक्तों का ताँता लगा रहता है द्वारिका के राजा है भगवान कृष्ण। प्रातः मंगला आरती। फिर एक घंटे का विश्राम, मंदिर के पट बंद। फिर अभिषेक फिर पट बंद। शृंगार, आरती भोग, आरती दर्शन ग्वाला दर्शन इस तरह से विविध रूपों में श्री कृष्ण जी आते हैं, पंद्रह मिनट आधा घंटा दर्शन देते हैं फिर सभा विसर्जित। दोपहर में राज भोग के पश्चात एक बजे दोपहर विश्राम। चार घंटे पट बंद। द्वारिका शहर भी इसी टाइम टेबल से चलता है। एक बजे बाज़ार बंद हो जायेगी फिर पाँच बजे खुलेगी। उचित ही है। लीला पुरुषोत्तम हैं श्री कृष्ण। विविध रूप, सब में लीलाएँ। कभी बाल रूप में यशोदा माँ के साथ अठखेलियाँ तो कभी गोपियों संग राश लीला तो कभी कंस का संहार, तो कभी अर्जुन को ज्ञान। इतने विविध रूप, सामान्य मानव नहीं हैं। लीला है प्रभु की। कृष्ण को समझना है तो द्वारिका अवश्य जायें। अयोध्या आइये। भगवान राम की नगरी। अलग ही छटा है। शोर कोलाहल इन सबके बीच एक असीम आनंद। चारों ओर से भजन कीर्तन रामायण का गुंजन। भव्य नगरी। एक से एक भव्य महल और अट्टालिकाएँ। एक ओर है हनुमान गढ़ी। भव्य मंदिर है छटा निराली है श्री राम के दास बजरंगी की यहाँ। तो दूसरी ओर है कनक भवन। अयोध्या का सबसे भव्य निर्माण। यह महल है माता केकई का। वही कैकई जिन्होंने श्री राम को बनवास दिलवाया था। पर सबसे भव्य महल उन्हीं का है। और इन सबके बीच स्वयं प्रभु राम एक सामान्य से टेंट के नीचे बरसों से रहे। सदियों से उनके लिये एक मंदिर तक नहीं था। वह जो पूरे अवध क्षेत्र के राजा हैं, संपन्न क्षेत्र है, पर स्वयं राजा टेंट में रहे। यही हैं मर्यादा पुरुषोत्तम राम। प्रजा महलों में और राजा टेंट में। सैतेली माँ के लिए भव्य महल, सेवक के लिए भव्य मंदिर। स्वयं टेंट में। यह आदर्श हैं एक राजा के। भगवान राम मनुष्य नहीं ईश्वर के अवतार हैं, आज भी दिखता है, सिद्ध होता है। श्री राम हमारे दिल में हैं। उनकी राम कथा हम अयोध्या से लेकर नैमिष तक, बद्रीनाथ से लेकर रामेश्वरम तक सुनते हैं। आज भी कोई शुभ कार्य होता है उसमे रामायण का पाठ करते हैं। मैंने नया घर बनवाया, सबसे पहला मांगलिक कार्य रामायण पाठ। घर में रोज़ प्रातः सुंदर कांड का पाठ होता है। भगवान राम और उनकी कथा हमारे दिलों में है। कुछ कलियुगी दैत्य उनकी पुस्तक श्री राम चरित मानस जब जलाते हैं तो सच कहूँ क्रोध नहीं आता, दया आती है। उनके पुस्तक जलाने से हमारी आस्था पर न प्रहार हुआ न विचलित हुई न क्रोध हुआ। क्योंकि श्री राम का आदर्श किसी पुस्तक से नहीं हमने असल ज़मीन पर देखा हुआ है। ऐसे नर पशु घृणा नहीं दया के पात्र हैं। प्रभु श्री राम इन्हें सद्बुद्धि प्रदान करें। #साभार @Modified_Hindu9
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  • बिश्वकै अग्लो राममन्दिर अष्ट्रेलियाले निर्माण गर्दै,
    सृष्टिको उषाकालीन राष्ट्रको धर्म सस्कृति रित्तिदै।
    गण्डकीकोशिला भारतको अयोध्याको राममन्दिरमा।
    योगी नरहरिनाथ ट्रष्ट बानेश्वरले एक दशकदेखि सम्बन्धित
    निकायमा हालसम्म कुनै स्वार्थ नराखी पत्राचार गर्दा समेत
    प्रचार सामग्री वितरण गर्न नसक्ने देशमा कस्तो आसागर्ने।
    श्रीपशुपतिनाथ आउने पर्यटकको लागि ६४ महादेव
    ६४ योगिनी, ४ नारायण, ४गणेश ४ भगवती, ४ बाराही,
    स्वयम्भुनान,बौध्दनाथ,रक्तकाली, स्वेतकाली,महाकाली
    भद्रकाली,मच्छिन्द्रनाथ,मिननाथ,अनेकनभैरव, हरिसिद्धि
    लगायत दर्शन नगरी पशुपति दर्शन पुरानहुने प्रचार
    सामग्री खोई ? जानकी मन्दिर आउने पर्यटकको लागि
    ७२ कुण्ड पोखरी, शिवधनुषको उत्खनन्, मटियानी,
    जनककालीन शिवमन्दिर,नदीहरू घाट पाटीपौवा ,
    सत्यमति माण्डवी उर्मिला सुकीर्ति, गार्गी, सुनयना,
    दीगम्भरा अष्टाब्रक,महर्षि याज्ञबल्क्य लगायतका मूर्ति र मन्दिर खोई ? जनकपुर आएका पर्यटक कुशेश्वर महादेव
    ब्रह्मर्षि बिश्वामित्र, कोकानदी,बराहक्षेत्र,पिण्डेश्वर महादेव
    दन्तकाली, बुढासुब्बा मन्दिर, रूद्राक्ष सर्वप्रथम उम्रिएको
    स्थान, देवघाट,देबीघाट,बाल्मीकि आश्रम, गलेश्वर,
    दमौली लगायतको भ्रमण र दर्शनको प्रचार सामग्री खोई।
    त्यसैगरी लुम्बिनी आउने पर्यटकहरुलाई बाल्मीकि आश्रम,
    कपिलधाम,देवघाट, दमौलीको वेदब्यास तथा मश्योदरी
    मन्दिर लगायतको भ्रमण र दर्शन आदिको प्रचार सामग्री
    खोई। यस्ता प्रचार सामग्री प्रचार गर्ने दायित्व र कर्तब्य
    सस्कृति तथा पर्यटन मन्त्रालयको काम होईन र।
    अहिलेसम्म प्रचार प्रसार किन गरिएन, बजेट कहाँ गयो।
    हामीले पठाएको पत्र समेत रोइरहेका होलान्।
    सुनभष्म, तामाभष्म मिसिएको सुनकोशी तामाकोशी र
    गण्डकीको पानी समेत निर्यात गर्न नसक्ने सरकार
    भएको देशका युद्धस्तरमा युवा पलायन स्वभाविकै हो।
    ~शंकर बाबा अध्यक्ष एवं योगी नरहरिनाथ ट्रष्ट बानेश्वर।
    बिश्वकै अग्लो राममन्दिर अष्ट्रेलियाले निर्माण गर्दै, सृष्टिको उषाकालीन राष्ट्रको धर्म सस्कृति रित्तिदै। गण्डकीकोशिला भारतको अयोध्याको राममन्दिरमा। योगी नरहरिनाथ ट्रष्ट बानेश्वरले एक दशकदेखि सम्बन्धित निकायमा हालसम्म कुनै स्वार्थ नराखी पत्राचार गर्दा समेत प्रचार सामग्री वितरण गर्न नसक्ने देशमा कस्तो आसागर्ने। श्रीपशुपतिनाथ आउने पर्यटकको लागि ६४ महादेव ६४ योगिनी, ४ नारायण, ४गणेश ४ भगवती, ४ बाराही, स्वयम्भुनान,बौध्दनाथ,रक्तकाली, स्वेतकाली,महाकाली भद्रकाली,मच्छिन्द्रनाथ,मिननाथ,अनेकनभैरव, हरिसिद्धि लगायत दर्शन नगरी पशुपति दर्शन पुरानहुने प्रचार सामग्री खोई ? जानकी मन्दिर आउने पर्यटकको लागि ७२ कुण्ड पोखरी, शिवधनुषको उत्खनन्, मटियानी, जनककालीन शिवमन्दिर,नदीहरू घाट पाटीपौवा , सत्यमति माण्डवी उर्मिला सुकीर्ति, गार्गी, सुनयना, दीगम्भरा अष्टाब्रक,महर्षि याज्ञबल्क्य लगायतका मूर्ति र मन्दिर खोई ? जनकपुर आएका पर्यटक कुशेश्वर महादेव ब्रह्मर्षि बिश्वामित्र, कोकानदी,बराहक्षेत्र,पिण्डेश्वर महादेव दन्तकाली, बुढासुब्बा मन्दिर, रूद्राक्ष सर्वप्रथम उम्रिएको स्थान, देवघाट,देबीघाट,बाल्मीकि आश्रम, गलेश्वर, दमौली लगायतको भ्रमण र दर्शनको प्रचार सामग्री खोई। त्यसैगरी लुम्बिनी आउने पर्यटकहरुलाई बाल्मीकि आश्रम, कपिलधाम,देवघाट, दमौलीको वेदब्यास तथा मश्योदरी मन्दिर लगायतको भ्रमण र दर्शन आदिको प्रचार सामग्री खोई। यस्ता प्रचार सामग्री प्रचार गर्ने दायित्व र कर्तब्य सस्कृति तथा पर्यटन मन्त्रालयको काम होईन र। अहिलेसम्म प्रचार प्रसार किन गरिएन, बजेट कहाँ गयो। हामीले पठाएको पत्र समेत रोइरहेका होलान्। सुनभष्म, तामाभष्म मिसिएको सुनकोशी तामाकोशी र गण्डकीको पानी समेत निर्यात गर्न नसक्ने सरकार भएको देशका युद्धस्तरमा युवा पलायन स्वभाविकै हो। ~शंकर बाबा अध्यक्ष एवं योगी नरहरिनाथ ट्रष्ट बानेश्वर।
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  • ASI Report on Gyanvapi, bullet points

    1. There was a huge Mandir before

    2. West wall is part of mandir

    3. Mandir pillars were used for making the structure

    शिव का काम बाकी.….
    अयोध्या के बाद ज्ञानवापी !
    मोदी-योगी राज में बहुत दर्द सहेंगे पापी !

    Remember at the time of Kashi Mandir opening, I said that the structure is secured for future?

    Atleast now look the face of those Kashi Gang who were shouting from roof against Modi and Yogi

    Archaeological Survey Report says Hindu temple existed before Gyanvapi Mosque was constructed in the same place

    Now it's time to deliver the justice.
    DGP
    ASI Report on Gyanvapi, bullet points 1. There was a huge Mandir before 2. West wall is part of mandir 3. Mandir pillars were used for making the structure शिव का काम बाकी.…. अयोध्या के बाद ज्ञानवापी ! मोदी-योगी राज में बहुत दर्द सहेंगे पापी ! Remember at the time of Kashi Mandir opening, I said that the structure is secured for future? Atleast now look the face of those Kashi Gang who were shouting from roof against Modi and Yogi Archaeological Survey Report says Hindu temple existed before Gyanvapi Mosque was constructed in the same place Now it's time to deliver the justice. DGP
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  • Archaeological Survey of India’s (ASI) report on GYANVAPI “TEMPLE" will be made public and its access will be provided to both Hindu & Muslim sides.

    अयोध्या तो झाकी है, अभी काशी-मथुरा बाकी है।

    जय महाकाल 🔥
    Archaeological Survey of India’s (ASI) report on GYANVAPI “TEMPLE" will be made public and its access will be provided to both Hindu & Muslim sides. अयोध्या तो झाकी है, अभी काशी-मथुरा बाकी है। जय महाकाल 🔥
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  • मंदिर बनाने से क्या होता है जी??

    मंदिर बनाने से अर्थव्यवस्था बढ़ती है.. Tourist आते हैं.. काम धंधे बढ़ते हैं... Revenue आता है...

    और उसी Revenue से स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, सड़के बनते हैं... पानी बिजली की व्यवस्था होती है.

    राम मंदिर के कारण अयोध्या में हर साल 12 करोड़ से ज्यादा Tourist आएंगे..... मक्का और वेटिकन के सालाना tourist को जोड़ भी दें, तो लगभग दुगना होगा..... बाकि आप समझदार हैं.

    Stocks which will go up

    Hotels like ITC
    Airline like Indigo
    Railway IRCTC
    Infra L&T
    मंदिर बनाने से क्या होता है जी?? मंदिर बनाने से अर्थव्यवस्था बढ़ती है.. Tourist आते हैं.. काम धंधे बढ़ते हैं... Revenue आता है... और उसी Revenue से स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, सड़के बनते हैं... पानी बिजली की व्यवस्था होती है. राम मंदिर के कारण अयोध्या में हर साल 12 करोड़ से ज्यादा Tourist आएंगे..... मक्का और वेटिकन के सालाना tourist को जोड़ भी दें, तो लगभग दुगना होगा..... बाकि आप समझदार हैं. Stocks which will go up Hotels like ITC Airline like Indigo Railway IRCTC Infra L&T
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  • अयोध्या धाम मैं प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा की शुभकामनाएँ 🙏🏻🙏🏻
    अयोध्या धाम मैं प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा की शुभकामनाएँ 🙏🏻🙏🏻
    0 Σχόλια 0 Μοιράστηκε 382 Views 1 0 Προεπισκόπηση
  • अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बहाने ऐसा लगता है मानो श्रीराम के नाम ने पूरे भारतवर्ष को एक सूत्र में पिरो दिया है। यह एक नए प्रकार का सेतुबंध है।
    अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बहाने ऐसा लगता है मानो श्रीराम के नाम ने पूरे भारतवर्ष को एक सूत्र में पिरो दिया है। यह एक नए प्रकार का सेतुबंध है।
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  • All major international brands want on ground presence in Ayodhya through hoardings & kiosks.

    क्यों??

    क्यूंकि उन्हें पता है... अब अयोध्या दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक केंद्र बनने जा रहा है.... करोड़ों लोग हर वर्ष यहाँ आएंगे.... यहाँ के कार्यक्रम दुनिया भर में दिखाए जाएंगे... ऐसे में अयोध्या उनके लिए Brand Visibility का सबसे बड़ा platform है.
    All major international brands want on ground presence in Ayodhya through hoardings & kiosks. क्यों?? क्यूंकि उन्हें पता है... अब अयोध्या दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक केंद्र बनने जा रहा है.... करोड़ों लोग हर वर्ष यहाँ आएंगे.... यहाँ के कार्यक्रम दुनिया भर में दिखाए जाएंगे... ऐसे में अयोध्या उनके लिए Brand Visibility का सबसे बड़ा platform है.
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  • अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा का अवसर देशभर के मेरे परिवारजनों को प्रभु श्री राम के जीवन और आदर्शों से जुड़े एक-एक प्रसंग का स्मरण करा रहा है। ऐसा ही एक भावुक प्रसंग शबरी से जुड़ा है। सुनिए, मैथिली ठाकुर जी ने किस तरह से इसे अपने सुमधुर सुरों में पिरोया है। NarendraModi

    #ShriRamBhajan
    https://youtu.be/h33HOJiBDkw?si=73D0m-xUxLyjTABZ
    अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा का अवसर देशभर के मेरे परिवारजनों को प्रभु श्री राम के जीवन और आदर्शों से जुड़े एक-एक प्रसंग का स्मरण करा रहा है। ऐसा ही एक भावुक प्रसंग शबरी से जुड़ा है। सुनिए, मैथिली ठाकुर जी ने किस तरह से इसे अपने सुमधुर सुरों में पिरोया है। NarendraModi #ShriRamBhajan https://youtu.be/h33HOJiBDkw?si=73D0m-xUxLyjTABZ
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  • राम आयेंगे आयेंगे, राम आयेंगे ❤️🚩

    प्रभु श्री राम अपनी जन्मस्थली पर पांच शताब्दियों के पश्चात पुन: पधार रहे हैं। इस पावन अवसर का साक्षी बनने के लिए सम्पूर्ण ब्रह्मांड उत्सुकता से प्रतीक्षा में है।

    सर्वत्र राम नाम गुंजायमान है। रिंगटोन, कॉलर ट्यून सब राममय है। आप जहां बैठेंगे; हर दो मिनट में कहीं बज जाता है, "राम आएंगे आएंगे, राम आएंगे", सर्वत्र अयोध्या जी की बात हो रही है। सोशल मीडिया चाहे फेसबुक हो, इंस्टाग्राम हो, ट्विटर हो या और भी कोई प्लेटफार्म हो वहां पर बस रामलला के दर्शन हो रहे हैं और उन्हीं के गीत बज रहे हैं। यह क्षण हिंदू इतिहास के लिए स्वर्णिम है।

    जहां भी चार लोग बैठते हैं, अयोध्या जी की बात शुरू हो जाती है। हर कोई दर्शन को जाना चाहता है। कहीं से 108 फीट की अगरबत्ती, कहीं से 2100 किलो का घंटा, कहीं से हजारों क्विंटल चावल, माता सीता के धाम नेपाल से भार का सामान, वस्त्र, आभूषण आदि, भगवान श्री राम के ननिहाल से भी वस्त्र, आभूषण आदि.., तो कोई कई सौ किलोमीटर की पैदल यात्रा करके अयोध्या आ रहा है। अद्भुत है यह क्षण, संपूर्ण सृष्टि राममय है।

    आप भी बस भाव विभोर रहिए, श्री राम के नाम का जाप करिए
    सुंदरकांड का पाठ आयोजित करिए, हनुमान चालीसा का पाठ करिए, आरती करिए, राम नाम जाप करिए,
    22 जनवरी को रामलला सरकार अपने दिव्य महल में प्राण प्रतिष्ठित किए जाएंगे।

    जोर से बोलिए,
    सियावर रामचंद्र जी की जय 🙏🚩
    राम आयेंगे आयेंगे, राम आयेंगे ❤️🚩 प्रभु श्री राम अपनी जन्मस्थली पर पांच शताब्दियों के पश्चात पुन: पधार रहे हैं। इस पावन अवसर का साक्षी बनने के लिए सम्पूर्ण ब्रह्मांड उत्सुकता से प्रतीक्षा में है। सर्वत्र राम नाम गुंजायमान है। रिंगटोन, कॉलर ट्यून सब राममय है। आप जहां बैठेंगे; हर दो मिनट में कहीं बज जाता है, "राम आएंगे आएंगे, राम आएंगे", सर्वत्र अयोध्या जी की बात हो रही है। सोशल मीडिया चाहे फेसबुक हो, इंस्टाग्राम हो, ट्विटर हो या और भी कोई प्लेटफार्म हो वहां पर बस रामलला के दर्शन हो रहे हैं और उन्हीं के गीत बज रहे हैं। यह क्षण हिंदू इतिहास के लिए स्वर्णिम है। जहां भी चार लोग बैठते हैं, अयोध्या जी की बात शुरू हो जाती है। हर कोई दर्शन को जाना चाहता है। कहीं से 108 फीट की अगरबत्ती, कहीं से 2100 किलो का घंटा, कहीं से हजारों क्विंटल चावल, माता सीता के धाम नेपाल से भार का सामान, वस्त्र, आभूषण आदि, भगवान श्री राम के ननिहाल से भी वस्त्र, आभूषण आदि.., तो कोई कई सौ किलोमीटर की पैदल यात्रा करके अयोध्या आ रहा है। अद्भुत है यह क्षण, संपूर्ण सृष्टि राममय है। आप भी बस भाव विभोर रहिए, श्री राम के नाम का जाप करिए सुंदरकांड का पाठ आयोजित करिए, हनुमान चालीसा का पाठ करिए, आरती करिए, राम नाम जाप करिए, 22 जनवरी को रामलला सरकार अपने दिव्य महल में प्राण प्रतिष्ठित किए जाएंगे। जोर से बोलिए, सियावर रामचंद्र जी की जय 🙏🚩
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